मध्‍य प्रदेश में इस तारीख से खुलेंगे 10वीं-12वीं के स्‍कूल, हरियाणा में पैरंट्स को नई टेंशन

नए साल में कई राज्‍य स्‍कूल खोलने की तैयारी कर रहे हैं। बोर्ड परीक्षाओं में भी ज्‍यादा वक्‍त नहीं रह गया है, ऐसे में 10वीं और 12वीं के स्‍टूडेंट्स को ज्‍यादा टेंशन है। हरियाणा में प्री-बोर्ड परीक्षाएं ऑनलाइन तरीके से कराने की तैयारियां चल रही हैं। वहां सोमवार से स्‍कूल खुल गए लेकिन अटेंडेंस बेहद कम रही। अधिकतर स्‍कूल बंद ही रहे। इसके पीछे एक बड़ी वजह बच्‍चों का हेल्थ सर्टिफिकेट लाना अनिवार्य होना रही। पैरंट्स का कहना है कि कोरोना संक्रमण के डर से वे बच्चों को अस्पताल या डॉक्टर के पास नहीं भेज पा रहे। इस बीच, मध्‍य प्रदेश ने 18 दिसंबर से कक्षा 10 और 12 के स्‍कूल खोलने का फैसला किया है। वहां 1 जनवरी से कॉलेज खोलने की भी योजना है।

हेल्थ कार्ड बनवाने कैसे भेजें बच्चों को, कोरोना का है डर’

हरियाणा में सोमवार को 10वीं और 12वीं की कक्षाओं के लिए स्‍कूल खुल गए लेकिन पहले ही दिन छात्रों ने रुझान कम दिखाया। किसी स्कूल में 10 तो किसी में 30 से 35 छात्र ही पहुंचे। दरअसल, छात्रों को स्कूल आने के लिए माता-पिता की लिखित सहमति के साथ-साथ स्वास्थ्य रिपोर्ट भी लानी अनिवार्य की गई है। इसी के बाद ही छात्रों को स्कूल में प्रवेश दिया जाना है। इसी नियम के चलते कई छात्र स्कूल नहीं पहुंच पाए। पैरंट्स का कहना था कि कोरोना संक्रमण के डर से वे बच्चों को अस्पताल या डॉक्टर के पास नहीं भेज पा रहे।

डूंडाहेड़ा गवर्नमेंट सीनियर सेकंडरी स्कूल के प्रिंसिपल जेपी यादव ने बताया कि स्कूल में केवल 37 छात्र ही अपने साथ हेल्थ सर्टिफिकेट लेकर पहुंचे। वहीं अन्य छात्रों के पास सर्टिफिकेट न होने की वजह से उन्हें लौटा दिया गया। इतना ही नहीं कुछ छात्रों के पास माता-पिता द्वारा लिखित सहमति पत्र भी नहीं था। कुछ ऐसे ही स्थिति सरहौल गवर्नमेंट सीनियर सेकंडरी स्कूल में भी रही। यहां भी केवल 36 छात्रों को ही नियमित कक्षाओं में शामिल किया गया।

जैकबपुरा गवर्नमेंट सीनियर सेकंडरी स्कूल के प्रिंसिपल सुनील शर्मा ने बताया कि सुबह 9:30 बजे से छात्रों ने स्कूल आना शुरू कर दिया था लेकिन केवल 10 छात्राएं ही अपने साथ हेल्थ डॉक्यूमेंट लेकर पहुंचीं, कुल 32 छात्रों की उपस्थिति दर्ज करवाई गई लेकिन डॉक्यूमेंट न होने के कारण छात्राओं को वापस भेज दिया गया।

अस्‍पताल में लंबी लाइन, कैसे बनवाएं हेल्‍थ कार्ड?

