प्रियंका गाँधी वाड्रा को करना होगा सरकारी बंगला खाली, 1 अगस्त तक का समय है उनके पास

लखनऊ : उत्तर प्रदेश में कांग्रेस (Uttar Pradesh Congress) की सक्रियता के साथ-साथ खुद पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi in Lucknow) लगातार प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार पर हमलावर हैं। ऐसे में रणनीतिक लिहाज से भी प्रियंका गांधी (Sheela Kaul bungalow) का दिल्ली में होना यूपी कांग्रेस खेमे को कहीं न कहीं कमजोर करता है। उधर, केंद्र सरकार ने प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Resident) से दिल्ली में लोधी रोड स्थित सरकारी बंगला खाली करने को कहा है। ऐसे में यूपी कांग्रेस के कुछ सूत्रों ने मीडिया  को बताया है कि प्रियंका जल्द उत्तर प्रदेश में अपना आवास बना सकती हैं।

हाल ही में ‘बस पॉलिटिक्स’ के बीच अजय कुमार लल्लू की गिरफ्तारी हुई थी। इस दौरान प्रदेश कांग्रेस उतनी मजबूत नहीं नजर आ रही थी। मीडिया ने यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू से एक सवाल किया था कि जेल में रहने के दौरान प्रियंका गांधी आपसे मिलने क्यों नहीं आईं, अगर वह आतीं तो कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ता। इस पर अजय कुमार लल्लू ने जवाब तो दिया लेकिन कांग्रेस में आलाकमान से दूरी की बात को लेकर शायद अंदरखाने में मंथन हुआ है।

“प्रियंका गांधी ने बीजेपी सरकार के गरीब विरोधी, रोजगार विरोधी व महिला विरोधी रवैये के विरोध में मुखर होकर आवाज उठाई है। सच सामने लाने के चलते उन पर लगातार तरह-तरह के हमले किए गए। वह जनता की समस्याओं को उठाने के लिए और उनके निदान के लिए चट्टान की तरह अडिग हैं।”-अजय कुमार लल्लू, यूपी कांग्रेस चीफ

कौल आवास में हो सकती हैं शिफ्ट!
कांग्रेस के सूत्र ने बताया, ‘प्रियंका गांधी जल्द ही लखनऊ में बालू अड्डे के नजदीक कौल आवास में शिफ्ट हो सकती हैं।’ प्रियंका गांधी के लखनऊ शिफ्ट होने की चर्चा काफी वक्त से हो रही है। बताया जा रहा है कि प्रियंका गांधी लखनऊ में शीला कौल की कोठी को अपना ठिकाना बनाएंगी। हालांकि, शीला कौल को सभी लोग नहीं जानते हैं। अब जरा यह भी जान लेते हैं शीला कौल का गांधी परिवार से क्या संबंध है। शीला कौल का निधन वर्ष 2015 में हुआ। वह इंडियन नैशनल कांग्रेस की एक नेता के साथ-साथ कैबिनेट मेंत्री, राज्यपाल भी रहीं। कहा जाता है कि वह जवाहरलाल नेहरू की भाभी और इंदिरा गांधी की मामी थीं।

कांग्रेस वर्कर्स पर हुआ था लाठीचार्ज
इन सबके इतर आपको यह भी बता दें कि हाल ही में यूपी पुलिस ने कांग्रेस पार्टी के अल्‍पसंख्‍यक प्रकोष्‍ठ के अध्‍यक्ष शाहनवाज आलम को सोमवार को पिछले साल (2019) हुए नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन के सिलसिले में अरेस्‍ट कर‍ लिया था। कांग्रेस नेता की गिरफ्तारी का विरोध करने के लिए जब यूपी कांग्रेस के अध्‍यक्ष अजय कुमार लल्‍लू हजरतगंज थाने पहुंचे तो पुलिस ने कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को हटाने के लिए लाठीचार्ज कर दिया गया।

बंगला खाली नहीं किया तो जुर्माना लगेगा

प्रियंका गांधी से एसपीजी सुरक्षा वापस ली गई थी और Z+ सुरक्षा दी गई थी। एसपीजी कवर में सुरक्षा के मद्देनजर सरकारी बंगले का प्रावधान था। Z+ में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है। इसलिए अलॉटमेंट कैंसल किया जा रहा है। अगर 1 अगस्त तक बंगला खाली नहीं किया तो उसके बाद जुर्माने के तौर पर किराया लगेगा।

प्रियंका ने मोदी और योगी पर साधा था निशाना

इससे पहले प्रियंका गांधी वाड्रा ने बुधवार को वाराणसी के बुनकरों के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा था। प्रियंका ने ट्वीट किया कि प्रधानमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र के बुनकर जो वाराणसी की शान हैं, आज वे अपने गहने और घर गिरवी रखकर गुजारा करने को मजबूर हैं। उन्हें आर्थिक मदद का ठोस पैकेज ही तंगहाली से निकाल सकता है।

यूपी चुनाव से ही राजनीति में सक्रिय हैं प्रियंका
हाल के दिनों में उन्होंने लगातार केंद्र सरकार पर हमला बोला है। एक दिन पहले ही ट्वीट कर केंद्र सरकार और बसपा प्रमुख मायावती पर हमला बोला था। प्रियंका ने ट्वीट में लिखा, “जैसे कि मैंने कहा था कि कुछ विपक्ष के नेता भाजपा के अघोषित प्रवक्ता बन गए हैं, जो मेरी समझ से परे है। इस समय किसी राजनीतिक दल के साथ खड़े होने का कोई मतलब नहीं है। हर हिंदुस्तानी को हिंदुस्तान के साथ खड़ा होना होगा, हमारी सरजमीं की अखंडता के साथ खड़ा होना होगा। और जो सरकार, देश की सरज़मीं को गँवा डाले, उस सरकार के ख़िलाफ़ लड़ने की हिम्मत बनानी पड़ेगी।”