जम्मू कश्मीर में उथल-पुथल तेज हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती, उमर अब्दुल्ला और सज्जाद लोन को नजरबंद कर दिया गया है। केंद्र सरकार के किसी बड़े फैसले की आशंका के बीच श्रीनगर सहित राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में सुरक्षा कड़ कर दी गई है। राजधानी श्रीनगर सहित जम्मू में भी सोमवार सुबह 6 बजे से धारा 144 लगा दी गई है।
इसके अलावा किश्तवाड़, राजौरी और बनिहाल में कर्फ्यू लगा दिया गया है। बताते चले जिस तरह से पिछले कुछ दिनों में घाटी में सियासी हलचल बढ़ गई है उसके बाद अलग-अलग तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। जिसके बाद माना जा रहा है कि सरकार घाटी में कोई बड़ा फैसला ले सकती है। घाटी में बड़ी संख्या में जवानों को भेजा गया है, अमरनाथ यात्रा को रद्द कर दिया गया, साथ ही यात्रियों, श्रद्धालुओं और पर्यटकों से वापस जाने के लिए कहा गया है।
Jammu & Kashmir: Security tightened in Srinagar in view of the imposition of section 144 CrPC from midnight 5th August. pic.twitter.com/qErNGidUDi
— ANI (@ANI) August 5, 2019
बता दें कि अनुपम खेर कश्मीरी पंडित हैं और वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के समर्थक हैं। उनकी पत्नी किरन खेर लोकसभा सांसद हैं। अक्सर खेर घाटी में चल रही समस्या को लेकर अपनी राय रखते रहते हैं, जिसकी वजह से वह चर्चा में रहते हैं। इससे पहले खेर ने कहा था कि अगर अनुच्छेद 370 को हटा दिया जाए तो घाटी में हर तरह की समस्या को खत्म किया जा सकता है। इस अनुच्छेद में घाटी को कुछ विशेषाधिकार दिए गए हैं।
Kashmir Solution has begun.🇮🇳
— Anupam Kher (@AnupamPKher) August 4, 2019
I believe I’m being placed under house arrest from midnight tonight & the process has already started for other mainstream leaders. No way of knowing if this is true but if it is then I’ll see all of you on the other side of whatever is in store. Allah save us 🙏🏼
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) August 4, 2019
How ironic that elected representatives like us who fought for peace are under house arrest. The world watches as people & their voices are being muzzled in J&K. The same Kashmir that chose a secular democratic India is facing oppression of unimaginable magnitude. Wake up India
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) August 4, 2019
सोमवार का दिन जम्मू-कश्मीर के लिए बेहद अहम हो सकता है। राज्य में तनावपूर्ण हालात को देखते हुए जम्मू जिला प्रशासन ने एहतियातन कड़े कदम उठाए हैं। जम्मू में मोबाइल इंटरनेट बंद रखने का आदेश जारी किया गया है। यहां के सभी स्कूल-कॉलेजों को बंद रखने के लिए कहा गया है। जम्मू यूनिवर्सिटी भी सोमवार को बंद रहेगी। साथ ही आज होने वाली सभी परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं। नई तारीखों का बाद में ऐलान किया जाएगा।