बड़ी खबर : चीनी प्रोफेसर्स ने छोड़ा पाकिस्तान, मैंडरिन संस्थानों पर मंडराने लगा खतरा

कराची यूनिवर्सिटी में मैंडरिन, यानी चीनी भाषा पढ़ाने वाले सभी चीनी प्रोफेसर्स पाकिस्तान छोड़कर चले गए हैं। अब पाकिस्तान में मैंडरिन सिखाने वाले संस्थानों के बंद होने का खतरा मंडराने लगा है। डिपार्टमेंट ऑफ कन्फ्यूशियस के डायरेक्टर डॉक्टर नसीरउद्दीन ने कहा- कराची यूनिवर्सिटी समेत देश के सभी इंस्टीट्यूशन में मैंडरिन पढ़ाने वाले प्रोफेसर्स को चीन ने वापस बुला लिया है।

नसीरुद्दीन के मुताबिक, फिलहाल डिपार्टमेंट ऑफ मैंडरिन को बंद नहीं किया जा रहा। हम पाकिस्तानी प्रोफेसर्स से गुजारिश करते हैं कि वो इस मामले में मदद करें।

महिला फिदायीन हमले में 3 चीनी प्रोफेसर्स की मौत

कराची यूनिवर्सिटी में 26 अप्रैल को महिला फिदायीन हमले में 3 चीनी प्रोफेसर्स की मौत हो गई थी। चीन ने पाकिस्तान से उसके नागरिकों को सुरक्षा देने के लिए सख्त कदम उठाने की हिदायत दी थी। हालांकि, हमले के बाद प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ आधी रात को दौड़े-दौड़े चीन की इस्लामाबाद में मौजूद ऐंबैसी पहुंचे थे। उन्होंने भरोसा दिलाया था कि भविष्य में चीनियों को सख्त सुरक्षा दी जाएगी।

बलोच लिबरेशन आर्मी ने ली हमले की जिम्मेदारी

हमले की जिम्मेदारी उसी बलोच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने ली, जो पहले भी इस तरह के कई हमलों को अंजाम दिया है। अब तक इन हमलों में 15 चीनी नागरिक मारे जा चुके हैं। एक तरफ, चीन और पाकिस्तानी फौज है तो दूसरी तरफ BLA है। बलूचियों की मांगों का समर्थन कई देश कर चुके हैं, लेकिन उसके तौर-तरीकों पर सवालिया निशान हैं।

चीनी हमले पर डाले एक नजर

2017 : इस साल मई में दो बाइक सवारों ने काम पर जा रहे चीनी नागरिकों की बस पर हमला किया। 10 चीनी मारे गए।

2018 : फरवरी में चीन के कॉन्स्युलेट जनरल पर हमला किया गया। वो तो बच गए, लेकिन 4 पाकिस्तानी पुलिस अफसर मारे गए।

2021 : क्वेटा के फाइव स्टार सेरेना होटल पर हमला। चीनी राजदूत तो बच गए, लेकिन 6 लोगों की मौत हो गई।

2021 : दासू डैम जा रही चीनी इंजीनियरों की बस हमला। 9 चीनी इंजीनियर मारे गए। इमरान सरकार के झूठ से चीन तिलमिलाया।

2021 : अगस्त में ग्वादर पोर्ट के करीब चीनियों पर हमला हुआ। दो बच्चों की मौत हो गई।

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