भारत में पिछले कुछ दिनों में कोरोना वायरस के मामलों में तेजी आई है। भारत में अब तक कोरोना वायरस से 28 लोग संक्रमित पाए गए हैं। कोरोना वायरस के संक्रमण पर रोक लगाने के लिए भारत सरकार व्यापक स्तर उपाय कर रही है। इस वायरस के संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए जागरूक किया जा रहा है। इस दिशा में स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों के लिए परामर्श जारी किया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन, सीडीसी सहित स्वास्थ्य एजेंसियों का मानना है कि हाथ को साफ-सुथरा रखकर संक्रामक रोगों की चपेट में आने से बचा सकता है। स्वास्थ्य एजेंसियों का कहना है कि ऐसे समय में जब संक्रामक रोग फैला हो तो उस समय हाथों को साफ-सुथरा रखना बेहद जरूरी है। हाथ को साफ-सुथरा रखने के लिए बाजार में कई तरह के सेनिटाइजर उबलब्ध हैं लेकिन ये सेनिटाइजर COVID-19 जैसे कोरोना वायरस के संक्रमण से सुरक्षित रखने में कितने कारगर हैं। इस बारे में जानना बेहद जरूरी है
CDC के मुताबिक यदि कोई अल्कोहल युक्त सेनिटाइजर का इस्तेमाल करता है तो यह सेनिटाइजर आपके हाथ में मौजूद जर्म्स (Germs) को तेजी से मार देता है लेकिन यह हर तरह के जर्म्स (Germs) जैसे कि कोरोना वायरस, कुछ परीजीवी और डायरिया पैदा करने वाले जर्म को निष्क्रिय नहीं कर पाता। इसके अलावा सेनिटाइजर्स कीटनाशकों एवं भारी धातुओं वाले नुकसानदायक रसायनों की सफाई पूरी तरह से नहीं कर सकते।
हाथ साफ रखनें क्लोरिन भी मददगार
वहीं दूसरी ओर यदि कोई व्यक्ति अपने हाथ की सफाई के लिए स्वच्छ पानी और साबुन का इस्तेमाल करता है तो हाथ पर लगे सभी तरह की धातुओं, कीटनाशकों और जर्म्स की सफाई हो जाती है। इस बीच, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने हाथों की स्वच्छता बनाए रखने के लिए जो परामर्श दिया है उसमें कहा गया है कि साबुन अथवा अल्कोहल युक्त हैंड रब (एबीएचआर) नहीं है तो हाथ को स्वच्छ बनाने के लिए 0.05 प्रतिशत क्लोरिन का इस्तेमाल किया जा सकता है।