संकट बरक़रार : प्रदूषण को लेकर एनसीपीसीआर ने दिल्ली सरकार को जारी किया नोटिस

नई दिल्ली । दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग(एनसीपीसीआर) ने दिल्ली सरकार को नोटिस जारी किया है। एनसीपीसीआर के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण के खतरनाक स्तर के कारण स्कूली बच्चों की सुरक्षा चिंता का विषय है। अभी तक दिल्ली की राज्य सरकार ने इस पर कोई निर्णय नहीं लिया है। बच्चे स्कूल आने जाने में, खेल के मैदानों में जहरीली हवा के प्रकोप में है। ये लापरवाही गलत है, इस पर तुरंत कोई कदम उठाया जाना चाहिए।

अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने दिल्ली के प्रमुख सचिव को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। नोटिस में उन्होंने पूछा है कि बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली के स्कूलों में कितने स्मॉग टावर लगाए गए हैं। कानूनगो ने कहा कि अगर आप कुछ नहीं कर सकते हैं, तो कम से कम बच्चों के स्कूल बंद कर दिए जाएं। ताकि प्रदूषण का असर बच्चों पर कम से कम पड़े। प्रियंक कानूनगो ने कहा कि इसके साथ ही अन्य राज्यों में भी बढ़ते वायु प्रदूषण के स्तर पर हम नजर बनाए हुए हैं।

राजधानी में प्रदूषण का स्तर गंभीर श्रेणी में, एक्यूआई 396 के पार

राजधानी दिल्ली में हवा में घुलते प्रदूषण के कारण लोगों का सांस लेना दूभर होता जा रहा है। पंजाब एवं हरियाणा में रिकॉर्ड तोड़ पराली जलाने से उठते धुएं ने राजधानी दिल्ली की हवा को खतरनाक श्रेणी में पहुंचा दिया है।

गुरुवार सुबह राजधानी दिल्ली में धुंध और धुएं के कारण प्रदूषण का स्तर गंभीर श्रेणी में पहुंच गया। गुरुवार को दिल्ली- एनसीआर में औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 396 रिकॉर्ड किया गया।

राजधानी में धुंध और धुएं के कारण सड़कों पर विजिबिलिटी बहुत खराब रही। नोएडा की स्थिति भी बेहद चिंताजनक बनी हुई है। यहां औसत एक्यूआई 400 के करीब दर्ज किया गया। इसके अलावा दिल्ली से सटे गुरुग्राम में एक्यूआई 456 रिकॉर्ड किया गया। दिल्ली के कई इलाकों में एक्यूआई का स्तर 400 से ऊपर रिकॉर्ड किया गया।