रजनीकांत (Rajinikanth) सिर्फ तमिल सीनेमा के सुपरस्टार नहीं हैं, बल्कि पूरी दुनिया पर राज करने वाले अभिनेता है। फिल्मों में एग्रेसिव भूमिका करने वाले रजनीकांत असल जिंदगी में काफी शांत और खुशमिजाज इंसान हैं। लेकिन एक ऐसा भी मौका आया था, जब वे एक फिल्म से इस कदर गुस्सा हो गए थे कि उन्होंने अदालत का दरवाजा खटखटाकर उस पर बैन लगवा दिया था।
हम जिस फिल्म की बात कर रहे हैं, उसका नाम है ‘मैं हूं पार्ट टाइम किलर’, जो 22 मई 2015 को रिलीज हुई थी। इस फिल्म का निर्देशन फैजल सैफ ने किया था, जिनका लंबी बीमारी के बाद 15 सितम्बर 2022 को इंतकाल हो गया।
फिल्म में आदित्य मेनन, कविता राधेश्याम, शक्ति कपूर, स्मिता गोंडकर और रीमा लागू ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
फिल्म की कहानी रजनीकांत नाम के एक मजाकिया और दुष्ट सीबीआई ऑफिसर के इर्द-गिर्द घूमती है, जो एक कॉन्ट्रैक्ट किलर भी है। इस भूमिका को आदित्य मेनन ने निभाया है। फिल्म में कविता राधेश्याम ने मल्लिका नाम की सेक्स वर्कर और शक्ति कपूर ने बच्चन नाम के करोड़पति का रोल निभाया है।
रजनीकांत ने फिल्म के टाइटल में अपने नाम का इस्तेमाल पर आपत्ति दर्ज कराई थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि विभिन्न प्रेस विज्ञप्ति, वीडियो रिलीज, वेब आर्टिकल और पोस्टर्स से जानकारी मिली है कि फिल्म में उनकी अनुमति के बिना उनकी हीरो छवि का गलत इस्तेमाल किया गया है। रजनीकांत ने फिल्म की रिलीज रुकवाने के लिए मद्रास हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।
यह फिल्म साउथ इंडिया में आज तक रिलीज नहीं हो पाई। हालांकि, फैजल सैफ ने फिल्म का नाम बदलकर इसे नॉर्थ इंडिया में रिलीज कर दिया था। उन्होंने फिल्म में रजनीकांत का नाम हटाकर ‘पार्ट टाइम किलर’ जोड़ दिया था। यह फिल्म भारत की उन 10 सबसे विवादित फिल्मों में गिना जाता है, जो बैन कर दी गई थीं।