यूपी: दूसरे राज्यों से आए लोगों के लिए रात भर जागते रहे सीएम योगी, घर तक पहुंचाने के लिए किये ये इंतज़ाम

लखनऊ, 28 मार्च (हि.स.)। विश्वव्यापी कोरोना वायरस से दूसरे राज्यों के लोगों को गंतव्य तक पहुंचाने की सुविधा के लिए यूपी मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ रातभर जागते रहे। इस दौरान रात में परिवहन विभाग के अधिकारियों, ड्राइवरों और कंडक्टरों को घरों से जगाकर बुलाया गया। रातों रात बिहार, झारखण्ड समेत अन्य राज्यों के लोगों को घर तक पहुंचाने के लिए 1000 बसों का इंतज़ाम किया गया।

दिल्ली में जीवकोपार्जन के लिए बिहार, यूपी, झारखण्ड समेत अन्य राज्यों से गए लोग लॉकडाउन लागू होने के बाद अपने-अपने घरों के लिए पैदल ही चल दिए। किसी तरह से लखनऊ पहुंचे ऐसे लोगों को उनके घर पहुंचाने की व्यवस्था करने के लिए मुख्यमंत्री योगी ने रात भर जागकर इस समस्या का समाधान निकाला।

दिल्ली से आए लोगों ने अपनी आपबीती सुनाते हुए कहा कि दिल्ली सरकार ने पानी, बिजली के कनेक्शन काट दिए। लॉकडाउन के दौरान भोजन, दूध आदि की मदद भी नहीं मिली। इसलिए हम लोगों को मजबूरन सड़क पर आना पड़ा। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि भूखे लोग सड़कों पर उतरे तो दिल्ली सरकार के अधिकारी बक़ायदा एनाउंसममेंट कर अफ़वाह फैलाते रहे कि यूपी बार्डर पर बसें खड़ी हैं, जो यूपी और बिहार ले जाएंंगी। बहुत सारे लोगों को मदद के नाम पर डीटीसी की बसों से बॉर्डर तक छोड़ा गया।

वरिष्ठ पत्रकार सियाराम पाण्डेय ने कहा कि लाकडाउन और कथित कर्फ़्यू में दिल्ली सरकार की संवेदनहीनता के कायण कोरोना फैलाने का ख़तरा बढ़ा है। दिल्ली सरकार ने पूरे देश में लोगों की जान से खिलवाड़ किया है। योगी सरकार के सूचना सलाहकार शलभमणि त्रिपाठी ने कहा कि सीएम केजरीवाल मुफ्त बिजली और पानी देने का वायदा करके दूसरी बार सत्ता में आए लेकिन इस विपदा के समय बिजली, पानी व दूध की सप्लाई रोकना आम जनमानस के साथ नाइंसाफ़ी है।

सीएम योगी दिल्ली से निकाले गए जनता के लिए रात भर जाग कर नोएडा, गाजियाबाद, बुलंदशहर, अलीगढ़, हापुड़ आदि इलाक़ों में 1000 से ज्यादा बसें लगाकर इनको गंतव्य तक पहुंचाने की व्यवस्था कराई। उन्होंने बताया कि रात में ही इन लोगों और बच्चों के लिए भोजन का इंतज़ाम कराया गया। कोरोना और लॉकडाउन की आपदा के वक़्त केजरीवाल ने सस्ती सियासत की है, जिसका भविष्य में जनता सबक सिखायेगी।

कोरोना लॉकडाउन: यदि रास्ते में फंसे हैं तो 112 पर कॉल करें, योगी सरकार करेगी मदद

कोरोना के संक्रमण से बचाव के लिए पूरे देश में चल रहे लॉकडाउन के दौरान यदि कोई व्यक्ति उत्तर प्रदेश में कहीं भी रास्ते में फंसा हो तो वह तत्काल 112 पर कॉल करे अथवा 7570000100 नंबर पर वाट्सऐप करें। प्रदेश की योगी सरकार उसकी मदद करेगी।

प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) असीम अरुण के अनुसार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर आकस्मिक सेवा 112 ने लॉकडाउन के दौरान लोगों की हर संभव मदद का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के चलते इस समय तमाम लोग सड़कों अथवा हाईवे पर पैदल ही यात्रा कर रहे हैं। ऐसे में उनकी मदद जरुरी है।

एडीजी ने कहा कि यदि कोई किसी को कहीं फंसा देख रहा है तो वह भी 112 नंबर पर कॉल कर सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि इस समय 112 पर कॉल का अत्यधिक दबाव है, ऐसे में 7570000100 नंबर पर वाट्सऐप करके सूचना देंगे तो आसानी होगी। वाट्सऐप पर सबसे पहले अपना नाम और मोबाइल नंबर लिखना होगा। इसके बाद कहां फंसे हैं, कहां से आएं हैं और कहां जाना है, इसकी सूचना दें। उन्होंने कहा कि सूचना मिलते ही पुलिस हर संभव मदद करेगी।

गौरतलब है कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश में लागू किये गये लॉकडाउन के बाद दिल्ली, नोएडा समेत देश के कई महानगरों में रहने वाले प्रवासी मजदूरों और कामगारों का पलायन शुरु हो गया है। ये सब पैदल अथवा अन्य जुगाड़ से किसी तरह अपने घरों की ओर लौट रहे हैं। समूहों में चल रहे इन मजदूरों से कोरोना के संक्रमण का खतरा भांपते हुए केंद्र सरकार ने शुक्रवार को देश के सभी राज्य सरकारों को एडवाइजरी जारी की। इसके माध्यम से इन मजदूरों और कामगारों के पलायन को रोकने के लिए कहा गया है।

केंद्र सरकार द्वारा जारी एडवाइजरी के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन मजदूरों की मदद के लिए तत्काल अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये। उन्होंने अधिकारियों से कहा है कि प्रदेश में आने वाले प्रवासी मजदूरों को खाना-पीना और रहने की व्यवस्था की जाए।

मुख्यमंत्री योगी ने हरियाणा, महाराष्ट्र और उत्तराखंड समेत अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों से अनुरोध किया है कि उत्तर प्रदेश के लोगों के खाने और रहने की व्यवस्था वहीं करवा दें, ताकि वे सभी लोग यहां आने के बजाए वहीं पड़े रहें। उन्होंने यह भी कहा है कि इस व्यवस्था में जो भी खर्च आएगा उसका वहन उत्तर प्रदेश सरकार करेगी। इस कार्य को गति हेतु योगी ने तत्काल 12 राज्यों के लिए नोडल अधिकारी भी तैनात कर दिया। इन नोडल अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि वे अपने प्रभार वाले राज्य के मजदूरों व अन्य नागरिकों की सभी प्रकार की समस्याओं का समाधान करेंगे। मुख्यमंत्री ने पैदल ही पलायन कर रहे मजदूरों से अपील की है कि वे ऐसा न करें। इससे कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा है।