इजराइल-हमास जंग को लेकर ब्रिटिश प्रधानमंत्री और नेतन्याहू के बीच चल रही युद्ध रणनीति पर चर्चा

तेल अवीव। इजराइल और हमास के बीच जारी जंग को लेकर ऋषि सुनक और बेंजामिन नेतन्याहू के बीच चल रही बैठक , युद्ध की रणनीति पर एक महत्वपूर्ण चर्चा हो रही है। जानकारी के मुताबिक हमास से जारी जंग के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बाद ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक इजरायल दौरे पर पहुंच गए हैं। यहां ऋषि सुनक ने कहा कि वे इजरायल के साथ खड़े हैं। इससे पहले जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज ने इजरायल के प्रति अपना समर्थन दिखाने के लिए वहां का दौरा किया था।

ऋषि सुनक ने ट्वीट कर कहा, मैं इजराइल में हूं. राष्ट्र शोक में है. मैं आपके साथ दुखी हूं और आतंकवाद जैसी बुराई के खिलाफ आपके साथ खड़ा हूं. आज, और हमेशा।

ऋषि सुनक इजरायल के साथ एकजुटता दिखाने के लिए इजरायल दौरे पर हैं

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक इजरायल के साथ एकजुटता दिखाने के लिए इजरायल दौरे पर हैं। यहां वे पीएम नेतन्याहू से मुलाकात करेंगे। ब्रिटिश पीएमओ के बयान के मुताबिक, सुनक इजरायल पर हमास के आतंकवादी हमले की निंदा करेंगे। इसके अलावा बीते दो हफ्तों से चल रहे युद्ध में जान गंवाने वाले लोगों के लिए संवेदना व्यक्त करेंगे। ब्रिटिश पीएमओ के बयान के अनुसार, सुनक इस बात पर भी जोर देंगे कि किसी भी नागरिक की मौत एक त्रासदी है। वह साथी नेताओं से कहेंगे कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय के रूप में हमास के बर्बर आतंकवाद को क्षेत्र में संघर्ष को बढ़ाने के लिए उत्प्रेरक नहीं बनने देना चाहिए।

ऋषि सुनक ने गाजा के अस्पताल पर हुए हमले को क्षेत्र और दुनियाभर के नेताओं के लिए संघर्ष को अधिक खतरनाक रूप से बढ़ने से रोकने के लिए एक साथ आने का महत्वपूर्ण क्षण बताया। इजरायल की अपनी यात्रा पर सुनक गाजा में मानवीय गलियारे को जल्द से जल्द खोलने पर जोर देंगे। इस बयान के मुताबिक, जब ऋषि सुनक इजरायल में होंगे, उसी समय विदेश मंत्री जेम्स क्लेवरली मिस्र, तुर्की और कतर में रहेंगे. इसके अलावा रक्षा मंत्री ग्रांट शॉप्स ने बुधवार को वाशिंगटन में अमेरिकी समकक्ष लॉयड ऑस्टिन से मुलाकात की थी।

7 अक्टूबर को हमास हमले के बाद से गाजा पट्टी में जारी जंग

7 अक्टूबर को हमास के हमले के बाद से गाजा पट्टी में जंग जारी है। जहां हमास लगातार इजरायल पर रॉकेट दाग रहा है। वहीं, इजरायल जवाबी कार्रवाई में गाजा पट्टी में हमास के ठिकानों पर एयर स्ट्राइक कर रहा है। इस जंग में अब तक 4900 लोगों की मौत हुई है। हमास के हमलों में इजरायल में 1400 लोग मारे गए हैं। जबकि इजरायल के हमलों में 3500 से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे गए हैं। जबकि 13 हजार से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं।

अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी, फ्रांस समेत तमाम पश्चमी देशों ने इजरायल में हमास के हमले की निंदा की है। साथ ही इजरायल की गाजा पट्टी में कार्रवाई को सही ठहराया है। इतना ही नहीं अमेरिका और ब्रिटेन ने इजरायल के खिलाफ अन्य देशों के युद्ध में उतरने की आशंका को देखते हुए अपने लड़ाकू विमान और वॉरशिप भी इजरायल बॉर्डर के पास तैनात कर दिए हैं।

पीएम सुनक ने इजरायल की तरफ बढ़ाया मदद का हाथ

ब्रिटेन के पीएम सुनक ने हमास से युद्ध शुरू होने के बाद इजरायल की मदद के लिए एक जासूसी विमान, दो युद्धपोत, तीन मर्लिन हेलिकॉप्टर और मरीन कमांडो की कंपनी भेजी है। इनकी तैनाती भूमध्यसागर में की गई है। ताकि क्षेत्रीय संतुलन बनाया जा सके। ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने पिछले दिनों कहा था कि वो इजरायल की मदद के लिए रॉयल नेवी का टास्क ग्रुप भेज रहे हैं। इन्हें अगले हफ्ते भूमध्यसागर के लिए रवाना कर दिया जाएगा। इस मिलिट्री पैकेज में एक P8 एयरक्राफ्ट, सर्विलांस एसेट्स, दो रॉयल नेवी शिप- RFA लाइम बे और RFA आर्गस, तीन मर्लिन हेलिकॉप्टर्स और रॉयल मरीन कमांडो की एक कंपनी शामिल है।

अमेरिका ने दी इजरायल को क्लीनचिट

उधर, अमेरिका ने भी गाजा अस्पताल पर हुए हमले में इजरायल को क्लीन चिट दे दी है। दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन बुधवार को इजरायल के दौरे पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा, इजरायल ने अस्पताल पर हमला नहीं किया है। हमले में किसी और का हाथ नजर आ रहा है। उन्होंने इजरायल पर लग रहे आरोपों को पूरी तरह से खारिज कर दिया। इतना ही नहीं बाइडेन ने कहा कि हमास के लोगों ने नरसंहार किया है। हमास पूरे फिलिस्तीन का प्रतिनिधित्व नहीं करता है। उन्होंने गाजा अस्पताल पर हुए हमले पर दुख जताया. बाइ़डेन ने कहा, हम ये समझते हैं कि इजरायल के लिए यह लड़ाई आसान नहीं है।

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