
भास्कर समाचार सेवा
साहिबाबाद। राजेंद्र नगर स्थित जनसंपर्क कार्यालय पर सुनील कुमार शर्मा विधायक साहिबाबाद एवं सभापति – स्थानीय निकाय जांच सम्बंधी समिति उत्तर प्रदेश ने विधानसभा बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के संस्थापक भारत रत्न महामना पंडित मदन मोहन मालवीय एवं पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न आदरणीय अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर उन्हे नमन किया तथा कंबल वितरण किए।
कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए सुनील शर्मा ने कहा कि आज का दिन भारतीय इतिहास में काफ़ी महत्वपूर्ण है आज महामना मालवीय जी और अटल जी की जयंती है। इन दोनों महान विभूतियों को में कोटि कोटि नमन करता हूँ।अटल जी की जयंती पर उन्हें शत शत नमन भारत के लिए उनका योगदान अमिट है उनका नेतृत्व और दूरदृष्टि लाखों लोगों को प्रेरित करती है.अटल जी एक सच्चे राष्ट्रभक्त थे. किशोर अवस्था से लेकर जीवन के अंत तक शरीर ने जब तक साथ दिया वो जीए, देश के लिए, देशवासियों के लिए… उसूलों के लिए, समान मनावी के अरमानों के लिए. एक विचार के प्रति प्रतिबद्धता के कारण राष्ट्र के प्रति पूर्ण समर्पण होने के कारण शून्य में से सृष्टि का निर्माण कैसे होता है उसे करने वालों में एक महापुरुष अटल बिहारी वाजयपेयी अग्रिम पंक्ति में उनका नाम है. उनके समृद्ध और विकसित, भारत के संकल्प को दोहराते हुए मैं हम सब की ओर से अटल जी को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।

मधुर मनोहर अतीव सुंदर यह सर्वशिक्षा की राजधानी काशी हिंदू विश्वविद्यालय का यह कुलगीत वास्तव में काशी की ज्ञान परंपरा को सूक्ष्ता से परिभाषित करता है। विश्व के सबसे बड़े आवासीय विश्वविद्यालय की संकल्पना पंडित मदन मोहन मालवीय ने सोची और उसे 4 फरवरी 1916 में मूर्त रूप दिया। उन्होंने विद्या के भव्य मंदिर के रूप में काशी हिंदू विश्वविद्यालय परिसर का निर्माण किया।
उनका मानना था कि विश्वविद्यालय के विशाल भवन के समान ही वहां पढ़ने वाले विद्यार्थियों के विचार भी विशाल होंगे। जो देश प्रेम के साथ भारत की विकास यात्रा को पूर्ण करेंगे।विश्वविद्यालय में आयुर्वेद संकाय के ठीक सामने आधुनिक चिकित्सा विज्ञान संस्थान तथा प्रौद्योगिकी संस्थान के सामने कृषि विज्ञान संस्थान का निर्माण कराया गया है। जो परंपरा के साथ आधुनिक शिक्षा पद्धति के विचार के संतुलन को स्पष्ट रूप से परिभाषित करता है। महामना का मानना था कि विद्यार्थियों के पास सभी तरह के ज्ञान को प्राप्त करने के समान अवसर होने चाहिए। महामना ने विश्वविद्यालय में ज्ञान के संचार को बेहतर बनाने के लिए विभिन्न महापुरुषों को जोड़ने का प्रयास भी किया। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन विश्वविद्यालय के कुलपति बने और उन्हें 9 वर्ष विश्वविद्यालय में अपनी सेवा दी।
इस मौक़े पर कुलदीप कसाना मंडल अध्यक्ष, राजन आर्य मंडल अध्यक्ष ,विनोद शर्मा पार्षद ,आलोक शर्मा पार्षद, योगेश चौधरी पूर्व पार्षद, अशोक भाटी, सोनू बंसल, विजेंदर ,चंद्रभूषण ,मेहर चंद पाल ,जय कुमार शर्मा, दिलीप शर्मा वार्ड अध्यक्ष, अशोक भाटी, वीरेंद्र मिश्रा, विपिन डागर, पुष्पेंद्र चौधरी, परवीन कुमार, विशाल शर्मा ,आकाश चौधरी, मोहित गुप्ता , अमित कल्याणी, पवन रेड्डी, जीतू ठाकुर, मदन राय आदि मौजूद रहे।