
इस्लामाबाद
राफेल फाइटर जेट के भारतीय वायुसेना में शामिल होते ही पाकिस्तान दहशत में आ गया है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने आरोप लगाया कि भारत अपनी वास्तविक रक्षा जरूरतों से ज्यादा हथियार जमा कर रहा है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने विश्व समुदाय से गुहार लगाई है कि वह भारत को हथियार जमा करने से रोके। पाकिस्तान ने कहा कि इससे दक्षिण एशिया में हथियारों की होड़ शुरू हो सकती है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत लगातार अपने परमाणु हथियारों की संख्या और गुणवत्ता दोनों को ही बढ़ा रहा है। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह परेशान करने वाला है कि भारत लगातार अपनी जरूरत से ज्यादा सैन्य क्षमता इकट्ठा कर रहा है। भारत अब दूसरा सबसे बड़ा हथियारों का आयातक देश बन गया है। यह दक्षिण एशिया में रणनीतिक स्थिरता को बुरी तरह से प्रभावित कर रहा है।
‘भारत परमाणु हथियारों की संख्या बढ़ा रहा’
बता दें कि करीब 7000 किलोमीटर का सफर करते हुए पाकिस्तान के एयरस्पेस से सटकर गुजरात के रास्ते अंबाला एयर बेस पहुंचे इन राफेल फाइटर जेट ने पाकिस्तानी वायुसेना की बेचैनी बढ़ा दी है। राफेल के खौफ आलम यह है कि इन विमानों के आने से ठीक पहले पाकिस्तान के एयरफोर्स चीफ को आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा से आपात बैठक करनी पड़ी है।
दरअसल, पाकिस्तान की यह बेचैनी वाजिब भी है। राफेल के आने से अब पाकिस्तान में घुसकर एयर स्ट्राइक करने वाली भारतीय वायुसेना की ताकत और बढ़ गई है। इराक और लीबिया में अपने युद्ध कौशल का शानदार प्रदर्शन करने वाले राफेल लड़ाकू विमानों की सीधी टक्कर पाकिस्तान के अमेरिका निर्मित एफ-16 फाइटर जेट से होगी। विशेषज्ञों के मुताबिक, राफेल जंग में ‘गेमचेंजर’ साबित होगा और इसके आने पर पाकिस्तानी एयरफोर्स पर दबाव काफी बढ़ जाएगा।
एक राफेल जेट को रोकने कि लिए दो एफ-16 की जरूरत
यही नहीं पाकिस्तानी एयरफोर्स को अब एक राफेल फाइटर जेट को रोकने कि लिए अपने दो एफ-16 लड़ाकू विमान लगाने पड़ेंगे। अभी तक स्थिति यह है कि भारत को एक एफ-16 रोकने के लिए दो सुखोई-30एमकेआई विमान तैनात करने पड़ते हैं। इंडियन एयरफोर्स के पूर्व चीफ एवाई टिपणिस का मानना है कि यदि एयरफोर्स के पास फरवरी में बालाकोट हमले के दौरान राफेल होता तो भारत पाकिस्तान के कम से कम 12 एफ-16 विमानों को मार गिराता। यही नहीं भारत को बालाकोट में एयर स्ट्राइक करने के लिए पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र में नहीं घुसना पड़ता।