हिंदू परंपराओं के अनुसार कई सारे शगुन व अपशगुन माने जाते हैं, कुछ चीज़े शगुन के रूप में देखी जाती है तो कुछ चीज़ें अपशगुन के रुप में। वहीं बात करते हैं यात्रा पर जाते समय या किसी जरुरी काम से निकलते समय रास्त में यदि कुछ जानवर दिखाई देते हैं तो वो उन्हें शगुन माना जाता है या अपशगुन। अक्सर आपने देखा होगा की घर से निकलते समय यदि बिल्ली रास्ता काट जाये तो हम उसे अपशकुन मान कर दोबारा घर के अंदर लौट जाते है। क्योंकि बिल्ली को भारतीय संस्कृति के अनुसार अपशगुन माना जाता है। लेकिन कुछ जानवर ऐसे भी होते हैं जिन्हें यात्रा के दौरान रास्त में देखने से हमें कार्यों में सफलता भी मिलती है। किसी भी जानवर को देखना किस स्थिति में शुभ होता और किस स्थिति में अशुभ होता है। आइए जानते हैं….
शगुन-अपशगुन
- यदि कोई शुभ कार्य के लिए जा रहा हो या फिर कोई शुभ कार्य प्रारंभ होने जा रहा हो तो ऐसे में यदि आसपास किसी को छींक आ जाए तो इसे अपशगुन माना जाता है। इस स्थिति में कार्य को कुछ देर के लिए टाल दें और कुछ देर रूकने के बाद कार्य को प्रारंभ करें।
- अगर आप यात्रा पर या किसी जरूरी कार्य से बाहर जा रहे हैं और बिल्ली आपका रास्ता काट जाती है तो उस रास्ते से नहीं निकलना चाहिए। क्योंकि बिल्ली का रास्ता काटना अपशकुन माना जाता है। माना जाता है की इससे व्यक्ति के कार्य सिद्धि में बाधाएं उत्पन्न होती है।
- यदि यात्रा पर जाते समय बंदर बाईं ओर दिखाई देता है तो यह बहुत ही शुभ माना जाता है, माना जाता है की इससे आपको कार्य में सफलता प्राप्त होगी। वहीं यदि शाम के समय बंदर दिखाई दे तो इससे आपकी यात्रा मंगलमय होती है।
- अगर व्यक्ति किसी आवश्यक कार्य से घर के बाहर जा रहा है और यात्रा पर जाते समय उसे सांप के दर्शन हो जाते हैं तो इसे अच्छा शकुन नहीं माना जाता है, रास्ते में सांप देखने से कार्य में सफलता देरी से मिलती है।
- यदि जाते वक्त नेवला दिखाई पड़े तो- बहुत शुभ होता है। नेवला वाले स्थान की मिट्टी उठाकर आप-अपने घर में रखें जिससे धन एंव समस्याओं से मुक्ति मिलेगी।