
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर से एक चौंकाने वाली वीडियो सामने आया है, जिसमें एक मुस्लिम महिला हिना खान अपने ससुराल वालों पर दहेज उत्पीड़न का आरोप लगा रही है। वीडियो में हिना उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपनी जान बचाने के गुहार लगा रही है। हिना के मुताबिक, उसके ससुराल वाले उसे दहेज के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे हैं।
हिना खान ने राज्य की मुख्यमंत्री और देश के प्रधानमंत्री से वीडियो के माध्यम से गुहार लगाते हुए कहा कि, “मैं बुलंदशहर की रहने वाली हिना खान हूं। मैं एक असहाय लड़की हूं जो जीवित रहने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है। मैं मरना नहीं चाहती। मैं पुलिस के पास कई बार जा चुकी हूं, लेकिन कोई मदद नहीं मिली। मैंने हसनपुर में शादी की और मेरे पति, साले, सास, ननद इतने जालिम है कि आज में मजबूर होकर अपनी यह वीडियो बनाकर, सभी तक अपनी बात पहुंचाना चाहती हूं। मैं इंसाफ पाने के लिए यह वीडियो बना रही हूं। आयशा की तरह मैं अपनी जान नहीं देना चाहती हूं।
>हिना खान ने अपनी दूसरी वीडियो में आगे कहा है कि, “मैं हाथ जोड़कर मीडिया और सभी से अनुरोध करती हूं कि हमारी जैसी बेटियों – आयशा और हिना की मदद करें। मुझे न्याय दिलाने में मदद करें। कृपया करके मुझे बचाओ, मोदी जी! कृपया मुझे बचाओ, योगी जी! मैं मरना नहीं चाहती हूं, मैं जीना चाहती हूं, क्या कोई ऐसा नहीं है जो मुझे न्याय दिलाने में मदद कर सके। 6 महीने हो गए हैं और जहाँ भी मैं मदद के लिए गई हूं, हर कोई पैसे मांगता है। मेरे पास अपना घर नहीं है, क्योंकि मैं किराए का भुगतान करने में सक्षम नहीं हूं। कृपया मेरे सहायता करे, मैं एक और आयशा नहीं बनना चाहती!”
"I don't want to die like Ayesha"
— MuslimMirror.com (@MuslimMirror) April 29, 2021
Hina Khan from Bulandshahr, UP is being subjected to violence and harrasment by her in-laws for #dowry. Local police are not helping as she can't afford to bribe them. She says she'll commit suicide if her harrasment doesn't stop. @bulandshahrpol pic.twitter.com/QCCDdOWNen
हिना खान के शब्दों में आज वही दर्द दिख रहा है जो कुछ ही महीनों पहले अहमदाबाद में आयशा नाम की लड़की से दिखा था। आयशा ने अपने ससुराल वाले की उत्पीड़न से तंग आकर आत्महत्या कर लिया था। आज महीनों बाद ठीक वैसे ही कहानी दोहराई जा रही है।
हम आशा करते है कि राज्य के मुख्यमंत्री इस मामले को जल्द से जल्द संज्ञान में लें और आगे कार्रवाई करने के आदेश दें।