
नोएडा। प्रधानमंत्री के पीएस का पीए बनकर एक न्यूज़ चैनल के एडिटर-इन चीफ से नौकरी के लिए सिफारिश करने वाले भारत वर्मा को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पुलिस के मुताबिक आरोपी हरियाणा के झज्जर का रहने वाला है और वर्तमान में ग्रेटर नोएडा के गौर सिटी-2 में रह रहा है। वर्ष 2012 में वह एक निजी कंपनी में सेल्स मैनेजर की नौकरी करता था।
नोएडा जोन के डीसीपी राजेश एस. ने जानकारी देते हुए बताया न्यूज़ चैनल के एडिटर-इन चीफ को एक व्यक्ति ने फोन कर बताया कि वह प्रधानमंत्री कार्यालय से बात कर रहा है और अपने को अभिजीत (पीए टू पीएस टू पीएम) व विवेक कुमार (पीएस टू पीएम) बताते हुये भारत वर्मा का रिज्युम प्रेषित करते हुए अपने चैनल में नौकरी लगाये जाने की सिफारिश की। साथ ही एडिटर-इन चीफ से कहा कि भारत आपसे आकर मिलेगा, उसे अपने चैनल में नौकरी दे दीजिए। आरोप है कि आरोपी ने पहली कॉल 18 जून को को थी। इसके बाद आरोपी ने 18 जून से 22 जून के बीच एडिटर-इन चीफ से कई बार एसएमएस, व्हाट्सएप चैट और व्हाट्सएप पर वॉइस कॉल करते हुए नौकरी के लिए सिफारिश की। इस दौरान एडिटर-इन चीफ ने भारत वर्मा को बुलाकर उसका इंटरव्यू भी करवा दिया।
शक होने पर 24 जून को एडिटर-इन चीफ ने कोतवाली सेक्टर 20 पुलिस से शिकायत की। जांच के दौरान पुलिस में 25 जून को आरोपी भारत वर्मा को गिरफ्तार कर लिया। डीसीपी राजेश ने बताया कि लोगों को गुमराह करने के लिए आरोपी भारत वर्मा ने अपने व्हाट्सएप पर प्रधानमंत्री के निजी सचिव विवेक कुमार की पीएम के साथ फोटो ट्विटर से निकालकर अपने व्हाट्सएप पर लगा ली थी ताकि सबको असली निजी सचिव होने का विश्वास दिला सके। पुलिस ने बताया कि आरोपी के पास से एक चैनल का एक आई कार्ड मिला है। पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया की वो पहले चैनल में असाइनमेंट डेस्क पर नौकरी कर चुका है। पूरे मामले की पुलिस जांच कर रही है।