अभी तक बच्चे का हेल्थ कार्ड नहीं बनवा पाए हैं। बिना कार्ड के बच्चा स्कूल गया था लेकिन उसे वापस भेज दिया गया। हॉस्पिटल में लगी लंबी लाइन की वजह से हेल्थ कार्ड बनाने में परेशानी हो रही है।रामेश्वर, अभिभावक, राजीव नगर

बच्‍चों को हॉस्पिटल भेजने से डर रहे पैरंट्स

हॉस्पिटल में पहले ही कोरोना संक्रमित मरीज बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। ऐसे में अपने बच्चे को हॉस्पिटल भेजने में डर लग रहा है।अंजू वर्मा, द्वारिका, सेक्टर-15

मध्‍य प्रदेश में इसी महीने से खुलेंगे स्‍कूल

मध्‍य प्रदेश सरकार ने 18 दिसंबर से कक्षा 10 और 12 के स्‍कूल खोलने का फैसला किया है। एक अधिकारी के अनुसार, 1 जनवरी 2021 से कॉलेज भी खुल जाएंगे। शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा क‍ि 10वीं-12वीं के स्‍कूल खोलने का फैसला बोर्ड परीक्षाओं को ध्‍यान में रखते हुए किया गया है। कक्षा 9 और 11 के स्‍कूल खोले जाएं या नहीं, इस बारे में स्‍कूल प्रिंसिपल्‍स से फैसला करने को कहा गया है। कक्षा 1 से 8 तक के स्‍कूल मार्च 2021 तक बंद हैं।

हरियाणा में प्री बोर्ड परीक्षाएं शुरू, निजी स्‍कूलों ने की शुरुआत

हरियाणा में 10वीं और 12वीं की ऑनलाइन प्री बोर्ड परीक्षाएं शुरू कर दी गई हैं। निजी स्कूल अपने स्तर पर यह परीक्षाएं ले रहे हैं। कुछ स्कूलों ने परीक्षा लेना शुरू कर दिया है, तो वहीं कुछ स्कूल तैयारियों में जुट गए हैं। अभी कम ही संख्या में अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए तैयार हैं। ऐसे में छात्रों की पढ़ाई को देखते हुए ऑनलाइन प्री बोर्ड परीक्षाओं के माध्यम से छात्रों का आकलन किया जाएगा। सीबीएसई बोर्ड के छात्रों की मुख्य परीक्षाएं इस बार फरवरी-मार्च के बजाय देर से शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है। ऐसे में स्कूलों की ओर से प्री बोर्ड से छात्रों की बोर्ड परीक्षाओं की तैयारियां कराई जा रही हैं। प्री बोर्ड के बाद जल्द ही बोर्ड कक्षा के छात्रों के प्रैक्टिकल भी शुरू कर दिए जाएंगे। लेकिन प्रैक्टिकल देने के लिए छात्रों को स्कूल आना होगा।

ऑनलाइन तरीके से बोर्ड स्‍टूडेंट्स को पढ़ा रहे स्‍कूल

सभी विषयों के प्री बोर्ड शुरू कर दिए गए हैं। 23 दिसंबर तक यह परीक्षाएं ली जाएंगी। कोविड-19 के चलते इस बार सभी कक्षाएं ऑनलाइन तरीके से आयोजित की गई, अभी भी अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल भेजने में कतरा रहे हैं। ऐसे में ऑनलाइन माध्यम भी एक बेहतर विकल्प निकल के सामने आया है। जिसमें बोर्ड के छात्रों पर सबसे अधिक ध्यान दिया जा रहा है।पिया शर्मा, प्रिंसिपल, रेयान इंटरनैशनल स्कूल

ऑफलाइन क्‍लासेज की सोच तक नहीं रहे स्‍कूल

कोरोना महामारी और बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए ऑनलाइन प्री-बोर्ड परीक्षाओं से बच्चों को जोड़ा जाएगा। ऑफलाइन कक्षाओं और परीक्षाओं को लेकर अभी कोई विचार नहीं है।वैभव कपूर, प्रिंसिपल, अजंता पब्लिक स्कूल

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