फतेहपुर : रंग लगाने के चक्कर में दो पक्षो में खूनी संघर्ष, कई लोगों संग पुलिसकर्मी घायल

भास्कर ब्यूरो

खागा/फतेहपुर । किशनपुर थाना व कस्बे में रंग खेलने को लेकर उपजे मामूली विवाद को एक स्थानीय जनप्रतिनिधि व उसके सगे भाई द्वारा तूल देने से दो गाँव के गैर बिरादरों के बीच जमकर संघर्ष हुआ। जिसमे दोनो पक्षों से लगभग दो दर्जन लोग गम्भीर रूप से घायल हो गये। मारपीट के दौरान बीच बचाव करने पहुँचे स्थानीय पुलिस कर्मियों को भी उपद्रवियों ने दौड़ा लिया। जिससे पुलिस को बैकफुट में आना पड़ा। इस दौरान कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गए।

जानकारी के अनुसार थाना क्षेत्र के सरौली गांव निवासी सोनू पुत्र रामगोपाल अपने गांव के ही साथी संजय कोरी पुत्र शंकर व इंद्रजीत पुत्र रामशंकर के साथ बाइक से बीते (होली वाले दिन)  किसी कार्यवश किशनपुर कस्बे गया था। तभी जैसे ही बाइक सवार कस्बे स्थित सर्वोदय इण्टर कालेज स्कूल के पास पहुंचे। रंग खेल रहे सोनकर बिरादरी के आरोपित रितेश सोनकर, अंकित सोनकर, कुलदीप सोनकर, हीरालाल, प्रदीप सोनकर उनके 10, 12 अज्ञात साथी, बाइक सवार युवकों को जबरन रंग लगाने लगे।

डीएम एसपी पर बलवाईयों ने किया हमला

युवकों ने रंग तो लगवा लिया लेकिन रंग लगाने का विरोध किया। इस दौरान शराब के नशे में धुत आरोपित बाइक सवार युवकों के साथ अभद्रता करते हुए उनके कपड़े फाड़ने लगे। जिसका बाइक सवारों ने विरोध किया। जिस पर आरोपितों ने बाइक सवार तीनो साथियों को सड़क पर गिरा उनके साथ मारपीट शुरू करते हुए उनके पास मौजूद मोबाइल फोन व नगदी भी छीन ली। पीड़ित युवकों ने अपने साथ होने वाली मारपीट की सूचना अपने गाँव सरौली में दी। जिस पर सरौली गांव से भी दर्जनों लोग आ गये। दोनो पक्षों ने एक दूसरे को दौड़ा दौड़ाकर पीटना शुरू कर दिया। जिस पर प्रथम पक्ष के सोनकर बिरादरी के कुछ लोग और आ धमके।

घटना में आधा दर्जन सरकारी गाड़ियां टूटी

सरौली पक्ष कमजोर पड़ने लगा। तभी सरौली गाँव के ग्राम प्रधान अतुल सिंह अपने साथ कुछ ग्रामीणों को लेकर घटना स्थल पर पहुंच गए। जिन्होंने बीच बचाव करते हुए दोनो पक्षों को शांत करवाने का प्रयास किया। बकौल पीड़ित लेकिन घटनास्थल में मौजूद किशनपुर नगर पंचायत अध्यक्ष सुरेन्द्र सोनकर व उसके स्वजनों ने ग्राम प्रधान अतुल सिंह के साथ हाथापाई शुरू कर दिया। नतीजतन ग्राम प्रधान के साथ सोनकर बिरादरी के लोगो द्वारा हाथापाई की सूचना पाकर सरौली गांव के लगभग आधा सैकड़ा लोग और आ धमके। दोनो ओर से लाठी डंडे व फरसे चटकने लगे। विवाद की सूचना पाकर पहुँची पुलिस ने बीच बचाव करते हुए दोनो पक्षों को शांत कराये जाने का प्रयास किया लेकिन स्थानीय उपद्रवियों ने संख्या बल का जोश दिखाते हुए पुलिस टीम के ऊपर भी हमला बोल दिया। पुलिस कर्मियों ने भाग कर अपनी जान बचाते हुए घटना की सूचना तहसील स्तरीय आलाधिकारियों को दी।

किशनपुर में कर्फ्यू जैसा माहौल

सूचना पाकर एसडीएम प्रभाकर त्रिपाठी व सीओ गया दत्त मिश्रा भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुँचे। प्रशासनिक अधिकारियों ने दोनो पक्षों को समझा बुझाकर मामला शांत करवाने का प्रयास किया। लेकिन झगड़े पर आमादा स्थानीय अराजक तत्वों ने उनकी एक नहीं सुनी। जिन्होंने सीओ व एसडीएम पर पक्षपात के आरोप लगाते उनसे अभद्रता शुरू कर दी। सीओ ने मामले की जानकारी जिला प्रशासनिक उच्चाधिकारियों को दी।

