लखनऊ । राज्यसभा सांसद अमर सिंह द्वारा समाजवादी पार्टी सरकार में मंत्री रहे आजम खां के खिलाफ दायर किए गए एक के बाद एक एफआईआर को लेकर सियासत तेज हो गई है। एक दिन पहले समाजवादी पार्टी द्वारा एफआईआर को बीजेपी की साजिश बताने के बाद अब अमर सिंह ने एक वीडियो के जरिए यूपी के पूर्व सीएम और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधा है। अमर सिंह ने वीडियो में कहा है कि अखिलेश ने आजम खान पर दर्ज मुकदमा वापस लेने की बात कही है, जिससे प्रदेश का हिंदू नाराज है।
.@yadavakhilesh statement favouring #AzamKhan & his demand for withdrawal of FIR shows him in his true colours. No wonder blood bath of Ram bhakts in #Ayodhya firing has made @samajwadiparty a namazwaadi party. Akhilesh you keep proposing Azam & I will keep disposing him pic.twitter.com/Do6VoB4LIV
— Amar Singh (@AmarSinghTweets) October 20, 2018
जानिए क्या कहा अमर सिंह ने वीडियो में
अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर जारी एक विडियो में अमर सिंह ने कहा, ‘अखिलेश ने एक बार फिर आजम खान का पक्ष लेते हुए मेरे द्वारा दर्ज कराई एफआईआर को साजिश बताया है। उन्होंने कहा कि आजम खान ने कहा है कि मैंने कोई बयान दिया ही नहीं, लेकिन सच यह है कि पुलिस ने एक टीवी चैनल की रिकॉर्डिंग देखने के बाद पर्याप्त सबूतों के आधार पर एफआईआर दर्ज की है। पुलिस ने पूरी रिकॉर्डिंग के आधार पर आजम खान के खिलाफ इन धाराओं में केस दर्ज किया है, जिसके सत्यापित होने पर उन्हें 13 साल के लिए जेल जाना होगा।’
गोमती नगर थाने में दर्ज कराई थी एफआईआर
बता दें कि बीते बुधवार को अमर सिंह ने लखनऊ के गोमती नगर थाने में पहुंचकर यहां एसपी सरकार के पूर्व मंत्री आजम खान के खिलाफ तहरीर दी थी। इंस्पेक्टर गोमतीनगर त्रिलोकी सिंह के मुताबिक पांच पन्ने की तहरीर में अमर ने बेटियों पर तेजाब से हमला कराने की धमकी, मुजफ्फरनगर दंगा, उन्हें जान से मारने की साजिश और सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने के आरोप लगाए थे, जिसके बाद पुलिस ने शिकायत धारा 153ए/बी, 506 और 295ए के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू की। इस एफआईआर के बाद समाजवादी पार्टी ने इसे बीजेपी की साजिश करार दिया था।
जौहर विश्वविद्यालय के निर्माण को देंगे चुनौती: अमर
इसके बाद विडियो जारी कर अमर सिंह ने अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा। वहीं अखिलेश यादव को संबोधित करते हुए सिंह ने अपने विडियो में कहा, ‘आजम खान ने शत्रु संपत्ति कानून में दखल देते हुए मौलाना अली जौहर विश्वविद्यालय का निर्माण कराया और तुमने खुद इसकी तारीफ भी की। मैं आरटीआई से इस विश्वविद्यालय की पूरी जानकारी लेने जा रहा हूं और इसके मिलने के बाद पुराने राजाओं द्वारा ब्रिटिश सरकार से किए करार के दस्तावेज लेकर मैं अदालत में इसे चुनौती दूंगा।’ सिंह ने कहा कि आजम खान को राष्ट्रवादी मुसलमानों से नफरत है और वह मदन मोहन मालवीय या सर सैयद नहीं हैं। आज आजम खान ने बयान दिया है और इसके पक्ष में अखिलेश भी बोल रहे हैं, लेकिन यह चिराग बुझने से पहले की रोशनी है।
‘प्रदेश का हिंदू क्लीन चिट से दुखी’
एसपी अध्यक्ष को नसीहत देते हुए अमर सिंह ने कहा,’जब पता चलेगा कि जौहर विश्वविद्यालय की नींव कितनी खोखली है तो तुम समाज को मुंह दिखाने के लायक नहीं रहोगे, इसलिए अभी भी वक्त है और तुम्हें संभल जाना चाहिए। उत्तर प्रदेश का सारा हिंदू आजम खान को दी तुम्हारी क्लीन चिट से दुखी है, ऐसे में तुम्हारे बयान ने एक बार फिर साबित किया है कि समाजवादी पार्टी अब नमाजवादी पार्टी बन गई है।’
अखिलेश ने कहा था, ‘बीजेपी रच रही साजिश’
बता दें आजम खान का पक्ष लेते हुए अखिलेश यादव ने कहा था कि मो.आजम खां के जीवन को खतरा है, उन्हें पर्याप्त सुरक्षा दी जाए। आजम खां को जेल भेजने की धमकी दी जा रही है। लेकिन सच यह है कि कुंभ जैसे महापर्व का कुशल संचालन करने वाले और जौहर विश्वविद्यालय जैसी संस्था की शुरुआत करने की वजह से बीजेपी के नेता चिढ़कर ही उन्हें बदनाम करने की साजिश रच रहे हैं।