
नई दिल्ली : भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में ताजा झड़प हुई है। प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो की ओर से मिली जानकारी के अनुसार, चीनी सैनिकों ने बातचीत से इतर जाते हुए मूवमेंट आगे बढ़ाया। पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे पर चीनी सैनिकों की गतिविधि का भारतीय सेना ने विरोध किया। रिपोर्ट के अनुसार, सेना ने चीन को आगे बढ़ने नहीं दिया। भारत ने इस इलाके में तैनाती और बढ़ा दी है। इस झड़प के बावजूद, चुशूल में ब्रिगेड कमांडर लेवल की फ्लैग मीटिंग चल रही है।
बातचीत के बावजूद हो गई झड़प
कई दौर की बातचीत के बावजूद, पूर्वी लद्दाख में तनाव कम नहीं हो रहा है। भारतीय सेना का साफ स्टैंड है कि चीन को अप्रैल से पहले वाली स्थिति बहाल करनी चाहिए। सैन्य स्तर पर बातचीत के अलावा विदेश मंत्रालय और दोनों देशों के वर्किंग मकैनिज्म फॉर कंसल्टेशन ऐंड को-ऑर्डिनेशन ने भी चर्चा की है। दोनों पक्ष कंपलीट डिसइंगेजमेंट की दिशा में आगे बढ़ने पर बार-बार सहमत हुए हैं लेकिन धरातल पर असर नहीं हुआ।
पहले भी चीन कर चुका ऐसी हरकतें
1999 में जब भारत का ध्यान करगिल में पाकिस्तान की घुसपैठ पर था, तब चीन ने अपने बेस से लेकर फिंगर 4 तक एक कच्ची सड़क बना ली थी। बाद में इसे पक्का कर दिया गया। एक मिलिट्री ऑफिसर के अनुसार, “PLA के सैनिक अक्सर फिंगर 8 और सिरजप की पोस्ट से अपनी पोस्ट से गाड़ियों में बैठकर इस इलाके में पैट्रोल करते थे। लेकिन फिंगर 2 तक दावा करने के बाजवूद उन्होंने इसपर कभी कब्जा नहीं किया था.