यूके से लौटकर भारत आए 20 लोगों में मिला नया वैरियंट, कई लोग एयरपोर्ट से भागे, पुणे में 109 का पता नहीं

नई दिल्‍ली
SARS-CoV-2 के नए UK वैरियंट के देश में कम से कम बीस लोगों को संक्रमित करने की पुष्टि हुई है। यानी भारत भी उन देशों में शामिल हो गया है, जहां नए स्‍ट्रेन के मामले सामने आ चुके हैं। इसके अलावा डेनमार्क, नीदरलैंड्स, ऑस्‍ट्रेलिया, इटली, फ्रांस, स्‍वीडन, स्विट्जरलैंड, स्‍पेन, कनाडा, जर्मनी, लेबनान, जापान और सिंगापुर में भी यूके वाला स्‍ट्रेन मिला है। भारत में अबतक जो केस मिले हैं, उनके तीन सैंपल बेंगलुरु, दो हैदराबाद और एक पुणे में पॉजिटिव पाए गए। यूपी में भी म्‍यूटंट स्‍ट्रेन का पहला केस कन्‍फर्म हो चुका है। यूके से लौटी मेरठ की दो साल की बच्‍ची नए स्‍ट्रेन से संक्रमित है। हालांकि उसके माता-पिता को पुराने वैरियंट से संक्रमण का पता चला है।

दिल्‍ली एयरपोर्ट से भागी महिला में मिला UK स्‍ट्रेन
जो बीस केसेज मिले हैं, उनमें यूपी की बच्‍ची के अलावा आंध्र प्रदेश की एक 47 वर्षीय महिला भी है। वह पिछले हफ्ते दिल्‍ली एयरपोर्ट अधिकारियों को चकमा देकर फरार हो गई थी। यह महिला 22 दिसंबर को नई दिल्‍ली से विशाखापट्नम के लिए ट्रेन में बैठी और अपना मोबाइल फोन बंद कर लिया। इससे उसे ट्रैक कर पाना मुश्किल हो गया। महिला 24 दिसंबर को अपने घर राजामुंदरी पहुंची। हालांकि बाद में उसे ट्रैक कर क्‍वारंटीन किया गया। उसके खिलाफ पुलिस कम्‍प्‍लेंट भी दर्ज कराई गई है। उसका बेटा जो पूरी यात्रा में उसके साथ था, निगेटिव पाया गया है। अधिकारी बस यही उम्‍मीद कर रहे हैं कि ये महिला 1,800 किलोमीटर से भी ज्‍यादा की यात्रा में किसी और के संपर्क में न आई हो। 



आंध्र में हाई अलर्ट, ओडिशा भी परेशान
47 साल की महिला में यूके वाला स्‍ट्रेन मिलने से आंध्र प्रदेश में हाई अलर्ट की स्थिति है। राज्‍य के स्‍वास्‍थ्‍य आयुक्‍त के. भास्‍कर ने कहा कि विभाग ने अबतक यूके से लौटे 1,423 में से 1,406 लोगों को ट्रेस कर लिया है। ओडिशा में भी परेशानी बढ़ गई है। भुवनेश्‍वर नगर निगम ने यूके से लौटे 74 और लोगों की लिस्‍ट जारी की है। वहां इन्‍हें ढूंढने के लिए छह टीमें बनाई गई हैं मगर मुश्किल हो रही है क्‍योंकि जो लौटे हैं, उनके फोन नंबर यूके के सर्विस प्रोवाइडर्स के हैं और स्विच ऑफ आ रहे हैं।

पुणे में यूके से आए 109 लोगों का पता नहीं
पुणे नगर निगम को पिछले 15 दिन में यूके से लौटे 109 लोगों का कोई पता नहीं है। कुछ की कॉन्‍टैक्‍ट डीटेल्‍स हैं और कुछ फोन नहीं उठा रहे। इसके बाद नगर निगम ने पुलिस की मदद मांगी है। अधिकारियों का कहना है कि कुछ मुंबई में लैंड किए और बाई रोड पुणे आए। टीम ने उनसे संपर्क करने की कोशिश की मगर ट्रेस नहीं किया जा सका है। पुणे नगर निगम के प्रोटोकॉल के अनुसार, पश्चिमी एशिया और यूरोपियन देशों से लौटे सभी लोगों को अपने खर्च पर सात दिन तक नजदीकी होटल में इंस्टिट्यूशनल क्‍वारंटीन में रहना होगा।

मेगा कॉन्‍टैक्‍ट ट्रेसिंग कैंपेन लॉन्‍च
25 नवंबर से लेकर 23 दिसंबर की आधी रात तक, यूके से करीब 33 हजार यात्री भारतीय एयरपोर्ट्स पर उतरे। नया स्‍ट्रेन जिन लोगों में मिला है, उन्‍हें सिंगल रूम आइसोलेशन फैसिलिटी में रखा जा रहा है। उनके करीबी कन्‍टैक्‍ट्स को भी क्‍वारंटीन किया गया है। साथी ट्रेवलर्स, फैमिली कॉन्‍टैक्‍ट्स व अन्‍य के लिए बड़े पैमाने पर ट्रेसिंग अभियान शुरू किया गया है। जीनोम सीक्‍वेंसिंग भी की जा रही है। यूके से लौटे भारतीयों में से कुछ के लापरवाही दिखाने के बाद सरकार ने अपील की है कि वे कोविड संबंधी नियमों का सख्ती से पालन करें।