यूपी में थमा कोरोना : रिकवरी रेट 98 परसेंट, बीते 24 घण्टे में 700 नये केस

लखनऊ। यूपी में कोरोना कंट्रोल में आ गया है। 24 घंटे में सिर्फ 700 नये केस आये हैं। मेरठ, लखनऊ और गोरखपुर में ही अभी कैसेज ज्यादा है। रिकवरी रेट 98 परसेंट हो गया है। उत्तर प्रदेश में ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट फॉमूर्ले का असर हुआ है। सोमवार को कोरोना के नए मामले 1000 से भी कम होकर महज 700 सौ पहुंच गए हैं। सरकारी हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक 24 घंटे में टेस्ट 3.10 लाख टेस्ट किए गये है। अब राज्य में कोरोना के नए मामले महज 700 बचे हैं। अब सिर्फ मेरठ लखनऊ और गोरखपुर में 600 से ज्यादा सक्रिय मामले हैं। उत्तर प्रदेश के किसी जिले में 100 से अधिक केस नहीं आएहैं। दो जिलों में एक भी केस नहीं आया। 45 जिलों में सिंगल डिजिट में केस बाकी में डबल डिजिट में मामले आए हैं। अब राज्य में कुल 15600 सक्रिय केस बचे हैं, इसके अलावा 2860 लोग डिस्चार्ज भी हो चुके है। यहां पर 5 करोड़ से अधिक टेस्ट हो चुके हैं। इसके अलावा यहां पर 2.02 करोड़ टीकाकरण भी हो चुका है। एक्टिव मरीजों की संख्या मात्र 37 दिनों में 90 फीसदी से अधिक घट गई है। 30 अप्रैल को यह 3 लाख 10 हजार 783 थी।

अब यह संख्या घटकर 17928 पर आ गई है। रिकवरी रेट लगातार सुधरते हुए करीब 98 फीसदी तक पहुंच गई है।पहले चरण की तुलना में 30 से 50 फीसदी संक्रामक कोरोना के दूसरे चरण को बैकफुट पर लाने के साथ योगी आदित्यनाथ की सरकार तीसरे चरण पर जीत का पुख्ता इंतजाम कर रही है। संभावना जताई जा रही है कि कोरोना की तीसरी लहर के प्रति बच्चे अपेक्षाकृत अधिक संवेदनशील होंगे। लिहाजा तैयारियों के केंद्र में भी बच्चे ही हैं। इस बाबत सीएम योगी का साफ निर्देश है कि सभी मेडिकल कॉलेजों में पीआईसीयू और एनआईसी की स्थापना को तेजी से पूरा किया जाए। इनमें 100-100 बेड के पीआईसीयू और 50,50 बेड के एनआईसीयू भी हों। जिला अस्पताल और सीएचसी स्तर पर भी मिनी पीआईसीयू स्थापित किए जा रहे हैं।

 जरूरत पर इनके लिए प्रशिक्षित मानव संसाधन उपलब्ध कराने के लिए प्रशिक्षण के कार्यक्रम तेजी से चल रहे हैं। कोरोना को जीतने का सबसे प्रभावी हथियार टीकाकरण ही है। इस क्रम में अब तक प्रदेश में वैक्सीन के 2 करोड़ 34 से अधिक डोज लगाए जा चुके हैं, जून में एक करोड़ से अधिक टीकाकरण का लक्ष्य है सोमवार से महिलाओं के लिए जिला अस्पताल और संयुक्त जिला चिकित्सालयों में टीकाकरण के अलग बूथ होंगे, जिनके बच्चे 12 साल से कम हैं उनके, मीडियाकर्मियों व उनके परिजनों और संक्रमण के प्रति संवेदनशील वर्गों के लिए फोकस्ड वैक्सीनेशन का निर्देश पहले ही सीएम योगी ने दे दिया है।