धनारी क्षेत्र में नलकूप के पास हाथ पैर बंधे हुए मिले दर्जनों सूअर।

अधजले शव भी बरामद, मौके पर पहुंची पुलिस और वन विभाग की टीम।

सुअर तस्करों द्वारा जिंदे सुअरों को जलाकर खाया जाता था।

ग्रामीणों का आरोप – सूअर तस्करों द्वारा मारे जा चुके हैं लगभग 200 से अधिक सूअर।

नलकूप के अंदर से बनाने के बर्तन व अन्य उपकरण भी बरामद।

भास्कर समाचार सेवा
गुन्नौर/संभल
। संभल जनपद के धनारी थाना क्षेत्र के कृतिया गांव के जंगल में नलकूप के पास दर्जनों सूअर बंधे हुए बरामद हुए हैं। जहां उनके पैर बंधे हुए थे तथा अधजले शव भी बरामद हुए हैं।  सूअर तस्करों द्वारा जंगली सुअरों को जिंदा पकड़कर जलाया जाता था। तथा उन्हें भूनकर खाया जाता था। सूअर तस्कर अब तक लगभग 200 से अधिक सुअरों को मारकर उन्हें भूनकर खा चुके हैं। जहां वह नलकूप के आसपास ही रात्रि के समय भूनकर खाते थे।
शनिवार को जब बंधे हुए चीखती आवाज के साथ पड़े सुअरों को ग्रामीणों ने देखा तो सूचना पर संबंधित पुलिस और वन विभाग की टीम में मौके पर पहुंच गई। जहां पुलिस को बंधे हुए जंगली दर्जनों सुअरों के साथ नलकूप से बनाने के बर्तन तथा अन्य उपकरण भी बरामद हुए हैं।
धनारी थाना क्षेत्र के कृतिया गांव में कोढरी देवी मंदिर से पहले गांव निवासी रामौतार पुत्र प्रताप सिंह के नलकूप के पास शनिवार को दर्जन जंगली सुअर बंधे हुए तथा कुछ शव के अवशेष भी बरामद हुए हैं। ग्रामीणों ने देखा तो सूचना पर संबंधित थाना पुलिस और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई।
स्थिति को देख पुलिस और वन विभाग की टीम भी हैरत में रह गई। जहां देखा तो बराबर में ईटों के माध्यम से आग जलाकर उन्हें पकाने का काम भी किया जाता था। जंगली सुअरों के अधजले शव भी बरामद हुए हैं।
जहां उनके पैर बंधे हुए लगभग दर्जनों सूअर अचेत अवस्था में इधर-उधर नलकूप के पास मिले। ग्रामीणों के अनुसार सूअर तस्करों द्वारा बीते काफी समय से घटना को अंजाम दिया जा रहा था और लगातार सुअर को मारकर उन्हें भूना जाता था और फिर खाया जाता था।
मौके पर पहुंची पुलिस और वन विभाग की टीम ने जांच पड़ताल करने के बाद बंधे हुए जिंदा 7 सुअरों को गाड़ी में डालकर वन विभाग की टीम ले गई। वन विभाग की टीम और पुलिस द्वारा जांच की जा रही है। जहां पुलिस और वन विभाग की टीम द्वारा बराबर में ही बने नलकूप के अंदर भी तलाशी ली गई। जहां से सुअरों को बनाने के बर्तन तथा अन्य उपकरण भी बरामद हुए हैं।

वन दरोगा और वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची थी। जहां से हाथ पैर बंधे हुए लगभग 7 सुअर मौके पर मिले। जिन्हें टीम द्वारा खोला गया। उन्हें पानी पिलाकर जंगलों में छोड़ दिया गया है। मौके से कुछ बर्तन या अन्य उपकरण भी बरामद हुए हैं। पांच सूअर तस्करों के खिलाफ संबंधित थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई जा रही है। जिसमें नलकूप स्वामी के खिलाफ भी रिपोर्ट दर्ज कराई जा रही है।

             – प्रताप शर्मा
         वन क्षेत्राधिकारी, गुन्नौर।

जिंदे सुअरों को जलाकर खाते थे उनका मांस, 200 से अधिक सुअरों को बना चुके हैं निशाना।

गांव निवासी ग्रामीणों के अनुसार सूअर तस्कर बीते काफी समय से सुअरों को निशाना बनाते थे और नलकूप के पास ही रात्रि में सुअरों को इधर-उधर से मार कर लाकर जलाते थे। लगभग बीते 5- 6 महीनों से गाड़ियों में भरकर सूअर को बाहर के लोग आते थे और ले जाते थे। ग्रामीणों की मदद से जिंदा सूअर को जलाकर उनका मांस खाते थे। वह आए दिन सुअरों को मारने का काम करते थे।
जिसके बाद शेष शव को इधर-उधर फेंक देते थे। रोजाना जंगलों में सूअर को मारने की आवाज आती थी, जब सूअर चीखते थे तो काफी दूर तक उनकी आवाज आती थी। वहीं कुछ समय बाद जाने पर इधर-उधर आग जलती दिखाई देती थी। और उनकी हड्डियां भी रहती थी तथा मांस के टुकड़े भी मिलते थे। ग्रामीणों के अनुसार रोजाना 8 से 10 सूअर उन्हें मारने होते थे।

नलकूप स्वामी नलकूप की चाबी देने में करता रहा आनाकानी, काफी देर बाद मिली चाबी ली तलाशी।

नलकूप के पास बंधे हुए जिंदे सुअर मिलने से नलकूप स्वामी भी शक घेरे में।

कृतिया गांव के जंगल में रामौतार पुत्र प्रताप सिंह के नलकूप के पास दर्जनों सूअर बंधे हुए आसपास पड़े मिलने से जहां पुलिस और वन विभाग की टीम हैरत में है तो वहीं नलकूप स्वामी शक के घेरे में आ गया है।
नलकूप स्वामी रामौतार मौजूद नहीं था लेकिन उसके पिता प्रताप मौके पर पहुंचे तो पुलिस में नलकूप की चाबी मांगी जिससे कि अंदर तलाशी ली जा सके। वह चाबी देने में काफी देर तक आना-कानी करते रहे। काफी देर बाद चाबी दी तो पुलिस ने अंदर तलाशी ली।
नलकूप के पास बंधे हुए दर्जन और सूअर मिलने तथा कुछ शवों के अवशेष मिलने से नलकूप स्वामी भी शक के घेरे में आ गया है। ग्रामीणों के अनुसार कुछ ग्रामीणों की मदद से ही बाहर के सूअर तस्कर घटना को अंजाम देते थे।

अब बात आती है कि नलकूप के पास जब आए दिन सूअर बांधकर जब मारे जाते थे तो वह चीखते थे। जिसकी सूचना नलकूप स्वामी को भी रहती थी। उसके नलकूप के पास ही उन्हें मारकर जिंदा जलाया जाता था। लेकिन उसने फिर पुलिस को अब तक सूचना क्यों नहीं दी।
हालांकि वन विभाग की टीम द्वारा संबंधित थाने में पहुंचकर सूअर तस्करों के साथ नलकूप स्वामी के खिलाफ भी रिपोर्ट दर्ज कराई जा रही है।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें