
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात के 53वें संस्करण को आज संबोधित करते हुए काशी में दिव्यांग बच्चों के साथ बिताए समय की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि काशी में एक दिव्यांग नौजवान से बातचीत में पता चला कि वह स्टेज आर्टिस्ट हैं जिसमें वह ‘मन की बात’ में जिस प्रकार से मैं बात करता हूं उसकी मिमिक्री करते हैं। प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि मैंने नौजवान से बोला कि मिमिक्री करके दिखाओ। मुझे नौजवान की मिमिक्री सुनकर सुखद आश्चर्य हुआ कि लोग न सिर्फ ‘मन की बात’ सुनते हैं, बल्कि उसे कई अवसरों पर याद भी करते हैं। ”मैं सचमुच में उस दिव्यांग नौजवान की शक्ति से बहुत ही प्रभावित हुआ।”
उन्होंने कहा कि ‘मन की बात’ कार्यक्रम के माध्यम से आप सब से जुड़ना मेरे लिए एक अनोखा अनुभव रहा है। रेडियो के माध्यम से मैं एक तरह से करोड़ों परिवारों से हर महीने रूबरू होता हूं। कई बार तो आप सब से बात करते, आपकी चिठ्ठियां पढ़ते या आपके फोन पर भेजे गए विचार सुनते मुझे ऐसा प्रतीत होता है कि आपने मुझे अपने परिवार का ही हिस्सा मान लिया है। यह मेरे लिए एक बहुत ही सुखद अनुभूति रही है।
साथ ही पीएम मोदी ने लोकसभा चुनाव को लेकर भी बड़ा ऐलान किया है। नरेंद्र मोदी ने फिर प्रधानमंत्री बनने की तरफ इशारा किया है। पीएम मोदी ने कहा वो मार्च और अप्रैल में मन की बात नहीं करेंगे बल्कि लोकसभा चुनाव के बाद मई में मन की बात कार्यक्रम के माध्यम से देशवासियों को संबोधित करेंगे।
Discussing several subjects during #MannKiBaat. Tune in. https://t.co/rgaogMogjP
— Narendra Modi (@narendramodi) February 24, 2019
“This martyrdom will keep inspiring us for all times and it will fortify our resolve to take firmer and more decisive steps to uproot the very base of terrorism,” says PM @narendramodi#MannKiBaat pic.twitter.com/byHbmH429r
— Akashvani आकाशवाणी (@AkashvaniAIR) February 24, 2019
बता दें कि 17 मई 2014 को लोकसभा चुनाव के नतीजे आए थे और नरेंद्र मोदी ने 26 मई को प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी। इस बार भी मई के दूसरे सप्ताह तक में लोकसभा चुनाव के नतीजे आ सकते हैं और आखिरी सप्ताह तक में फिर से सरकार बनेगी।
‘मन की बात’ में बोले पीएम मोदी-
‘मन की बात’ शुरू करते हुए आज मन भरा हुआ है। 10 दिन पूर्व, भारत-माता ने अपने वीर सपूतों को खो दिया। इन पराक्रमी वीरों ने, हम सवा-सौ करोड़ भारतीयों की रक्षा में ख़ुद को खपा दिया। देशवासी चैन की नींद सो सकें, इसलिए इन वीर सपूतों ने रात-दिन एक करके रखा था।
इस आतंकी हिंसा के विरोध में जो आवेग आपके और मेरे मन में है, वही भाव हर देशवासी के अंतर्मन में है और मानवता में विश्वास करने वाले विश्व के मानवतावादी समुदायों में भी है। भारत-माता की रक्षा में अपने प्राण न्योछावर करने वाले देश के सभी वीर सपूतों को मैं नमन करता हूं।
हमारे सशस्त्र बल हमेशा ही अद्वितीय साहस और पराक्रम का परिचय देते आये हैं। शांति की स्थापना के लिए जहां उन्होंने अद्भुत क्षमता दिखायी है वहीं हमलावरों को भी उन्हीं की भाषा में जबाव देने का काम किया है।
पीएम ने कहा, मुझे आश्चर्य होता था कि भारत में कोई नेशनल वॉर मेमोरियल नहीं था। एक ऐसा मेमोरियल, जहां देश की रक्षा के लिए प्राण न्योछावर करने वाले वीर जवानों की शौर्य-गाथाओं को संजो कर रखा जा सके। मैंने निश्चय किया कि देश में एक ऐसा स्मारक अवश्य होना चाहिए। 25 फरवरी को वॉर मेमोरियल सेना को समर्पित किया जाएगा।
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के जवानों पर हुए आतंकी हमले के बाद पीएम मोदी के ‘मन की बात’ का यह पहला कार्यक्रम है।