पुतिन की चेतावनी : अगर अमेरिका ने यूक्रेन को लॉन्ग-रेंज मिसाइल दी, तो भुगतना पड़ेगा अंजाम

यूक्रेन और रूस की जंग को 100 से ज्यादा दिन हो गए, लेकिन जंग अभी भी जारी है। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पश्चिमी देशों को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर अमेरिका ने यूक्रेन को लॉन्ग-रेंज मिसाइल दी तो रूस नए टारगेट पर हमला करेगा। न्यूज एजेंसी के मुताबिक, पुतिन ने कहा कि हम ऐसे टारगेट्स पर हमला करेंगे, जिन पर अभी तक हमने हमला नहीं किया है। हालांकि, पुतिन ने उन टारगेट्स का नाम नहीं बताया, जहां वो हमला करेंगे।

दूसरी तरफ यूक्रेन की राजधानी कीव ने शनिवार को दावा किया कि सेवेरोदोनेत्स्क में जंग के दौरान यूक्रेनी जवानों ने रूसी सैनिकों को पीछे धकेल दिया है। एक स्थानीय अधिकारी के मुताबिक रूसी सेना ने शहर के अधिकांश हिस्से पर कब्जा कर लिया था, कीव की सेना इसके एक छोटे से हिस्से को वापस लेने में कामयाब रही।

यूक्रेन के मिलिट्री एयरक्राफ्ट व्हीकल को रूस ने मार गिराया

रूस के रक्षा मंत्रालय ने दावा किया है कि उसके सैनिकों ने ओडेसा के काला सागर बंदरगाह के पास यूक्रेन के एक मिलिट्री एयरक्राफ्ट व्हीकल को मार गिराया है। ये एयरक्राफ्ट काला सागर बंदरगाह के पास हथियारों को पहुंचाने का काम कर रहे थें। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक रूसी मिसाइलों ने यूक्रेन के सूमी इलाके में एक आर्टिलरी ट्रेनिंग सेंटर भी हमला किया।

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने कहा कि यूक्रेन में हमले के दौरान उसने कई अमेरिकी हथियारों को भी नष्ट कर दिया है। अमेरिका ने ये हथियार यूक्रेन की मदद के लिए दिए थे। रूस हमले की वजह से अब तक तक लगभग 1.40 करोड़ यूक्रेनी नागरिकों को अपना घर छोड़ कर पलायन के लिए मजबूर होना पड़ा है। दूसरी तरफ 30 लाख से ज्यादा बच्चों की पढ़ाई बीच में ही रुक गई है। यूक्रेनी का दावा है कि अब रूस के 31 से ज्यादा सैनिकों की मौत हो चुकी है। वहीं 1376 रूसी टैंक और 210 से ज्यादा प्लेन तबाह हो चुके हैं।

यूक्रेनी नागरिकों ने शरण दे रहा इटली

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने बताया कि रूस ने यूक्रेन के 20% क्षेत्र पर कब्जा कर लिया है। वहीं रूसी सेना ने अब तक यूक्रेन की 24 हजार किलोमीटर सड़कों और 300 पुलों को नष्ट कर दिया है।इटली में कभी माफिया और अपराधियों के ठिकाने रहे अब यूक्रेन से आए लोगों के सुरक्षित जगह बन रहे हैं। रूस-यूक्रेन जंग के दौरान करीब 60 हजार यूक्रेनी नागरिकों ने इटली से शरण मांगी है। इमरजेंसी से निपटने और उनकी जरूरतों को पूरा करने के लिए इटली सरकार ने इनोवेटिव पहल की है।

सरकार माफियाओं द्वारा छुड़ाई गई संपत्ति में यूक्रेन से आए शरणार्थियों को पनाह दे रही है। बीते मार्च में इस योजना की घोषणा की गई थी। पिछले 40 साल में इटली ने माफिया की 36 हजार से अधिक संपत्तियां जब्त की हैं।

अकेले 2021 में ही संगठित अपराधियों की 16 हजार करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की गई। इसमें आलीशन बंगलों से लेकर अपार्टमेंट, अंडरग्राउंड गैरेज से लेकर कृषि भूमि तक शामिल है। इस विविधितापूर्ण संपत्ति का मैनेजमेंट चुनौतीपूर्ण है। 48% संपत्ति को सामुदायिक इस्तेमाल के लिए एनजीओ और स्थानीय प्रशासन को मुफ्त में लीज पर दिया गया है, पर अभी तक इस्तेमाल में आधी भी नहीं है। इसके रखरखाव की लागत का बोझ पूरी तरह से स्थानीय सरकार पर डाल दिया गया है।

