
लखनऊ । प्रदेश में लोकसभा चुनाव की चल रही मतगणना को लेकर भाजपा खेमा जहां बेहद उत्साहित है, वहीं जनता के बीच गठबंधन का जादू पूरी तरह बेअसर साबित हुआ है। अपने चक्रव्यूह की बदौलत भाजपा गठबंधन 62 सीटों पर जीत दर्ज करने जा रहा है। इसमें भाजपा उम्मीदवार अकेले 60 सीटों पर विजयी होने की स्थिति में आ गये हैं। वहीं गठबंधन के हिस्से में 07 और कांग्रेस का महज 01 सीट मिल रही है। खास बात है कि इस चुनाव में जहां भाजपा उपचुनाव में हारी हुई सीटों पर कब्जा जमाने में सफल हो रही है, वहीं यादव बाहुल्य क्षेत्रों में सपा के लचर प्रदर्शन ने पार्टी को कमजोर किया है।
सत्रहवीं लोकसभा के चुनाव में अमेठी में भाजपा उम्मीदवार स्मृति ईरानी लगातार कांग्रेस अध्यक्ष और पार्टी उम्मीदवार राहुल गांधी पर बढ़त बनाये रखने में सफल हुई। राहुल ने अपनी हार स्वीकार कर ली है। हुल गांधी ने अमेठी से अपनी हार कबूली और स्मृति ईरानी की जीत पर बधाई दी. खास बात है कि अमेठी सीट पर हार-जीत के औपचारिक ऐलान से पहले ही राहुल गांधी ने खुद हार मान ली है. दरअसल, राहुल गांधी अमेठी लोकसभा सीट से स्मृति ईरानी से काफी पीछे चल रहे हैं. हालांकि, वह वायनाड सीट से आगे चल रहे हैं. इससे पहले लोकसभा चुनाव के नतीजों में बीजेपी को भारी जीत पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पीएम मोदी को बधाई दी। उन्होंने कहा कि हमारी लड़ाई विचारधारा की है। पार्टी बमुश्किल रायबरेली में अपनी प्रतिष्ठा बचा सकी यहां सोनिया गांधी को 55.87 प्रतिशत मत और 532554 वोट मिले। उनके प्रतिद्वंदी भाजपा के दिनेश प्रताप सिंह को 364891 मत मिले।
2014 में भाजपा ने उत्तर प्रदेश में 71 सीटों पर जीत दर्ज की थी। विधानसभा चुनाव में पार्टी को पूर्ण बहुमत मिलने के बाद योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री और केशव प्रसाद मौर्य के उपमुख्यमंत्री बनने के कारण गोरखपुर और फूलपुर सीट पर उपचुनाव हुये थे। इसी तरह कैराना में भाजपा सांसद हुकुम सिंह की मौत के बाद उपचुनाव हुआ था। इन सभी सीटों पर पार्टी को शिकस्त का सामना करना पड़ा था। तब गठबंधन की रणनीति के आगे भाजपा उम्मीदवार नहीं टिक पाये थे और विपक्ष को पार्टी पर हमला करने का मौका मिल गया था।
खासतौर से सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव उपचुनाव की जीत को ही आगामी लोकसभा चुनाव के नतीजे बताने के दावे करते नजर आये। इसलिए इस बार प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों सहित इन संसदीय क्षेत्रों में भाजपा की साख दांव पर लगी थी। उपचुनाव की हार से सबक लेते हुये पार्टी ने फूलपुर से केसरी देवी, गोरखपुर से भोजपुरी फिल्म अभिनेता रवि किशन और कैराना से विधायक प्रदीप चौधरी को मैदान में उतारा।
चुनाव आयोग के मुताबिक गोरखपुर से रवि किशन ने 60.55 प्रतिशत और 714013 मत हासिल किये। वहीं गठबंधन के उम्मीदवार राम भुआल निषाद को 413510 मत मिले। रविकिशन ने तीन लाख से अधिक मतों की बढ़त बनाते हुये अपनी जीत का मार्ग प्रशस्त किया।
फूलपुर से भाजपा उम्मीदवार केसरी देवी पटेल ने 56.35 प्रतिशत मतों के साथ जहां 482032 वोट हासिल किये। वहीं गठबंधन के उम्मीदवार समाजवादी पार्टी के पंधारी यादव को 320065 मत मिले। इस तरह भाजपा उम्मीदवार 161967 मतों से आगे रहे।
कैराना से भाजपा के प्रदीप चौधरी ने 51.25 प्रतिशत मतों के साथ 530766 वोट हासिल किये तो गठबंधन की तब्बुसम बेगम को 440064 मत हासिल कर सकीं। प्रदीप चौधरी ने 103248 मतों की बढ़त बनायी। इस तरह भाजपा ने उपचुनाव में इन सीटों को हारने के बाद एक बार फिर अपनी वापसी की है।
वहीं मायावती और अजित सिंह के साथ चुनावी महासमर में उतरे अखिलेश यादव के लिए ये चुनाव बेहद चुनौतीपूर्ण साबित हुआ है। जिन सीटों को कभी सपा का गढ़ माना जाता था और जहां यादव वोटबैंक सपा का सबसे मजबूत आधार था, वहां भी पार्टी पिछड़ गई। एटा में पार्टी के देवेन्द्र सिंह यादव 374382 मत हासिल कर पाये, जबकि भाजपा के राजवीर सिंह राजू भैय्या ने 476109 मत हासिल किये। उन्होंने 54.21 प्रतिशत मत हासिल किये हैं।
इसी तरह इटावा में भाजपा के राम शंकर कठेरिया को 435366 और सपा के कमलेश कुमार को 388755 मत मिले।
फिरोजाबाद में भाजपा के डॉ. चन्द्र सेन जादौन को 407015 मत और सपा के अक्षय यादव को 392361 मत मिले। यहां अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव 75199 मत ही हासिल कर सके हैं। भाजपा उम्मीदवार ने यहां 45.62 प्रतिशत मत हासिल किये हैं। बदायूं में भाजपा की डॉ. संघमित्रा मौर्या को 47.95 प्रतिशत और 443422 मत मिले। जबकि सपा के धर्मेन्द्र यादव 413474 मत हासिल कर सके हैं। कन्नौज में भाजपा के सुबृत पाठक को 384544 मत मिले हैं। उन्होंने 50.45 प्रतिशत मत हासिल किये। यहां सपा की डिम्पल यादव को 359348 मत मिले हैं। मैनपुरी में सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव जरूर 432042 वोट हासिल कर पाये, उन्हे 53.17 प्रतिशत मत मिले हैं। आजमगढ़ में जरूर अखिलेश यादव ने 60.48 प्रतिशत और 434372 मत हासिल किये हैं। उनके मुकाबले भाजपा के दिनेश लाल यादव निरहुआ को 35.37 प्रतिशत 254028 मत मिले हैं। इन सीटों पर चुनाव आयोग को परिणाम की औपचारिक घोषणा करना बाकी है।