पिछले दिनों डेंगू के पांच संदिग्ध मरीज मिलने की आई थी खबर
मच्छर मारने के लिए नगर निगम के साथ मिलकर बनाया फॉगिंग शिडयूल
सीएचसी और पीएचसी केंद्रों पर उपलब्ध है मच्छर मारने वाली दवा
गाजियाबाद । पिछले दिनों महानगर में डेंगू के पांच संदिग्ध मरीज मिलने से हड़कंप मच गया था, हालांकि एक भी मरीज में डेंगू के लक्षण नहीं मिलने से स्वास्थ्य विभाग ने राहत महसूस की है। जिला मलेरिया अधिकारी डा. जीके मिश्रा ने बताया कि पांच संदिग्ध मरीजों की डेंगू की जांच स्वास्थ्य विभाग की ओर से कराई गई है, सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई है। उन्होंने बताया कि एहतियात के तौर पर स्वास्थ्य विभाग ने नगर निगम के साथ मिलकर मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए फॉगिंग शिडयूल बनाया है। शिडयूल के मुताबिक संवदेनशील क्षेत्रों में फॉगिंग कराई जा रही है। इसके अलावा जनपद के सभी सीएचसी और पीएचसी पर भी मच्छर मारने वाली दवा उपलब्ध है।
जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि शहर के पांच अलग-अलग निजी अस्पतालों में भर्ती डेंगू के पांच संदिग्ध मरीज सामने आए थे। इन सभी मरीजों की स्वास्थ्य विभाग की ओर से जांच कराई गई है और सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई है। एहतियात के तौर पर मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए नगर निगम के साथ मिलकर जिला मलेरिया विभाग ने फॉगिंग का शिडयूल तैयार किया है। शिडयूल के तहत चिन्हित स्थानों पर फॉगिंग कराई जा रही है। इसके अलावा जनपद के सभी सीएचसी और पीएचसी पर भी मच्छर मारने वाली दवा उपलब्ध कराई गई है। सीएचसी और पीएचसी से मच्छर मारने वाली दवा लेकर प्रधान अपने-अपने गांव में छिड़काव करा सकते हैं।
मच्छरों द्वारा प्रसारित बैक्टीरिया, वायरस या परजीवी के कारण होने वाली बीमारियों को मच्छर जनित बीमारियां कहते हैं। इनमें मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, पीला बुखार, जापानी एन्सेफलाइटिस और ऐसे कई अन्य बीमारियां शामिल हैं। ये बीमारियां अधिकतर संक्रमित मच्छर के काटने से होती हैं।
मलेरिया :
मलेरिया बुखार प्लॅस्मोडियम वीवेक्स नामक वायरस के कारण होता है। अनोफेलएस नामक संक्रमित मादा मच्छर के काटने से मनुष्यों के रक्त प्रवाह में यह वायरस संचारित होता है। हालांकि केवल वही अनोफेलएस मच्छर मलेरिया बुखार संचारित कर सकता है, जिसने पहले से किसी मलेरिया से संक्रमित व्यक्ति को काटा हो। मलेरिया बुखार के लक्षणों में ठंड लगने के साथ बुखार चढ़ना, पसीना निकलना और सिरदर्द आदि हैं।
डेंगू बुखार :
मच्छरों द्वारा होने वाली यह एक और सबसे घातक बीमारी है। डेंगू वायरस संक्रमित एडीज मच्छर के काटने से मनुष्यों में संचारित होता है। इस बीमारी के शुरुआती लक्षणों में तेज़ बुखार, सिरदर्द, जोड़ों में दर्द और शरीर पर चकत्ते दिखते हैं। केवल वही एडीज मच्छर व्यक्ति में डेंगू बुखार संचारित कर सकता है, जिसने पहले से किसी डेंगू से संक्रमित व्यक्ति को काटा हो।
चिकनगुनिया :
चिकनगुनिया एक और घातक बीमारी है, जो डेंगू की तरह, एडीस मच्छर के काटने से होती है। चिकनगुनिया के सबसे आम लक्षणों में जोड़ों का दर्द, सिरदर्द, उल्टी, पीठ दर्द और त्वचा पर चकत्ते हो जाना आदि होते हैं। चिकनगुनिया के लक्षण आमतौर पर 5-7 दिन में दिखाई देते हैं।
बचाव :
कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोग जल्दी से मच्छर जनित बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं। मच्छर जनित बीमारियों से बचाव के लिए सुबह-शाम पूरे शरीर को ढककर रखें। गंदगी वाले स्थानों पर जाने से बचें और अपने घर के आसपास पानी का जमाव न होने दें। जैसे ही मच्छर जनित बीमारियों के लक्षण दिखें तो अपने नजदीकी सरकारी अस्पताल में जाकर डाक्टर से परामर्श लें।