स्वामी चिन्मयानंद केस में लापता लड़की को राजस्थान से बरामद कर लिया गया है। उसे एसटीएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी की देखरेख में उसे वापस शाहजहांपुर लाया जा रहा था लेकिन सुप्रीम कोर्ट के दखल के बाद अब उसे अदालत में पेश करने के लिए दिल्ली ले जाया जा रहा है।

उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने बताया कि एसटीएफ को चिन्मयानंद केस में लापता लड़की की तलाश में लगाया गया था। लड़की की तलाश में पुलिस और एसटीएफ की टीम अलग-अलग हरियाणा से लेकर राजस्थान तक छापेमारी कर रही थी। आज सुबह के वक्त उसकी लोकेशन मिलने पर उसे राजस्थान के दौसा जिले से उसके दोस्त के साथ बरामद कर लिया गया।
Uttar Pradesh Director General of Police (DGP), OP Singh: FIR was registered by BJP leader and former Union Minister Swami Chinmayanand. As per report of the FIR, the girl (law student) was demanding Rs 5C & threatening to go for media trial. Appropriate legal action to be taken. pic.twitter.com/N0zed6xpnT
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) August 30, 2019
उन्होंने बताया कि लड़की की तलाश में टीमों ने स्वामी चिन्मयानंद के आश्रम में भी छापेमारी करके वहां मौजूद लोगों से पूछताछ की थी। उन्होंने बताया कि लड़की के साथ शाहजहांपुर के सुखदेव कॉलेज में एलएलबी का छात्र संजय सिंह भी था जिसको भी हिरासत में लेकर उससे भी पूछताछ की गई है।
In Shahjahanpur episode the girl has been located by Shahjahanpur police in Rajasthan along with her friend.
Necessary legal action is being taken.— UP POLICE (@Uppolice) August 30, 2019
उन्होंने बताया कि लड़की को बरामद करके शाहजहांपुर लाया जा रहा था लेकिन आज ही इस मामले की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान उत्तर प्रदेश पुलिस की ओर से लड़की के बरामद होने की जानकारी दी गई। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने उससे मिलने की इच्छा जताई और लड़की को सीधे अदालत में पेश करने का आदेश मिला है।
Uttar Pradesh Director General of Police (DGP), OP Singh: The girl has been found in Rajasthan along with her friend. Our priority was to locate her. Police will do further investigation and take action. The girl and her friend are being brought to Shahjahanpur. pic.twitter.com/M9zJwoZyPX
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) August 30, 2019
जस्टिस भानुमति ने कहा कि हम लड़की से अपने चैंबर में बात करेंगे। उसके बाद खुली अदालत में आदेश पारित करेंगे। इसलिए लड़की को पूरी सुरक्षा देते हुए सुप्रीम कोर्ट में प्रस्तुत करने के मद्देनजर अब शाहजहांपुर के बजाय दिल्ली ले जाया जा रहा है।
