टीपू सुल्तान के मामले को लेकर संजय राउत ने बयान जारी करते हुए कही ये बड़ी बात….

टीपू सुल्तान (Tipu Sultan) विवाद पर शिवसेना नेता संजय राउत (Sanjay Raut) बयान देते हुए कहा राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्‍द (Ram Nath Kovind) ने कर्नाटक जाकर टीपू सुल्तान की प्रशंसा की कि वह एक ऐतिहासिक योद्धा, स्वतंत्रता सेनानी थे। तो क्या आप राष्ट्रपति का इस्तीफा भी मांगेंगे? भाजपा (BJP) को इसे स्पष्ट करना चाहिए, यह ड्रामा है।

गौरतलब है कि मुंबई में बुधवार को भारतीय जनता पार्टी, विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने मालवणी में टीपू सुल्तान के नाम पर बने स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के उद्घाटन से पहले जमकर इसके खिलाफ प्रदर्शन किया और गिरफ्तारी भी दी। इस खेल परिसर को महाविकास अघाड़ी सरकार में मंत्री और कांग्रेस विधायक असलम शेख ने अपने विधायक निधि से तैयार करवाया है। स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का नाम सदर वीर टीपू सुल्तान क्रीड़ा संकुल रखने को लेकर भाजपा और हिंदू संगठन कल से ऐतराज जताते हुए विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। असलम शेख खुद बुधवार शाम को इस परिसर का उद्घाटन करने वाले थे। वह मुंबई के प्रभारी मंत्री भी हैं, लेकिन विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल और भाजपा के कार्यकर्ताओं ने उद्घाटन समारोह शुरू होने से पहले ही परिसर के बाहर हंगामा कर दिया। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कहा कि वे छत्रपति शिवाजी महाराज के शासक टीपू सुल्तान के नाम पर किसी भी परियोजना का नाम नहीं रखने देंगे। पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी कहा है कि एक तानाशाह के नाम पर इस तरह के नामकरण का मतलब है कि हम उस अत्याचार का महिमामंडन कर रहे हैं।

इस खेल परिसर का निर्माण करने वाले मंत्री असलम शेख का कहना है कि टीपू सुल्तान एकमात्र राजा था जो अंग्रेजों के खिलाफ लड़ते हुए मारे गए थे। इस तथ्य को स्वीकार करते हुए अब तक कई राज्यों में चौकों, सड़कों और अन्य प्रतिष्ठानों के नाम टीपू सुल्तान के नाम पर रखे गए हैं। इसलिए अब इस विरोध का कोई कारण नहीं है। कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत का कहना है कि दो दिन पहले सुभाष चंद्र बोस की होलोग्राम प्रतिमा का उद्घाटन करने वाले प्रधानमंत्री ने भी टीपू सुल्तान को शहीद कहकर सम्मानित किया था। टीपू सुल्तान की सेना में इस्तेमाल होने वाले दो शेरों के प्रतीक का इस्तेमाल सुभाष चंद्र बोस ने अपने आजाद हिंद फौज के झंडे और वर्दी पर किया था। इसलिए भाजपा को चुनावी फायदे के लिए ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ नहीं करनी चाहिए।