बरेली : दुकान एक सुविधाएं अनेक मंडल में 52 ग्राम चिह्नित, सीएम ने लगाई मोहर

खाद व रसद विभाग बरेली ने ऐसी पारदर्शी सार्वजनिक वितरण प्रणाली विकसित किया है जिसकी सराहना खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी कर रहे हैं। बरेली में तैयार हुई कार्य योजना जल्द पूरे प्रदेश में लागू होगी, इससे गरीबों को मिलने वाला अनाज की हेराफेरी पर अंकुश लगेगा। संभागीय खाद्य नियंत्रक बरेली विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष जोगिंदर सिंह ने पिछले दिनों अन्नपूर्णा योजना तैयार कर मुख्यमंत्री जी के समक्ष प्रस्तुत किया। उनका अभिनव प्रोजेक्ट मुख्यमंत्री जी को भा गया और पूरे प्रदेश में लागू करने का निर्देश भी दिया। साथ ही बरेली मंडल पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शामिल कर लिया गया है, इसके तहत में 52 स्थानों पर अन्नपूर्णा दुकानें बनेंगी।

आरएफसी जोगिंदर सिंह और उनकी टीम की मेहनत रंग लायी बरेली पायलट प्रोजेक्ट में शामिल

ग्रामीण क्षेत्र में अक्सर राशन वितरण को लेकर तमाम शिकायतें रहती थी, इसके निदान के लिए आरएफसी बरेली जोगिंदर सिंह ने एक कार्य योजना बनाई। इसका नाम अन्नपूर्णा रखा। मुख्यमंत्री जी ने जब विस्तृत रूप से कार्य योजना समझी तो उन्होंने लिफाफा पीठ थपथपाई और प्रोजेक्ट पूरे प्रदेश में लागू करने के निर्देश भी दे दिए। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री जी खुद खाद विभाग के मुखिया भी हैं। ग्रामीण क्षेत्र में अक्सर राशन वितरण को लेकर तमाम शिकायतें रहती थी, इसके निदान के लिए आरएफसी बरेली जोगिंदर सिंह ने एक कार्य योजना बनाई। इसका नाम अन्नपूर्णा रखा। मुख्यमंत्री जी ने जब विस्तृत रूप से कार्य योजना समझी तो उन्होंने लिफाफा पीठ थपथपाई और प्रोजेक्ट पूरे प्रदेश में लागू करने के निर्देश भी दे दिए। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री जी खुद खाद विभाग के मुखिया भी हैं।

बरेली मंडल पायलट प्रोजेक्ट में शामिल

बरेली मंडल पायलट प्रोजेक्ट में शामिल किया गया है। जिसमें 52 दुकानें प्रस्तावित हैं। बरेली जिला में अन्नपूर्णा दुकान निर्माण भी शुरू हो गया है। बरेली में 15 अन्नपूर्णा दुकानें बिथरी चैनपुर में भरतौल क्यारा मे उमरसिया रामनगर में मनोना, मझगवा में अंतपुर, भोजीपुरा में बोहित, शेरगढ़ में दुनका, नवाबगंज में हाफिजगंज, भदपुरा में अल्हैया, फतेहगंज पश्चिमी में अगरास, बहेड़ी में मंडनपुर शुमाली, मीरगंज में सिधौली, आलमपुर जाफराबाद में बलिया, भुता में सुनोर मुरारपुर, दमखोदा में मुड़िया नबी बख्श, फरीदपुर में लौंगपुर चिन्हित हो गई हैं।

आरएससी जोगिंदर सिंह ने बताया कि प्रोजेक्ट में उनके अधीनस्थ कुछ अफसरों का सक्रिय योगदान रहा है। दुकानों के निर्माण में मनरेगा का भी सहयोग लिया है। साथ ही पंचायत विभाग भी इससे जोड़ा गया है।

कार्य योजना उद्देश्य

  1. अन्नपूर्णा नवाचार का उद्देश्य खाद्यान्न का सुरक्षित व पर्याप्त भण्डारण किया जाना।
  2. सिंगल स्टेज डोर स्टेप डिलीवरी व्यवस्था का प्रभावी क्रियान्वन (वाहनों की सुगम पहुँच) सरकार द्वारा सार्वजनिक वितरण प्रणाली में उपलब्ध कराया जा रहा खाद्यान्न सार्वजनिक स्थल से भेदभाव व गुटबाजी से परे आम जन को उपलब्ध कराना।
    उचित दर दुकान स्थायी होगी। जो विक्रेता परिवर्तन से प्रभावित नही होगी।
  3. आमजन को दैनिक आवश्यकता की वस्तुएं व अन्य सेवाओं की निकटतम स्थान पर एकीकृत रूप में उपलब्धता सुनिश्चित कराना।

रूपरेखा

  1. इस मॉडल दुकान में कुल आच्छादित क्षेत्र 52 वर्गमीटर दो गेट होंगे। दुकान के सामने बरामदा / प्रतीक्षा शेड होगा
  2. सामने साइन बोर्ड है, जिसमें उचित दर विक्रेता का नाम, मोबाइल नंबर, दुकान खुलने व बंद समय, आवंटन, स्टॉक, अंत्योदय कार्ड सूची, संबंधित अफसरों के मोबाइल नंबर तथा टोल फ्री नंबर अंकित किये जायेंगे।
  3. बाएं गेट से अंदर जाने पर खाद्यान्त्र सफाई से रखे जाने की व्यवस्था रखी गई है। दुकान में लगभग 400 कट्टे खाद्यात्र एक साथ भंडारित किया जा सकेगा।
  4. दुकान में दाहिनी ओर खाद्यान्न तौल हेतु इलेक्ट्रॉनिक कांटे की व्यवस्था होगी।
    लाभार्थियों रजिस्टर में अंकन तथा ई-पॉश मशीन तथा आमजन हेतु जन सुविधा केंद्र भी होगा।

प्रस्तावित सुविधायें

अन्नपूर्णा दुकान परिसर में जनरल स्टोर होगा। जहां से जन सामान्य द्वारा रोजमर्रा का सामान प्राप्त किया जा सकता है। पांच किलो एलपीजी सिलेंडर, माइको एटीएम, ई-स्टाम्प विक्रय, अग्निशमन यंत्र सुविधायें प्रस्तावित है।

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