यूपी के ब्लैक फंगस का कहर, लखनऊ में एम्फोटेरोसीन-B इंजेक्शन का टोटा,लखनऊ में 192 मरीजों का चल रहा इलाज

उत्तर प्रदेश में ब्लैक फंगस मरीजों को लगने वाले एम्फोटेरोसीन-B इंजेक्शन का संकट बढ़ता जा रहा है। पिछले दो दिन से राजधानी लखनऊ में 50 लोग इस इंजेक्शन के लिए लाइन में लगे रहे। जब इंजेक्शन आया तो केवल 8 लोगों को ही मिल पाया। 15 मिनट के अंदर ही सारा इंजेक्शन खत्म हो गया। 42 लोगों को खाली हाथ लौटना पड़ा। आलम ये है कि इंजेक्शन के लिए मंत्रियों और अफसरों की सिफारिशें भी खूब पहुंचने लगी हैं। इंजेक्शन बांटने की जिम्मेदारी संभाल रहे अरविंद पाठक ने खुद इसकी पुष्टि की। बताया कि इंजेक्शन के लिए कई बड़े अफसरों और मंत्रियों के फोन आए। लोग पैरवी कर रहे थे, लेकिन किसी की सिफारिश नहीं चली। नियम के अनुसार ही सबको इंजेक्शन दिया गया। जिनको पहले पत्र जारी किया गया था, उन्हें पहले इंजेक्शन दिया गया।

900 इंजेक्शन की जरूरत लेकिन मिले सिर्फ 50
एक मरीज को 18 इंजेक्शन की जरूरत रहती है। यह इंजेक्शन तीन दिन में लगता है। 50 लोगों को 18 के हिसाब से 900 इंजेक्शन चाहिए थे लेकिन रेड क्रांस सोसायटी को सिर्फ 50 इंजेक्शन मिले। एक दिन में मरीज को छह इंजेक्शन मिलते हैं । ऐसे में एक दिन के हिसाब से भी बांटा जाए तो कम से कम 300 इंजेक्शन चाहिए। लेकिन वह भी नहीं दिया गया। लखनऊ में ही जितने मरीज निकले है, उनके लिए कम से कम 700 इंजेक्शन की जरूरत है।

अब तक 400 से ज्यादा मरीज
ब्लैक फंगस के अब तक 400 से ज्यादा मरीजों की पहचान हो चुकी है। 40 से ज्यादा लोग जान भी गंवा चुके हैं। सबसे ज्यादा असर राजधानी लखनऊ में देखने को मिला। यहां 192 मरीजों का इलाज चल रहा है।