बच्चे की चाहत में कॉलगर्ल की बलि चढ़ाई, दंपती और तांत्रिक समेत 5 गिरफ्तार

मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर से अंधविश्वास का एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक दंपत्ति को शादी के 18 साल बाद भी जब बच्चा नहीं हुआ तो उन्होंने एक तांत्रिक के कहने पर कॉल गर्ल की हत्या कर दी। मामला का खुलासा तब हुआ जब हत्या के बाद दंपत्ति के रिश्तेदार लाश को लेकर तांत्रिक के पास जा रहे थे पर शव बाइक से गिर गया। इसके बाद वे लाश को सड़क पर ही छोड़कर फरार हो गए।

ग्वालियर में गुरुवार, 22 अक्टूबर की सुबह हजीरा के मुरैना रोड के IIITM कॉलेज के पास एक महिला का शव सड़क किनारे पड़ा मिला था। महिला के गर्दन पर निशान थे जिससे पता चला कि उसकी मौत गला दबाने से हुई है। मृत महिला कॉलगर्ल का काम करती थी। महिला की पहचान हजीरा निवासी 40 वर्षीय आरती उर्फ लक्ष्मी मिश्रा के रूप में हुई। जानकारी के अनुसार महिला तलाकशुदा थी और कॉलगर्ल का काम करती थी।  

पुलिस ने लाश को बरामद कर खोजबीन शुरू की तो मामला अंधविश्वास का निकला। दरअसल, जिस महिला का शव सड़क किनारे मिला था उसकी बलि दी गई थी। इस हत्या में शामिल 5 लोगों को गिरफ्तार किया हया है। जानकारी के अनुसार हत्या में संलिप्त दंपत्ती की शादी को 18 साल हो गए थे लेकिन कोई बच्चा नहीं था। फिर उन्होंने एक तांत्रिक की मदद ली जिन्होंने उन्हें बच्चे के लिए बलि देने को उकसाया। बच्चे की चाहत में दंपती ने बहन और उसके बॉयफ्रेंड के साथ मिलकर एक कॉलगर्ल की हत्या की थी। हत्या का पूरा आइडिया आरोपियों को मर्डर-2 फिल्स से मिला था।बताया जा रहा है कि महिला कॉलगर्ल का कोई रिश्तेदार नहीं था इसलिए बलि के लिए उसे चुना गया। दंपत्ति को लगा कि कोई पूछताछ भी नहीं करेगा और पुलिस भी कुछ दिन जांच करने के बाद मामले को भूल जाएगी। लेकिन पुलिस ने महिला कॉलगर्ल की कॉल डिटेल और CCTV फुटेज से मर्डर मिस्ट्री को सुलझा दिया। घटना के 24 घंटे के भीतर CSP महाराजपुरा रवि भदौरिया, TI हजीरा आलोक सिंह परिहार की टीम ने इस मामले की गुत्थी सुलझा दी।

बच्चे की चाह में की हत्या

पुलिस ने जानकारी दी कि मोतिझील निवासी ममता भदौरिया और बेटू भदौरिया की शादी को 18 साल बीत चुके थे पर कोई संतान नहीं हुई। दंपत्ती ने कई हकीम, डॉक्टर और बाबाओं का सहारा लिया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। इस पर बेटू की बहन मीरा राजावत और उसके दोस्त नीरज परमार ने मुरैना सरायछोला निवासी तांत्रिक गिरवर यादव के बारे में बताया। इसके बाद सबने तांत्रिक गिरवर से मुलाकात की। तांत्रिक ने उन्हें बच्चा दिलाने की बात कही और एक जान के बदले जान मांगी यानि एक बलि देने को कहा।

‘मर्डर-2’ फिल्म से मिला हत्या का आइडिया

इसके बाद इन लोगों ने बलि देने की साजिश रची। बलि देने का आइडिया इमरान हाशमी और जैकलीन की मर्डर-2 मूवी से मिला। इस फिल्म में एक सीरियल किलर घर बुलाकर कॉलगर्ल की हत्या कर देता था। इस मामले में दंपत्ती के बहन मीरा और बॉयफ्रेंड नीरज ने सोचा कि कॉलगर्ल का कोई रिश्तेदार नहीं होता, इसलिए हत्या के बाद कोई इसकी खोजबीन भी नहीं करेगा।

आरोपी नीरज ने पुलिस के सामने खुलासा किया कि उसने कॉलगर्ल आरती को बुधवार, 21 अक्टूबर की रात में मिलने बुलाया। उसने उसे 10 हजार रुपए में बुक किया था। इसके बाद बेटू भदौरिया उसे लेकर मोतीझील पहुंचा। यहां बेटू और नीरज ने मिलकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद तांत्रिक को बलि का फोटो दिखाने के लिए मोबाइल में फोटो भी खींचे, लेकिन बाद में पकड़े जाने के डर से डिलीट कर दिए। इसके बाद तय किया कि लाश को जिंदा बनाकर ले जाएंगे और तांत्रिक को दिखाकर वहीं फेंक देंगे।

सड़क पर लाश छोड़कर हुए फरार

हत्या के बाद बुधवार रात 11 बजे नीरज और मीरा बाइक पर आरती की लाश को अपने बीच में बैठाकर हजीरा तांत्रिक के घर जाने के लिए निकले थे। लेकिन रास्ते में IIITM कॉलेज के पास अचानक बाइक का नियंत्रण बिगड़ा और आरती की लाश सड़क पर गिर पड़ी। रास्ते में अन्य लोगों को गुजरता देख दोनों घबरा गए और लाश को वहीं छोड़कर फरार हो गए।

तांत्रिक समेत पांच गिरफ्तार

गुरुवार सुबह महिला का शव मिला। फिर महिला के कॉल डिटेल की पड़ताल के बाद पुलिस ने हत्या में शामिल दंपती, उसकी बहन और बहन के बॉयफ्रेंड के अलावा तांत्रिक को गिरफ्तार कर लिया। घटना का मास्टरमाइंड नीरज परमार है। उसने ही आरती को फोन कर बुलाया था और बेटू के साथ मिलकर कॉलगर्ल की गला घोंट कर हत्या कर दी। आरती की हत्या करने और साजिश में शामिल तांत्रिक गिरवर यादव, ममता भदौरिया, उसका पति बेटू भदौरिया, बेटू की बहन मीरा राजावत और उसके बॉयफ्रेंड नीरज परमार ने कबूला कि उन्होंने तांत्रिक गिरवर के इशारे पर महिला की हत्या की था।

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