फतेहपुर : जमीनी विवाद में दो सगी बहनों पर जानलेवा हमला, हालत नाज़ुक

दैनिक भास्कर ब्यूरो,

फतेहपुर । पुलिस और राजस्व प्रशासन की शिथिलता के चलते बुधवार को फिर दो सगी बहनों को जानलेवा हमले का शिकार होना पड़ा। घटना के बाद स्थानीय पुलिस के हाथ पांव फूल गए। सूचना पर पहुंची स्थानीय पुलिस ने घायल सगी बहनों को पीएचसी में भर्ती कराया है जहां से चिकित्सक ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया है।

मामला थरियांव थाना क्षेत्र के नया पुरवा मजरे करमोन का है जहां अपने ही खेत में धान काटने गई सगी बहन अनुराधा मौर्य व रुचि मौर्य पुत्री इंद्रसेन मौर्य पर साझीदारों ने हमला कर दिया और लाठी डंडे से पीटकर बेदम कर दिया। पीड़िता रूचि मौर्य ने बताया कि जमीन पर कब्जे का विवाद कई साल से पारिवारिक रामप्रताप और सुरेंद्र मौर्य से चल रहा है। जिसमें कब्जा पाने के लिए जिले से लेकर लखनऊ तक अधिकारियों को शिकायती पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई गई। न्याय न मिलने पर थक हार कर बीते पंद्रह अगस्त हो बहन अनुराधा ने सीएम आफिस के सामने आत्मदाह की धमकी दी थी।

जिस पर जिला प्रशासन ने दूसरे दिन ही नाप करवाकर खेतों को कब्जामुक्त करवा दिया था। उसी खेत में धान काटने को लेकर बुधवार को रामप्रताप, सुरेंद्र पुत्रगण चंद्रसेन, सीता पत्नी रामप्रताप, सीमा पत्नी शिवप्रताप व संगीता देवी पत्नी सुरेंद्र लाठी डंडा और अवैध असलहा से लेस होकर आए। आरोप है कि सुरेंद्र ने अनुराधा पर फायर कर दिया। फिर दोनों बहनों को पीटकर बेदम कर दिया। जिससे पीड़िता मौके पर बेहोश होकर गिर पड़ी। होश में आने के बाद पुलिस और प्रशासन को सूचना दिया। मौके पर पहुंची स्थानीय पुलिस ने दोनों बहनों को सीएचसी में भर्ती कराया।

पीड़िता की मां सुनैना देवी ने स्थानीय थाने में शिकायती पत्र देकर कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने दोनों बहनों को मेडिकल के लिए हसवा पीएचसी भेजा है जहां चिकित्सकों ने जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया है। मामले पर थानाध्यक्ष प्रवीण कुमार सिंह ने बताया कि धान काटने को लेकर विवाद हुआ है। जांच कर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।

पहले भी पुलिस ने आरोपियों पर की कार्रवाई –

कई सालों से चले आ रहे जमीनी विवाद में पुलिस ने 15 अगस्त को आरोपियों के खिलाफ कई धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया था। पीड़िता रूचि ने बताया कि आरोपितों से मिलीभगत के चलते स्थानीय पुलिस ने जेल नही भेजा जिससे उनके हौसले बुलंद रहे और दूसरी घटना को अंजाम दे डाला। आरोप है कि स्थानीय पुलिस आरोपितों का बचाव कर रही है।

 दिहुली में किसान की जमीन पर अवैध कब्जा –

भूमिधरी जमीन के विवादों को लेकर पुलिस और राजस्व प्रशासन संजीदा नही है जिससे क्षेत्र में विवाद बढ़ते जा रहे है। दिहुली निवासी मिश्रीलाल ने बताया कि गांव का ही राकेश लोधी बीते तीस साल से जमीन पर कब्जा कर रखा है। पुलिस और राजस्व निरीक्षकों की मिलीभगत से न्याय नही मिल पा रहा है जबकि दो माह तक वह अधिकारियों के दफ्तरों के चक्कर लगा रहा है।

 क्या बोले जिम्मेदार –

मामले पर अपर पुलिस अधीक्षक विजय शंकर मिश्रा का कहना रहा कि धान काटने को लेकर विवाद की जानकारी प्राप्त हुई है। तमंचे से फायर की सूचना गलत है। दो पक्षों में गाली गलौज और मारपीट हुई है।कार्रवाई की जा रही है।

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