यूरोपियन रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑन कोऑपरेटिव एंड सोशल इंटरप्राइजेज की रिसर्चर्स कैटरिना डी बेनेडिक्टि बताती हैं, ‘इनका रखरखाव स्थानीय सरकार की क्षमता से बाहर है।’ एक्सपर्ट की माने तो, इन्हें खाली छोड़ना बड़ी चूक हो सकती है। ऐसा होने पर फिर से अपराधियों का बोलबाला हो जाएगा।

सिसिली के चर्चित माफिया-विरोधी प्रोसेक्यूटर जियोवानी फाल्कन और पाओलो बोर्सेलिनो की हत्याओं के 4 साल बाद 1996 में इतालवी संसद ने स्थानीय सरकारों को माफिया के स्वामित्व वाली संपत्ति जब्त करने का अधिकारी देने वाला कानून पास किया था।

साल 2019 में कानून में संशोधन हुआ, जो जब्त संपत्तियों में से कुछ को निजी लोगों को बेचने की अनुमति देता है। इस संशोधन का आम नागरिक, वर्कर्स और लॉ एक्सपर्ट विरोध कर रहे हैं, क्योंकि इन संपत्तियों को बाजार में वापस लाने का मतलब उन्हें संगठित अपराधियों की ओर से वापस खरीदे जाने के जोखिम में डालना है।

देश छोड़ने वाले 20 लाख लोग यूक्रेन लौटे

कीव यूक्रेन पर रूस के हमलों को 100 दिन बीत चुके हैं और इस युद्ध का कहीं भी अंत नहीं दिख रहा है। संयुक्त राष्ट्र की रिफ्यूजी एजेंसी के मुताबिक 24 फरवरी से हमलों के चलते करीब 70 लाख लोग यूक्रेन छोड़कर दूसरे देशों में चले गए और करीब इतने ही लोग देश में विस्थापित हुए। अनुमान के मुताबिक विस्थापित होने वालों में दो तिहाई तो बच्चे हैं। सबसे ज्यादा 37 लाख लोग पोलैंड गए। हालांकि यूक्रेन ने हमलों का पलटवार किया, तो देश छोड़कर जाने वाले वतन भी लौटने लगे। अनुमान के मुताबिक करीब 20 लाख लोग यूक्रेन लौट चुके हैं।

रूस के कब्जे से 20% इलाके पर पुनः यूक्रेन ने कर लिया नियंत्रण

यूक्रेन की सेना ने सिवेरोडोनेत्सक में रूस के कब्जे से 20% इलाके पर पुनः नियंत्रण कर लिया है। हालांकि रूसी नियंत्रण में आए इलाके में खारकीव, लुहांस्क, दोनेत्स्क, मारियुपोल, खेरसन का बड़ा इलाका शामिल है। रूस के राष्ट्रपति कार्यालय क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्री पोस्कोव के मुताबिक हमले लक्ष्य हासिल करने तक जारी रहेंगे।

युद्ध के बाद भारत करेगा पुनर्निर्माण में मदद

यूक्रेन ने उम्मीद जताते हुए कहा कि युद्ध खत्म होने के बाद भारत सक्रिय रूप से पुनर्निर्माण में मदद करेगा। राजनयिक सूत्रों के हवाले ये यह दावा एक रिपोर्ट में किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक युद्ध के बाद सुरक्षा की गारंटी देने के लिए यूक्रेन ने राजनयिक चैनलों से भारत से संपर्क किया है।

सेवेरोदोनेत्स्क में हालात बद्तर

यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय ने जानकारी दी कि शनिवार को रूसी हमले में शहर के चार नागरिकों की मौत हो गई। ट्विन सिटी लिसिचांस्क – सेवेरोदोनेत्स्क की स्थिति बद्तर होती जा रही है। शहर के महापौर ऑलेक्जेंडर जैका ने कहा कि शहर की करीब 60% बिल्डिंग हमले में तबाह हो गई। इंटरनेट, सेवा, गैस सेवाओं पर भी इस हमले का असर पड़ा है।

रूस-यूक्रेन जंग के 100 दिन पूरे

रूस-यूक्रेन जंग के 100 दिन पूरे होने के दरमियान यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने शनिवार को कहा कि 100 दिन पहले जब रूस ने हमला किया तो किसी को भी उनके देश के बचने की उम्मीद नहीं थी। उन्होंने कहा कि हमले के दौरान दुनियाभर के शीर्ष नेताओं ने उन्हें देश छोड़कर चले जाने की सलाह दी।