यूपी के बाद अब असम में जहरीली शराब का कहर, अब तक 22की मौत, 50 से ज्यादा बीमार

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गोलाघाट । जिले के शालमारा चाय बागान में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या 22 हो गई है। जबकि 50 से अधिक लोग बीमार हैं। उनमें से कई लोगों की हालत चिन्ताजनक बनी हुई है। घटना की गंभीरता के मद्देनजर मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने स्थिति का जायजा लेने के लिए सांसद कामाख्या तासा और विधायक मृणाल सैकिया को गाेलाघाट भेजा है।

शुक्रवार को जिला उपायुक्त पुलिस अधीक्षक और अन्य संबंधित अधिकारियों के साथ मौके और अस्पताल का जायजा लिया है। साथ ही मामले की दंडाधीश स्तर की जांच के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा आबकारी विभाग को इलाके में चल रहे शराब के अवैध कारोबार को पूरी तरह से नष्ट करने का कड़ा निर्देश दिया है।

उल्लेखनीय है कि गुरुवार रात शालमारा चाय बागान में काफी संख्या में महिला एवं पुरुषों ने शराब का सेवन किया था। देर रात इनमें से चार महिला श्रमिकों की मौत हो गई। शुक्रवार को दोपहर तक कुल मृतकों की संख्या 22 हो गई है, जिनमें शालमरा चाय बागान के कुल 19 लोग शामिल हैं- अग्नि ग्वाला, द्रोपदी उरांग, बंधन बाउरी, बेलो भूमिज, दुलाल उरांग, शुकलाल पूजर, एतवा पूजर, शांति पूजर, विनती भक्त, मीना पूजर, सुनिता पूजर,धातुवार तांती, संजू उरांग, भाकरू पूजर, पिंकी बाउरी, प्रवी पूजर, मन घटोवार, सेप्ती कर्मकार तथा नरा गांव के सोनेश्वर गोगोई, नरागांव के आनंद बोरा तथा योगीबारी गांव के सुरेन गोगोई के रूप में शिनाख्त हुई है।

50 लोग जहरीली शराब के सेवन से बीमारी हैं

इनके अलावा 50 लोग जहरीली शराब के सेवन से बीमारी हैं, उनका शहीद कुशल कोंवर जिला सदर अस्पताल में इलाज चल रहा है। इनमें से कईयों की हालत गंभीर बनी हुई है। लोगों का आरोप है कि गोलाघाट आबकारी विभाग की लापरवाही और कमीशनखोरी के चलते ही इलाके में देसी शराब का धंधा फल-फूल रहा है। दरअसल, आदिवासी और जनजाति समाज में घरों में शराब बनाकर पीने का प्रचलन है, लेकिन कुछ लोग इसका फायदा उठाते हुए चाय बागानों में खुलेआम देसी शराब का कारोबार करते हैं और इसी तरह की शराब पीकर 22 लोगों की मौत हुई है। मामले को दर्ज कर पुलिस गहन जांच-पड़ताल कर रही है।