लद्दाख में भारत-चीन के बीच तनाव चरम पर है. भारतीय जवानों ने लद्दाख के पेंगोंग झील में ज्यादातर इलाकों में चीनी सैनिकों को खदेड़ कर ऊंचाई वाली चोटियों पर कब्जा कर लिया है. चीन हमेशा दगाबाजी करके दूसरे की जमीन पर कब्जा करता है. लेकिन भारत ने लद्दाख में उसे सबक सिखाया तो बुरी तरह से बौखला गया है. चीनी मीडिया युद्ध की धमकी देता घूम रहा है. इस बीच चीन ने फिर नई चाल चली है. अब उसने भारत के उत्तर पूर्वी हिस्से डोकलाम में भी भारत के खिलाफ मोर्चा खोला है. चीन ने यहां अपने H-6 परमाणु बॉम्बर और क्रूज मिसाइल को तैनात किया है. चीन इन विनाशकारी हथियारों की तैनाती अपने गोलमुड एयरबेस पर कर रहा है. यह एयरबेस भारतीय सीमा से मात्र 1150 किलोमीटर दूर है.
इससे पहले चीन ने इस घातक बॉम्बर की तैनाती अक्साई चिन के काशगर एयरबेस पर की थी. ओपन सोर्स इंटेलिजेंस एनॉलिस्ट Detresfa की ओर से जारी सैटलाइट तस्वीर में इस बॉम्बर के साथ केडी-63 लैंड अटैक क्रूज मिसाइल भी नजर आ रही है. इस मिसाइल की मारक क्षमता करीब 200 किलोमीटर है. इसके अलावा एयरबेस पर शियान वाई-20 मालवाहक सैन्य विमान भी नजर आ रहा है.
बता दें कि H-6 बॉम्बर को लंबी दूरी पर स्थित टारगेट को निशाना बनाने के लिए डिजाइन किया गया है. यह विमान परमाणु हमला करने में भी सक्षम है. चीन ने इस विमान को विशेष रूप से अमेरिका के गुआम बेस को निशाना बनाने के लिए शामिल किया है. इसके पिछले मॉडल में मिसाइल की क्षमता सीमित थी लेकिन इसे अपग्रेड कर अब और उन्नत बनाया गया है.