जयपुर। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने जयपुर में आज एक ज्वेलरी कारोबारी समूह के 7 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की है। आयकर चोरी की गुप्त सूचनाओं पर एक्शन लेते हुए आईटी की इन्वेस्टिगेशन ब्रांच ने सुबह से मालीराम पूरण मल रावत समूह के रवि रावत, अजय रावत, राम मोहन रावत और इनके सहयोगियों के JLN मार्ग, जौहरी बाजार, MI रोड समेत कई ठिकानों पर छापेमारी शुरू की है।
आयकर को लगातार मिल रही थी टैक्स चोरी की शिकायतें
सूत्रों के मुताबिक ज्वेलरी कारोबारी समूह के खिलाफ आयकर विभाग को पिछले काफी दिनों से अघोषित आय और टैक्स चोरी की शिकायतें मिल रही थीं। इस छापेमार कार्रवाई काफी मात्रा में काली कमाई उजागर होने की सम्भावना है। करीब 70 से 75 आयकर कर्मी और पुलिसकर्मी इस कार्यवाही में शामिल बताए जा रहे हैं। कारोबारियों और उनके मैनेजर्स,कर्मचारियों से पूछताछ की जा रही है। डॉक्यूमेंट्स की जांच पड़ताल कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक इसके बाद लॉकर्स को भी खंगाला जाएगा।
रावत ज्वेलर्स पर छापेमारी
जौहरी बाजार में हल्दियों का रास्ता में रावत ज्वेल्स पर छापेमारी जारी है। यह कंपनी समूह भारत के टॉप ज्वेलरी सप्लायर्स की सूची में शामिल है। ब्राइडल एशिया मुम्बई, ब्राइडल एशिया दिल्ली और जयपुर ज्वेलरी शो में यह ग्रुप एग्जीबीशन लगाता है। यह ग्रुप गोल्ड ज्वेलरी, रिंग, ईयरिंग, बैंगल्स और नेकलेस की बल्क सप्लायर है। रावत ज्वेल्स की ऑफिशियल साइट के मुताबिक उसकी पैरेंट कंपनी मालीराम पूरणमल 250 साल और 11वीं पीढ़ी से जवाहरात का यह काराबोर करती आ रही है। जिसके इंडियन और इंटरनेशनल क्लाइंट्स हैं।
10 करोड़ की काली कमाई उजागर हुई
इससे पहले फरवरी 2022 के दूसरे सप्ताह में भी इनकम टैक्स विभाग ने जयपुर में ज्वेलरी, जैम्स स्टोन और होटल कारोबारी जगदीश तांबी के ठिकानों पर छापेमारी की थी। जिसमें 10 करोड़ की काली कमाई उजागर हुई। साथ ही 2200 ग्राम सोना भी जब्त किया गया था। इससे एक सप्ताह पहले इनकम टैक्स ने पत्थर और खनन कारोबारी के ठिकानों पर छापे मारे थे। छापेमारी की कार्रवाई में करीब 45 करोड़ रुपए की अघोषित संपत्ति का खुलासा हुआ था।
3 बड़े छापेमारी की कार्रवाई हो चुकी
विभाग के सूत्रों के मुताबिक मौजूदा फाइनेंशियल ईयर 2022-23 खत्म होने से पहले कई बड़े कारोबारी समूहों पर इनकम टैक्स की छापेमार कार्रवाई हो सकती है। पिछले महीने में 3 बड़े छापेमारी की कार्रवाई हो चुकी है। जानकारी के मुताबिक एक दर्जन से ज्यादा कारोबारियों की लिस्ट विभाग ने तैयार की हुई है। जिन पर 31 मार्च से पहले छापा मारा जाना है। इनमें से आधा दर्जन कारोबारियों के ठिकानों का वैरिफिकेशन भी विभाग की टीमें कर चुकी हैं। कोविड पीरियड कमजोर पड़ने पर आईटी डिपार्टमेंट एक्टिव मोड पर कार्रवाई करता नजर आ रहा है।