तीनो जिलों की फोर्स सहित पीएसी ने संभाला मामला

सूचना पाकर आनन फानन डीएम अपूर्वा दुबे एसपी राजेश कुमार सिंह व एएसपी राजेश कुमार भारी पुलिस व पीएसी बल के साथ कस्बे पहुँचे। जिन्होंने भी दोनों पक्षों को समझा बुझाकर मामला शांत कराये जाने का प्रयास किया लेकिन सँख्या बल के मद में चूर स्थानीय लोग एक पक्षीय कार्यवाही की मांग करने लगे। एक पक्षीय कार्यवाही से इंकार करने से उग्र हुए आरोपित स्थानीय जनप्रतिनिधि पक्ष के सैकड़ो लोगो ने थाना परिसर में हंगामा शुरू करते हुए पुलिस व प्रशासनिक अमले पर पत्थर बाजी शुरू कर दिया। जिन्होंने डीएम व एसपी समेत एसडीएम व सीओ की गाड़ी को भी तोड़ दिया।

बवाल बढ़ता देख एस पी राजेश कुमार सिंह व ए एस पी राजेश कुमार के आदेश पर पुलिस ने आरोपित नगर पंचायत अध्यक्ष सुरेन्द्र सोनकर व उसके सगे भाई कौशाम्बी जिला पंचायत अध्यक्ष (प्रतिनिधि) जितेंद्र सोनकर को हिरासत में लेने के आदेश दे दिये। आरोपितों को पुलिस गाड़ी में बिठाकर ले जाने लगी। तभी आरोपित सुरेन्द्र सोनकर पक्ष के लगभग डेढ़ सैकड़ा उपद्रवियों जिनमें महिलाएं भी शामिल थी। थाना परिसर में धावा बोलते हुए पत्थरबाजी शुरू कर दी। जिसमें स्थानीय थाना प्रभारी आशुतोष सिंह, व हथगांव थाना प्रभारी अश्वनी सिंह समेत दो महिला पुलिस समेत लगभग आधा दर्जन पुलिस कर्मी घायल हो गये।

पुलिस अधिकारियों व  कर्मियों के घायल होते ही पीएसी व पुलिस के जवानों ने उपद्रवियों को खदेड़ना शुरू कर दिया।पुलिस टीम को ऐक्शन मोड़ में आया हुआ देखकर उपद्रवी मौके से फरार हो गये। बवाल के दौरान उपद्रवियों ने कई राहगीरों को भी मारपीट कर घायल कर दिया।

इस दौरान लगभग तीन दर्जन लोगो समेत आधा दर्जन महिला व पुरुष पुलिस कर्मी गम्भीर रूप से घायल हो गये। सभी घायलों को पुलिस ने आनन फानन इलाज के लिए निजी साधन की सहायता से हरदों सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजवाया। जहां डॉक्टरों ने मामूली रूप से घायल हुए घायलों को मरहम पट्टी करने के बाद घर भेज दिया। जबकि गम्भीर रूप से घायलों की नाजुक हालत को देखकर जिला अस्पताल के लिए रिफर कर दिया। मामले पर पुलिस ने अलग अलग तीन मामले दर्ज किए हैं।

घटना के बाद तीन एफआईआर दर्ज

जिसमे पहला मामला घायल वादी सोनू पुत्र राम गोपाल निवासी सरौली की दी गई लिखित तहरीर के आधार पर आरोपित रितेश सोनकर, अंकित सोनकर, कुलदीप सोनकर, हीरालाल सोनकर, प्रदीप सोनकर  पुत्र व निवासीगण अज्ञात के खिलाफ नामजद समेत लगभग एक दर्जन अज्ञात आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। जिसमे वादी ने आरोपितों पर मारपीट, छिनैती, जानमाल की धमकी देने का आरोप लगाया है।

चेयरमैन सहित सैकड़ों नामजद

दूसरा मामला पुलिस ने दूसरे पक्ष के वादी ब्रजेश पुत्र गंगाराम सोनकर निवासी पूर्वी खटिकाना किशनपुर की दी गई लिखित तहरीर के आधार पर प्रथम पक्ष के आरोपित मनीष सिंह, रामबाबू सिंह पुत्र केशन, श्याम बाबू पुत्र विक्रम सिंह, अनुज कुमार पुत्र उदयपाल सिंह निवासीगण सरौली धनंजय सिंह पुत्र जगतू, उत्तम सिंह पुत्र फुल्लन , ध्रुव सिंह पुत्र फुल्लन सिंह, अरविंद मिश्रा पुत्र देवेंद्र मिश्रा, अमन सिंह समेत 10 लोगो के खिलाफ नामजद व सरौली, रामपुर, किशनपुर के लगभग डेढ़ सौ लोगों के खिलाफ अज्ञात में मामला दर्ज किया है।

