राफेल मामले में एक बार फिर मोदी मोदी सरकार ने एकबार फिर यू-टर्न लिया है। बताते चले अटॉर्नी जनरल के के वेणुगोपाल ने शुक्रवार को अपने बयान से पलटते हुए कहा कि दस्तावेज चोरी नहीं हुए हैं. उन्होंने कहा कि वह सुप्रीम कोर्ट में कहना चाह रहे थे कि डील की जांच की मांग करने वाले याचिकाकर्ताओं ने दस्तावेज की फोटोकॉपी का इस्तेमाल किया था. उन्होंने कहा कि डील के दस्तावेज सरकार के सीक्रेट दस्तावेज थे.
वेणुगोपाल ने पीटीआई से कहा
“मुझे बताया गया कि विपक्ष आरोप लगा रहा है कि मैंने सुप्रीम कोर्ट में दलील दी थी कि दस्तावेज रक्षा मंत्रालय से चोरी हो गए हैं. यह पूरी तरह गलत है. यह कहना कि दस्तावेज चोरी हो गए थे पूरी तरह गलत है.”
2. The Learned AG told @PTI_News "I am told that the opposition has alleged what was argued (in SC) was that files had been stolen from the Defence Ministry. This is wholly incorrect. The statement that files have been stolen is wholly incorrect.” #Rafale
— Nirmala Sitharaman (@nsitharaman) March 8, 2019
1.Learned AG KK Venugopal told @PTI_News the Rafale documents were not stolen from the Defence Ministry & what he meant in his submission before the Supreme Court was that petitioners in the application used "photocopies of the original" papers, deemed secret by the government.
— Nirmala Sitharaman (@nsitharaman) March 8, 2019
झूठ और राहुल गाँधी एक दूसरे के पर्याय हैं। इसी कड़ी में कल उन्होंने कहा था कि रक्षा मंत्रालय से राफेल के दस्तावेज गायब हो गये हैं पर आज ही यह स्पष्ट हो गया है कि कोई दस्तावेज गायब हुये ही नहीं थे। राहुल गाँधी का एक और झूठ जनता के सामने है। https://t.co/nrZ8ujWpEU
— Amit Shah (@AmitShah) March 8, 2019
राफेल सौदे से जुड़े दस्तावेजों की चोरी को लेकर सुप्रीम कोर्ट में उनकी दलील के बाद राफेल विवाद पर राजनीति एक बार फिर गर्म हो गई है. दस्तावेजों की चोरी को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सरकार पर जमकर निशाना साधा.
आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि अटॉर्नी जनरल को कोर्ट में यह कहने से बचना चाहिए था कि दस्तावेज रक्षा मंत्रालय से चोरी किए गए हैं. वहीं, इन दस्तावेजों के आधार पर रिपोर्ट प्रकाशित करने को लेकर सरकार ने ‘द हिंदू’ को कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है.