भारत में जल्द कोरोना की चौथी लहर की एंट्री, लोगों की बढ़ी बीपी

दिल्ली। भारत में महामारी कोरोना वायरस के मामलों में कमी देखी जा रही है। पिछले कुछ दिनों से रोजाना आने वाले मामलों की संख्‍या घटकर 10 हजार से भी नीचे पहुंच गई है। लेकिन अभी कोरोना का खतरा टला नहीं है। विश्व में अभी भी कोरोना के रोज लाखों मामले आ रहे हैं। बीते कुछ दिनों से चीन और यूरोप के कुछ देशों में कोरोना विस्फोट ने सभी की चिंता बढ़ा दी है। यहां पिछले कुछ हफ्ते में कोरोना के मामले तेजी से बढ़े हैं। ऐसे में भारत में भी इसे लेकर चिंताएं बढ़ने लगी हैं। इसी बीच भारत में कोरोना की चौथी लहर को लेकर कयास लगाए गए जा रहे है। आइए जानते है कोविड-19 की नई लहर को लेकर जानकार क्या कहते है।

इन देशों में दौड़ रहा ओमिक्रॉन का सब-वेरिएंट BA2

ओमिक्रॉन का सब-वेरिएंट BA2 के चलते दक्षिण कोरिया, ब्रिटेन और यूरोप के कई देशों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों बढ़े है। वहीं भारत की बात करे तो जानकार यहां चौथी लहर को लेकर ज्यादा चिंतित नजर नहीं आ रहे हैं। उनका मानना है कि टीकाकरण और इम्युनिटी समेत कई कारण से इसे बच सकते है। फिलहाल, कुछ दिनों से देश में संक्रमण के दैनिक मामलों की संख्या 3 हजार से नीचे दर्ज की जा रही है

डॉक्टर सुभाष सालुंखे ने कोरोना पर कहीं ये बड़ी बात 

जानकारी के मुताबिक महाराष्ट्र सरकार के तकनीकी सलाहकार और स्वास्थ्य सेवाओं के महानिदेशक डॉक्टर सुभाष सालुंखे ने कोरोना पर बात करते हुए कहा कि हमें सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अगर हम सावधानी में लापरवाही बरते है तो दूसरे देशों की तरह भारत में चौथी लहर आ सकती है। उन्होंने कहा कि चौथी लहर के बारे में जो एक चीज नहीं जानते कि यह कब आएगी और कितनी खतरनाक होगी।

वहीं कुछ वैज्ञानिक गणितीय मॉडल के आधार पर फिर से कोरोना की चौथी लहर आने की बात कह रहे हैं। कुछ लोगों का कहना है कि विदेशों में कोरोना की चौथी और पांचवी लहरें आई हैं, ऐसे में यहां भी कोरोना की अगली लहरें कुछ देरी से लेकिन जरूर आएंगी।

चौथी लहर की आशंका…

विशेषज्ञों का कहना है कि अभी चौथी लहर की आशंका नहीं है और इस बारे में विभिन्न संस्थानों की तरफ से जो पूर्वानुमान हैं। जाने माने वायरोलॉजिस्ट टी जैकब जॉन कहते हैं कि पहली लहर अल्फा की वजह से आई। दूसरी में डेल्टा का योगदान रहा तथा तीसरी की मुख्य वजह ओमीक्रोन था। यदि तीन लहरों को देखें, तो तीन प्रमुख वेरिएंट इसके लिए स्पष्ट रूप से जिम्मेदार हैं। इसलिए चौथी लहर का खतरा तब तक नहीं है, जब तक कि कोई नया वेरिएंट नहीं आ जाता है।

कोविड नियमों का करे पालन

आपको बता दें कि कोरोना के नए खतरे को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने सभी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के अतिरिक्त मुख्य सचिवों, प्रधान सचिवों, सचिवों (स्वास्थ्य) को पत्र लिखकर कुछ सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं। केंद्र सरकार ने कहा है कि प्रदेश लोगों को कोविड रोधी टीका लेने को प्रोत्साहित करते रहें। साथ ही, लोगों को फेस मास्क पहनते रहने, सार्वजनिक स्थलों या भीड़-भाड़ में एक-दूसरे से शारीरिक दूरी बरतने और साफ-सफाई पर ध्यान दें।

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