वादी ने आरोपितों पर गाली गलौज समेत घर के अंदर घुसकर महिलाओं से अभद्रता,छेड़छाड़, तोड़फोड़ समेत जानमाल की धमकी देने का मामला दर्ज किया है। जबकि तीसरा मामला पुलिस ने स्वयं वादी स्थानीय थाना प्रभारी आशुतोष सिंह की दी गई लिखित तहरीर के आधार पर आरोपित चेयरमैन सुरेन्द्र सोनकर, छेदी सोनकर, बीरेंद्र सोनकर, ब्रजेश, दीपू रैदास, कमलेश रैदास, गोलू सोनकर, राहुल सोनकर, हीरा सोनकर, जितेंद्र सोनकर, कुलदीप सोनकर, रितेश सोनकर, बीनू सोनकर, कौशिक सोनकर, अतुल कुमार सिंह (ग्राम प्रधान सरौली), शिव सागर सिंह, अनूप सिंह, अनिलेश सिंह, जयकरन सिंह, सवेन्द्र दत्त, संदीप वर्मा, श्याम बाबू, गिरेन्द्र कुमार, इंद्रजीत सिंह, तेज सिंह, सोनू पुत्र राम गोपाल, संजय कोरी पुत्र शंकर, विनय समेत लगभग 29 आरोपितों के खिलाफ नामजद व दोनो बिरादरी के लगभग 250 अज्ञात महिला व पुरुष आरोपितों के खिलाफ पुलिस टीम पर जानलेवा हमला करने लगा।

वहीं दंगा फैलाने समेत जातीय संघर्ष को तूल देने समेत कई संगीन आपराधिक धाराओ में मामला दर्ज कर मामले की जांच व आरोपितों की गिरफ्तारी के प्रयास शुरू किए हैं। वहीं घटना की सूचना पाकर देर रात एडीजी प्रेम प्रकाश ( प्रयागराज ) रेंज व आईजी ने भी घटना स्थल पर पहुँचकर घटना का जायजा लेते हुए एसपी को आरोपितों के खिलाफ सख्त कार्यवाही के निर्देश देते हुए सुरक्षा के लिहाज से कस्बे समेत पूरे इलाके में भारी पुलिस व पीएसी बल की तैनाती की है।

घटना के दूसरे दिन भी एसपी राजेश कुमार सिंह स्वयं ड्रोन कैमरे के माध्यम से जिला मुख्यालय में बैठकर कस्बे समेत क्षेत्र की शांति एवं कानून ब्यवस्था की निगरानी करते रहे। हालांकि पूरे विवाद के दौरान नगर पंचायत अध्यक्ष सुरेन्द्र सोनकर व उनके भाई जिला पंचायत अध्यक्ष कौशाम्बी प्रतिनिधि (पति) जितेन्द्र सोनकर ने क्षेत्रीय नव निर्वाचित विधायक कृष्णा पासवान के ऊपर दूसरे आरोपित सिंगरौर पक्ष को शह देने का आरोप लगाते हुए जिला प्रशासन व आईजी, डीआईजी समेत मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश शासन से गुहार लगाई। 

क्या कहते हैं जिम्मेदार

मामले के बावत सीओ गया दत्त मिश्रा ने कहा कि दोनो पक्षों समेत स्थानीय पुलिस की ओर से दी गई लिखित तहरीर के आधार पर लगभग एक सैकड़ा नामजद समेत ढाई सैकड़ा अज्ञात महिला व पुरुष आरोपितों के खिलाफ सुसंगत धाराओ में मामला दर्ज कर फरार आरोपितों में दोनो पक्षों से लगभग सात लोगों जिनमें तेज सिंह पुत्र रामदत्त, संदीप वर्मा पुत्र गया प्रशाद, इंद्रजीत सिंह पुत्र रामशंकर निवासीगण सरौली  कौशिक सोनकर पुत्र लालमन, रितेश सोनकर पुत्र राम भवन, दीपू रैदास पुत्र रामस्वरूप निवासी गण किशनपुर वार्ड नं०-6 राहुल सोनकर पुत्र हरि प्रशाद निवासी महन्दापुर कौशाम्बी को गिरफ्तार कर लिया गया है। शेष फरार आरोपितों की तलाश जारी है।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें