यूपी में डेंगू का कहर, अब तक 13 की मौत; ब्लड बैंक में उमड़ी भीड़

लखनऊ. कोरोना की तीसरी लहर (Corona Third Wave) की तैयारियों के बीच डेंगू ने उत्तर प्रदेश (Dengue in Uttar Pradesh) के विभिन्न जिलों में पैर पसार लिए हैं। कई लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं, तो मौत का आंकड़ा भी धीरे-धीरे बढ़ रहा है। डेंगू के कारण मरीजों में प्लेटलेट्स काउंट (Platelets Count) गिर रही है। इस कमी को पूरा करने के लिए ब्लड बैंकों में लोगों की भीड़ उमड़ रही है। सबसे ज्यादा प्रभावित जिला मथुरा है, जहां अब तक छह बच्चों समेत 13 लोगों की मौत हो चुकी है। सैकड़ों मरीज अस्पताल में भर्ती हैं। बनाए गए सभी डेंगू वार्ड तेजी से फुल हो रहे हैं। वहीं पूर्वी यूपी में वाराणसी का हाल भी बेहाल है।

वाराणसी में अभी तक 55 लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है। वाराणसी में कुछ दिन पूर्व ही इंस्पेक्टर की ट्रेनिंग कर लौटे यूपी पुलिस के एक उप निरीक्षक की भी मौत डेंगू से हो गई थी। प्रशासन इसकी रोकथाम के लिए जुट गया है। संयुक्त टास्क फोर्स का गठन कर लोगों को राहत पहुंचाने का काम किया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग, नगर विकास विभाग व ग्राम्य विकास विभाग के अफसरों को डेंगू से निपटने की तैयारियां तेज करने के निर्देश दे दिए हैं।

मथुरा में अब कर सात लोगों की मौत-
कृष्ण नगरी मथुरा के नगला माना गांव में डेंगू ने अब तक सात लोगों की जान ले ली है, इनमें एक बच्चा और 19 साल का युवक भी शामिल है। वहीं कोन्ह गांव में बीते एक सप्ताह में पांच बच्चों समेत छह की मौत हो चुकी है। करीब 80 मरीजों को मथुरा, आगरा वह बॉर्डर से सटे राजस्थान के भरतपुर के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। यह प्रशासन में हड़कंप मच गया है। जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल एक्शन में आ गए हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ रचना गुप्ता का कहना है कि डॉक्टरों की टीम मरीजों के परिजनों के स्थान पर जाकर उनकी मलेरिया, डेंगू और कोविड की जांच कर रही है। अधिकारियों का हालांकि कहना है कि मौत के कारण स्पष्ट नहीं है। लेकिन डेंगू की संभावना है क्योंकि तेज बुखार के साथ मरीजों की प्लेटलेट्स तेजी से गिर रही है।

वाराणसी में सरकारी अस्पताल फुल-
वाराणसी का भी हाल बेहाल है। यहां सभी सरकारी अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। मंडलीय अस्पताल शास्त्री अस्पताल रामनगर के अतिरिक्त अन्य दूसरे अस्पतालों में भी डेंगू वार्ड बनाए गए, जो भर चुके हैं। प्लेटलेट्स की कमी को पूरा करने के लिए लोग आईएमए और बीएचयू के ब्लड बैंक का रुख कर रहे हैं, लेकिन यहां पर अब कमी देखी जा रही है। इस कारण लोग सोशल मीडिया पर मदद मांगने तक को मजबूर हो गए हैं। इस प्रकोप को देखते हुए जिला प्रशासन ने एक संयुक्त टास्क फोर्स का गठन किया है। इसमें स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम व प्रशासन के अधिकारी शामिल हैं। कुल 84 टीमें बनाई गई हैं, जो प्रभावित इलाकों में एंटी लार्वा का छिड़काव करेगी।

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