
यूपी के लोगों को सस्ती बिजली का तोहफा मिल सकता है। दरअसल, पंजाब, उत्तराखंड और यूपी समेत कई राज्यों में चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में वोटर को लुभाने के लिए बिजली दरें कम करने की तैयारी की जा रही है। पंजाब और उत्तराखंड हाल ही में बिजली की दरों में कमी कर चुके हैं। जिसके बाद से योगी सरकार पर बिजली सस्ती करने का दबाव बढ़ गया है। यूपी में करीब 2 करोड़ घरेलू उपभोक्ता हैं।
उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद पहले ही रेट कम करने की मांग कर चुका है। दलील है कि बिजली कंपनियों के पास पहले से उपभोक्ताओं को हजारों करोड़ रुपए पड़े हैं। उसके आधार पर ही रेट कम किए जा सकते हैं। इसको लेकर उत्तर प्रदेश विद्युत नियामक आयोग में सितंबर में प्रत्यावेदन दाखिल किया गया था। 15 दिन में इसकी रिपोर्ट आनी थी। लेकिन दो महीने बीतने के बाद भी रिपोर्ट नहीं आई। बिजली कंपनियों ने अब तक कोई जवाब नहीं दिया।
बिजली कंपनियों के पास हैं उपभोक्ताओं के 20,596 करोड़
परिषद का दावा है कि उपभोक्ताओं का करीब 20,596 करोड़ रुपए बिजली कंपनियों के पास पड़े हैं। उपभोक्ताओं ने रेग्युलेटरी सरचार्ज पहले 3.71 प्रतिशत और 4.28 प्रतिशत के हिसाब से भरा है। यही पैसा 20 हजार करोड़ रुपए हो रहा है। इसके एवज में ही बिजली दर कम होनी चाहिए।
उधर, विद्युत नियामक आयोग बिजली दरों में उपभोक्ता परिषद की याचिका पर रिपोर्ट मांगी है। लेकिन बिजली कंपनियां और सरकार दोनों चुप हैं।
पंजाब में कम किया गया 3 रुपए प्रति यूनिट
पंजाब सरकार ने 3 रुपए प्रति यूनिट की दर से रेट कम किया है। इसका फायदा वहां के घरेलू उपभोक्ताओं को मिलेगा। नई दर 1.19 रुपए प्रति यूनिट होगी। इसमें 7 किलोवॉट तक लोड वाले उपभोक्ता शामिल हैं।
वहां पहले 100 यूनिट तक 4.19 रुपए देने होते थे। अब 100 यूनिट तक खर्च करने पर 1.19 रुपए प्रति यूनिट ही देने होंगे। इसी तरह 300 यूनिट तक पहले प्रति यूनिट 7 रुपए देने होते थे। लेकिन अब 4 रुपए ही देने होंगे।
उप्र में मौजूदा बिजली दर प्रति यूनिट
| यूनिट | वर्तमान रेट (कामर्शियल) |
| 0-150 | 5.50 |
| 151-300 | 6.00 |
| 301-500 | 6.50 |
| 500 से ज्यादा | 7.00 |
| यूनिट | वर्तमान रेट (घरेलू, ग्रामीण) |
| 0-100 | 3.35 |
| 101-150 | 3.85 |
| 151-300 | 5.00 |
| यूनिट | वर्तमान रेट (घरेलू उपभोक्ता) |
| 0-100 | 3.35 |
| 101-150 | 3.85 |
| 151-300 | 5.00 |
| 301-500 | 5.50 |
| 500 से ज्यादा | 6.00 |