कोरोना वायरस को लेकर अमेरिका बना डेथ जोन, लगातार दूसरे दिन भी हुयी 2000 मौतें ; दुनिया भर में 79,235 ने तोड़ा दम

नई दिल्ली । कोरोना वायरस को लेकर अमेरिका डेथ जोन बन चुका है। इस महामारी से अब तक अमेरिका में सबसे ज्यादा मौतें हुई हैं। हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के अनुसार यह लगातार दूसरा दिन है जब अमेरिका में लगभग 2000 लोगों की मौत हुई है तथा करीब 32 हज़ार नए मामले सामने आए हैं। अमेरिका में अब तक 434,581 लोग कोरोना वायरस से पॉजिटिव पाए गए हैं और इससे मरने वालों का आंकड़ा 14,779 पार कर गया है।

देश का न्यूर्यार्क शहर सबसे ज्यादा प्रभावित है, यहां अब तक 151,171 लोग कोरोना वायरस से पॉजिटिव पाए गए हैं। वहीं 6,268 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। कोरोना वायरस से जुड़े आंकड़े उपलब्ध कराने वाली वेबसाइट वर्डोमीटर के अनुसार बुधवार को अमेरिका में 1,931 लोगों की मौत हो गयी है। देश में अब तक 14,779 लोग कोरोना के चलते जान गंवा चुके हैं। इसके अलावा 9,279 लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है।

वही विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा जारी एक दैनिक बुलेटिन के अनुसार वैश्विक स्तर पर कोरोनावायरस के कुल कुल 1,353,361 मामले सामने आये हैं और 79,235 मौतों की पुष्टि की गई है। पिछले एक दिन में मामलों की संख्या 73,639 बढ़ी है, जबकि मृत्यु का आंकड़ा 6,695 बढ़ गया है। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि अब तक मौतों की संख्या में यह सबसे बड़ी दैनिक वृद्धि है।

यूरोप में कोरोनोवायरस के सबसे ज्यादा मामले 720,219 और 57,369 मौतें दर्ज की गईं हैं। उत्तर और दक्षिण अमेरिका के देश कोरोनावायरस के कुल 417,416 मामलों और 12,597 मौतों के साथ दूसरे स्थान पर हैं। पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र जिसमें चीन, दक्षिण कोरिया और जापान शामिल हैं, 114,667 मामलों और 3 अप्रैल तक 3,922 मौतों के साथ तीसरे स्थान पर हैं।

डब्ल्यूएचओ द्वारा प्रकाशित आंकड़ों के अनुसार अमेरिका कोरोनावायरस के 363,321 मामलों के साथ शीर्ष पर है, इसके बाद स्पेन (140,510), इटली (135,586), जर्मनी (103,228) और चीन (83,157) हैं।

दिसंबर 2019 के अंत में चीनी अधिकारियों ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) को मध्य चीन के वुहान शहर में एक पहले से अज्ञात निमोनिया के प्रकोप के बारे में सूचित किया था। डब्ल्यूएचओ द्वारा इसे कोविड-19 का नाम दिया गया। तब से इस नोवल कोरोनावायरस के  मामले दुनिया के हर कोने में दर्ज किए गए हैं। 11 मार्च को डब्ल्यूएचओ ने कोरोनोवायरस के प्रकोप को महामारी घोषित कर  दिया था।