
नई दिल्ली
पाकिस्तान लगातार दुनिया को भ्रम में डालने की कोशिश में लगा हुआ है। मंगलवार को भी शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सदस्य देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मीटिंग के दौरान फिर पाकिस्तान ने एक नए झूठ को प्रसारित करने की कोशिश की। मीटिंग में पाकिस्तान ने एक काल्पनिक नक्शा पेश किया, जिसके बाद भारतीय पक्ष के एनएसए अजीत डोभाल (ajit doval sco meet) ने मीटिंग छोड़ दी।
पूरे मामले को लेकर भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि बैठक में पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने जानबूझकर एक काल्पनिक नक्शा पेश किया। इस नक्शे को पाकिस्तान लगातार प्रचारित-प्रसारित कर रहा है। पाकिस्तान की इस हरकत के बाद भारत ने विरोध जताते हुए मीटिंग छोड़ दी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने बताया कि इस मीटिंग की अध्यक्षता रूस कर रहा था।
बीते माह पाकिस्तान ने जारी किया था काल्पनिक नक्शा
श्रीवास्तव ने इस मुद्दे पर एक सवाल के जवाब में कहा, ‘जैसी की उम्मीद की जा रही थी, पाकिस्तान ने तब इस बैठक को लेकर भ्रामक तस्वीर पेश की।’ सरकारी सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तान की कार्रवाई एससीओ चार्टर का ‘घोर उल्लंघन’ था और एससीओ के सदस्य देशों की क्षेत्रीय संप्रभुता और अखंडता की सुरक्षा को लेकर सभी स्थापित मानकों के खिलाफ भी।
आपको बता दें कि पाकिस्तान की इमरान सरकार ने बीते माह एक नया नक्शा जारी करते हुए लद्दाख, सियाचीन और गुजरात के जूनागढ़ को पाकिस्तान का हिस्सा बताया था। पाकिस्तान तब से लगातार इस नक्शे को प्रचारित कर रहा है।
SCO में शामिल हैं ये देश
आपको बता दें कि शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) स्थायी अंतर-सरकारी अंतर्राष्ट्रीय संगठन है, जिसका उद्देश्य संबंधित क्षेत्र में शांति, सुरक्षा व स्थिरता बनाए रखना है। कज़ाकिस्तान, चीन, किर्गिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान, उज़्बेकिस्तान, भारत और पाकिस्तान इसके सदस्य देश हैं। इसके अलावा अफगानिस्तान, बेलारूस, ईरान और मंगोलिया SCO के पर्यवेक्षक देश हैं।
क्या कहा था इमरान खान ने?
बता दें कि पाकिस्तान की इमरान सरकार ने बीते माह एक नया नक्शा जारी करते हुए लद्दाख, सियाचीन और गुजरात के जूनागढ़ को पाकिस्तान का हिस्सा बताया था। पाकिस्तान तब से लगातार इस नक्शे को प्रचारित कर रहा है। नए नक्शे को जारी करते हुए प्रधानमंत्री इमरान खान ने इसे पाकिस्तान के इतिहास में सबसे ऐतिहासिक दिन करार दिया था। इमरान खान ने कहा छा, ‘इतिहास में आज सबसे महत्वपूर्ण दिन है कि हम दुनिया के सामने पाकिस्तान का नया पॉलिटिकल मैप पेश कर रहे हैं।’ इमरान खान ने कहा था, ‘नए नक्शे का इस्तेमाल अब स्कूल और कॉलेजों में भी किया जाएगा।’
क्या कहा था शाह महमूद कुरैशी ने?
विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने नए नक्शे में किए गए बदलावों के बारे में बताते हुए कहा था कि यह पाकिस्तान के लोगों की इच्छा और आकांक्षाओं को दर्शाता है। कुरैशी ने देश के नक्शे के लिए सरकार को बधाई दी थी, जिसमें गिलगित-बाल्टिस्तान के साथ-साथ भारत के कंट्रोल वाले जम्मू-कश्मीर को भी शामिल किया गया है। कुरैशी ने कहा था, विवादित क्षेत्र के भविष्य को निर्धारित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र की निगरानी में कश्मीर क्षेत्र में जनमत संग्रह होना चाहिए। हम मानते हैं कि पूरा कश्मीर क्षेत्र विवादित है और इसके समाधान की आवश्यकता है।
क्या कहा था भारत ने?
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने इस मामले में प्रतिक्रिया देते हुए कहा था, ‘हमने पाकिस्तान के एक कथित राजनीतिक नक्शे को देखा है जिसे वहां के पीएम इमरान खान ने जारी किया है। गुजरात के सर क्रीक और जम्मू कश्मीर-लद्दाख पर दावा निराधार है। इन दावों की न तो कानूनी वैधता है और न ही अंतर्राष्ट्रीय विश्वसनीयता। वास्तव में यह नया प्रयास सीमा पार आतंकवाद के समर्थन के पाकिस्तान के जुनून की हकीकत को ही बयान करता है।