जिला अस्पताल के चिकित्सक कोरोना योद्धा के तौर निभा रहे जिम्मेदारी


– ओपीडी में आने वाले मरीजों को बता रहे कोविड-19 से बचाव के उपाय
– चिकित्सक अपनी सुरक्षा के साथ मरीजों के बेहतर इलाज में जुटे  
प्रवीण पाण्डे़य

मैनपुरी – कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण के बीच जिला अस्पताल के चिकित्सक पहली पंक्ति में खड़े होकर कोरोना मरीजों की सेवा में जुटे हैं। कई चिकित्सक संक्रमण की चपेट में भी आ चुके हैं, लेकिन उन्होंने अपनी ड्यूटी से कभी मुंह नहीं मोड़ा। ऐसे ही चिकित्सकों की अग्रिम पंक्ति में शामिल हैं – जिला चिकित्सालय के चर्म रोग विशेषज्ञ डॉ0 गौरांग गुप्ता और फिजिशिएन डॉ0 धर्मेंद्र सिंह। यह दोनों कोविड-19 संक्रमण काल की शुरुआत से ही जिला अस्पताल में कार्य करते हुए लगातार लोगों को उपचार दे रहे हैं। अब उपचार के साथ कोरोना संक्रमण से बचाव के तरीके भी लोगों को समझा रहे हैं।


जिला अस्पताल के त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ0 गौरांग गुप्ता मार्च से लगातार जिला अस्पताल की इमरजेंसी में ड्यूटी कर रहे हैं। उनका कहना है कि प्रतिदिन यहां दर्जनों मरीज आते हैं। कई उपचाराधीन भी मिलते हैं। ऐसे में डर तो सताता है, लेकिन चिकित्सीय धर्म हमें हमारी जिम्मेदारी याद दिलाता रहता है। डॉ0 गौरांग बताते हैं कि वह कई महीनों से अपने घर भी नहीं गए हैं। उनकी पत्नी डॉ0 प्राची गुप्ता भी एक डॉक्टर हैं और आगरा के मंटोला स्थित चिकित्सालय में कोविड-19 संक्रमण काल में भी लगातार चिकित्सीय धर्म निभा रहीं हैं। इन दोनों ने अपना जीवन लोगों की सेवा में लगाने का प्रण किया है। उनका कहना है कि वायरस का अब तक कोई कारगर उपचार नहीं मिला है। सिर्फ सावधानी ही बचाव है। जरूरी है कि प्रत्येक स्वस्थ व्यक्ति घर से बाहर निकलने से पहले मास्क और ग्लब्स  का इस्तेमाल करे। छींक के ड्रॉपलेट्स के साथ कोविड-19 वायरस स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में सांस के साथ प्रवेश कर सकता है। मास्क का इस्तेमाल करने पर यह वायरस बेअसर हो जाता है। इसके अलावा इम्यूनिटी बढाने वाले खाद्य पदार्थों का प्रयोग भी सबसे ज्यादा जरूरी है। ठंडी तासीर वाले खाद्य और पेय पदार्थों का सेवन नुकसानदेह हो सकता है। डॉ0 गुप्ता का कहना है कि सावधानियों में शारीरिक दूरी सबसे अधिक अहमियत रखती है। इस समय ऐसे व्यक्ति सबसे ज्यादा हैं, जिनमें संक्रमण नजर ही नहीं आता। लेकिन वह दूसरों को संक्रमित कर रहे हैं। बेहतर है कि सुरक्षा के लिहाज से सभी लोग अपनी जांच कराएं।


    जिला अस्पताल के फिजीशियन डॉ0 धर्मेंद्र सिंह भी अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभा रहे हैं। उनका मानना है कि ईश्वर के बाद संसार में व्यक्ति केवल डॉक्टर पर ही भरोसा करता है। वह कहते हैं कि वह अपने कर्तव्य पर खरा उतरने का भरपूर प्रयास करते हैं। कोरोना काल में भी उनका धर्म उन्हें पीछे हटने की इजाजत नहीं देता। डॉ0 धर्मेंद्र सिंह बताते हैं कि वह एल- 2 हॉस्पिटल में कोरोना उपचाराधीन मरीजों को लगातार उपचार देने के साथ कोविड-19 संक्रमण से लड़ने वालों में आत्मविश्वास भी भर रहे हैं। डॉ0 धर्मेंद्र सिंह बताते हैं कि अभी कोविड-19 की कोई दवा उपलब्ध नहीं है। ऐसे में लोगों को कोविड-19 संक्रमण से लड़ने के लिए आत्मविश्वास से भरा होना बेहद जरूरी है।

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