यूपी सरकार की बढ़ी टेंशन, विभिन्न राज्यों से लौट रहे प्रवासी मिल रहे कोरोना संक्रमित…

प्रदेश के 64 जनपदों में अब तक संक्रमण के 1786 मामले, 1655 मरीज हुए ठीक


लखनऊ । प्रदेश में जहां विभिन्न राज्यों से प्रवासी कामगारों, श्रमिकों को लाने का सिलसिला जारी है जिनमें संक्रमित मरीज भी मिल रहे हैं। इसके मद्दनेजर शासन से सतर्कता बरतने के निर्देश दिये गये हैं। प्रदेश के 64 जनपदों में इस समय संक्रमण के 1786 मामले हैं। अब तक 1655 मरीज पूरी तरह से उपचारित हो चुके हैं।

ज्यादा संक्रमण वाले राज्यों से भी आ रहे प्रवासी
प्रमुख सचिव, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण,अमित मोहन प्रसाद ने सोमवार को बताया कि राज्य में प्रवासी श्रमिक कई ऐसे प्रदेशों से भी आ रहे हैं, जहां काफी संक्रमण फैला हुआ है। कुछ लोगों के संक्रमित होने की सूचना भी आ रही है। इसलिए बहुत जरूरी है कि सामुदायिक निगरानी (कम्युनिटी सर्विलांस) मॉडल का सही उपयोग किया जाए।

निगरानी समितियों की जिम्मेदारी बढ़ी
उन्होंने कहा कि लोगों की निगरानी के लिए हमने ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम प्रधानों के नेतृत्व में ग्राम निगरानी समितियां और सभासदों के नेतृत्व में शहरी क्षेत्रों में मोहल्ला निगरानी समितियां बनाई हैं। इन्हें बेहद मजबूती से काम करना है। जो लोग लक्षण रहित पाये जा रहे हैं, उन्हें 21 दिन के घरेलू एकांतवास (होम क्वारंटाइन) के लिए भेजा जा रहा है। वहीं जिनमें में लक्षण पाये जा रहे हैं, उनका परीक्षण कराने के बाद अगर संक्रमण है तो अस्पतालों में भेजा जा रहा है। संक्रमण नहीं होने पर उन्हें सात दिन के लिए एकांतवास में रोक रहे हैं। फिर उनका परीक्षण होने के बाद 14 दिन के घरेलू एकांतवास के लिए भेजेंगे। इसलिए कोई भी प्रवासी कामगार रेलवे स्टेशन से सीधा घर नहीं भेजा जाएगा।

कन्ट्रोल रूम से 2098 लोगों को फोन, 09 लोग मिले संक्रमित
प्रमुख सचिव ने बताया कि इसके साथ ही आरोग्य सेतु एप के जरिए जो भी अलर्ट मिल रहे हैं, उन्हें सम्बन्धित जनपदों को भेजा जा रहा है। वहीं एक समानान्तर व्यवस्था भी है। इसमें हम अपने कन्ट्रोल रूम के जरिए जो लोग संक्रमित लोगों के सम्पर्क में आये हैं, उन्हें फोन करके इसकी जानकारी दे रहे हैं। अभी तक कुल 2098 लोगों को कॉल की गई है। इनमें 09 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं।

अब तक 72 जिलों से 3520 संक्रमण के मामले आये सामने
प्रदेश के 64 जनपदों में इस समय संक्रमण के 1786 मामले हैं। अब तक 1655 मरीज पूरी तरह से उपचारित हो चुके हैं। अब तक प्रदेश के 72 जिलों से 3520 कोरोना पाॅजिटिव के मामले सामने आए हैं।

316 पूल टेस्ट में 1580 सैम्पल की हुई जांच
उन्होंने बताया कि रविवार को 316 पूल टेस्ट के माध्यम से 1580 सैम्पल टेस्ट किये गये, जिसमें से 33 पूल पॉजिटिव पाये गये। 1830 लोगों को आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है तथा 8952 लोगों को फैसिलिटी क्वारेंटाइन में रखा गया है।

1.27 लाख लोगों की रिपोर्ट आई निगेटिव
उन्होंने बताया कि प्रदेश में कोरोना टेस्टिंग लैब की संख्या बढ़कर 26 हो गयी है। उन्होंने बताया कि कोरोना जांच के लिए अब तक 1,30,893 लोगों के नमूनों की जांच की गई, जिसमें से 1,27,373 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है।

सबसे ज्यादा युवा, सबसे कम बुजुर्ग संक्रमित
प्रमुख सचिव, स्वास्थ्य ने बताया कि जागरूकता की बदौलत बुजुर्गों को संक्रमण से दूर रखने में सफलता मिली है। अधिक उम्र वालों और बीमारी से ग्रसित लोगों में संक्रमण का खतरा ज्यादा रहता है। लेकिन, प्रदेश में शुरुआत से ही बुजुर्गों के संक्रमित होने का प्रतिशत अन्य आयु वर्गों के मुकाबले कम रहा है। प्रदेश में 20 से कम उम्र के कोरोना संक्रमित मरीज 17.7 प्रतिशत, 20 से 40 आयु वर्ग के 48.7 प्रतिशत, 40 से 60 उम्र के 25.5 प्रतिशत और 60 वर्ष से अधिक उम्र के मात्र 8.1 प्रतिशत बुजुर्ग संक्रमित हैं।

महिलाओं से दोगुना से ज्यादा पुरुष संक्रमित
अभी भी पुरुषों के मुकाबले महिलायें कम संक्रमित हैं। प्रदेश में 78.5 प्रतिशत पुरुष और 29.5 प्रतिशत महिलायें संक्रमित हैं। इस तरह पुरुष, महिलाओं से दोगुना से भी ज्यादा संक्रमित हैं।

‘दो गज की दूरी’ का करें पालन
प्रमुख सचिव, स्वास्थ्य ने कहा कि साबुन, पानी से हाथ धोते रहें, मुंह और नाक को मास्क, रूमाल, दुपट्टे या गमछे आदि से ढक कर रखें, साथ ही दो गज की दूरी का पालन करें, इस समय यह बहुत आवश्यक है। घर से अनावश्यक रूप से न निकलें। संक्रमण से बचाव ही एक मात्र रास्ता है, इस पर सभी लोगों को ध्यान देना चाहिए।

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