वायु सेना दिवस की सभी तैयारियां पूर्ण, आसमान में गरजेंगे लड़ाकू विमान

वायु सेना की एयरोबेटिक्स टीम के जांबाज आसमान में दिखाएंगे हवाई कलाबाजिया

गाजियाबाद। देश की राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद में हिंडन एयर बेस स्टेशन एयर फोर्स स्टेशन परिसर में 8 अक्टूबर को भारतीय वायु सेना अपना 89 वा स्थापना दिवस मनाने जा रही है। इस संबंध में 1 अक्टूबर से भारतीय वायु सेना के जांबाज लगातार अपना अभ्यास कर रहे हैं ।6 अक्टूबर को फुल ड्रेस रिहर्सल परेड होगी । इसके बाद 8 अक्टूबर को मुख्य विशेष समारोह का आयोजन किया जाएगा। इंडो चीन बॉर्डर पर इस समय तनाव की स्थिति है और तनाव के माहौल में भारतीय वायु सेना के जांबाज धरती से लेकर आसमान तक अपनी बहादुरी का जौहर दिखाएंगे। इस बार भी लड़ाकू विमान राफेल और स्वदेशी निर्मित विमानों का विशेष आकर्षण होगा। 6 और 8 अक्टूबर को आयोजित होने वाले इस विशेष समारोह को ध्यान में रखते हुए यातायात रूट में व्यापक फेरबदल किया गया है ताकि किसी भी प्रकार के सुरक्षा बंदोबस्त में कोई चूक न हो। एयर फोर्स स्टेशन के आसपास किसी भी प्रकार का कचरा ना फैले इसको लेकर जिला प्रशासन को रक्षा मंत्रालय पहले ही ताकीद कर चुका है ,ताकि हवाई उड़ानों में पक्षी अवरोध पैदा न कर सके। इन दोनों दिनों की कवरेज करने के लिए मीडिया के लिए अलग से पास जारी किए जा रहे हैं lकॉविड 19 को ध्यान में रखते हुए केवल उन्हीं लोगों को परेड में दर्शक के रूप में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है जिनके पास कोविड वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट होगा। मीडिया के लिए भी गाइडलाइन जारी की गई है कि यदि किसी के पास कोविड़ वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट नहीं होगा तो उन्हें कवरेज के लिए एंट्री नहीं दी जाएगी।


इन इलाकों में हवाई स्पेस पर रहेगी नजर-
भारतीय वायुसेना के विमान निचले स्तर पर उड़ान भरेंगे जिन इलाकों में भारतीय वायुसेना के विमान सामान्य स्तर पर उड़ान भरेंगे उनमें अफजलपुर हिंडन ,शामली जीवाना, चांदी नगर हिंडन , हापुड, पिलखुआ ,गाजियाबाद हिंडन वाजीपुर पुल, करवल नगर शामिल है।


वायु सेना की एयरोबेटिक्स टीमों के जांबाज प्रदर्शन से दहल जाएंगे दुश्मनों के दिल –

सूर्य किरण और आकाशगंगा भारतीय वायु सेना की दो टीमें है जो एरोबेटिक टीम के नाम से जानी जाती है जो आसमान में दिल दहलाने वाले कलाबाजी करते हैं।इस कलाबाजी को देखने के लिए दर्शक दूर-दूर से आते हैं। इन दोनों टीमों के सभी पायलट क्वालिफाइड फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर होते हैं,जिनके पास एयरक्राफ्ट उड़ाने का 1000 घंटे और लड़ाकू विमान उड़ाने का 2000 घंटे का अनुभव होता है। खास बात यह है कि इस टीम का मुखिया कमांडर अधिकारी होता है जो फॉरमेशन का भी नेतृत्व करता है।

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