प्रियंका के भगवा पर दिये बयान को सीएम ने बनाया मुद्दा, ट्वीटर पर शुरू किया कैंपेन

– सीएम आफिस ने एक ट्वीट में लिखा, आस्था का ज्वार है भगवा.. कांग्रेस के लिए व्यापार है भगवा

उपेन्द्र राय
लखनऊ, 03 जनवरी (हि.स.)। प्रियंका वाड्रा द्वारा ‘भगवा’ पर दिये गये बयान और उस मुद्दे पर उनके द्वारा भगवा संस्कृति की सीएम योगी आदित्यनाथ को दी गयी नसीहत बड़ा मुद्दा बन गया है। अब सीएम आफिस ने इस पर #भगवा_ की_शान_हैं_योगी_जी कैंपेन शुरू कर दिया है, जो शुक्रवार को सुबह से ही ट्रोल होना शुरू हो गया। सुबह से ही हजारों लोग लोग योगी के समर्थन में उतर आये। योगी आफिस द्वार किये गये एक ट्वीट में कांग्रेस पर भी करारा प्रहार किया गया, जिसमें लिखा गया “अंतर्मन का उद्गार है भगवा..। आस्था का ज्वार है भगवा..।सनातनी संस्कार है भगवा..।भारत का श्रृंगार है भगवा..।जीवन नश्वर, उद्धार है भगवा..।कांग्रेस के लिए “व्यापार” है भगवा..। हमारे योगी जी का प्यार है भगवा..।

लगातार एक के बाद दूसरा किये गये ट्वीट में लिखा “ लोकतंत्र के लोक का स्वर है भगवा। मर्यादा पुरुषोत्तम का तापस वेश है भगवा। योगी और राजयोगी का अन्तर्सम्बन्ध है भगवा। राजतंत्र से लोकतंत्र तक जनता की आवाज है भगवा। वीरता का गीत और प्रगति का संगीत है भगवा।शांति की भावना, परम वैभव की संभावना है भगवा। इस कविता को शुक्रवार सुबह 10.40 बजे तक 12 सौ से अधिक लोगों ने रीट्वीट किया।

एक दूसरे ट्वीट में लिखा “ गरीब की शान है भगवा..। वंचित का मान है भगवा..।शोषित की आन बन गया भगवा..। हम सब का सम्मान है भगवा..। राजनीति के सौदागरों को चुनौती है भगवा..। उत्तर प्रदेश का निशान है भगवा..। माँ भारती का स्वाभिमान है भगवा..।
अपने चौथे ट्वीट में लिखा “ क्रांति की हुंकार और शांति का राग है भगवा। पवित्र प्रतीक और मर्यादा का मानक है भगवा। सेवा, त्याग, समर्पण का अनुबंध है भगवा। भागवत का सार और शौर्य का प्रमाण है भगवाकाम, क्रोध, मोह, लोभ, राग, द्वेष से मुक्ति है भगवा।
प्रियंका के इस बयान पर सीएम योगी के ऑफिस ने पहला ट्वीट सोमवार रात्रि में ट्वीट किया था, ”संन्यासी की लोक सेवा और जन कल्याण के निरंतर जारी यज्ञ में जो भी बाधा उत्पन्न करेगा उसे दण्डित होना ही पड़ेगा। विरासत में राजनीति पाने वाले और देश को भुला कर तुष्टिकरण की राजनीति करने वाले लोक सेवा का अर्थ क्या समझेंगे?”

बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि हिंसा में शामिल लोगों को सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने के लिए भुगतान करना होगा। इसी को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा ने लखनऊ में आयोजित प्रेसवार्ता में कहा था कि भगवा उनका निजी वस्त्र नहीं है। हिन्दू धर्म में दया होती है। क्रोध नहीं। उसके बाद से ही यह मुद्दा बनता चला गया। इस पर सबसे पहले तो भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने घेरा। इसके बाद उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने इस मुद्दे पर प्रेस वार्ता की, फिर देर रात सीएम आफिस से ट्वीट किया गया।

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