कानून का ख़ौफ़! जेल के डर से इकरार बिस्सीवाले का कोर्ट में सरेंडर

भास्कर समाचार सेवा

नगीना, बिजनौर। पीडिता व उसके भाई को रास्ते में जबरन रोककर गाली गलोच करते हुए जान से मारने की धमकी देने के मांमले में पिछले एक साल से कोर्ट में हाजिर न होकर कानून का मजाक बनाने वाले मुम्बई में छिपे अपराधी इकरार बिस्सीवाले ने पुलिस के खौफ से कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। न्यायालय ने इकरार बिस्सीवाले को कई घंटो न्यायिक हिरासत में रखने के बाद सशर्त जमानत दे दी है।
जनकारी के अनुसार न्यायालय एसीजेएम कोर्ट नगीना में 25 अप्रैल 2022 को वाद दायर करते हुए नगीना थाना क्षेत्र के ग्राम कल्याणपुर निवासी पीडिता शगुफ्ता अंजुम ने कहा था कि उसका का मारपीट व जमीन के हिस्से को लेकर मुकदमा चल रहा है। मकदमें के मांमले में प्रधानपति दिलशाद अंसारी व उसका साथी जमीर उर्फ मांढू जेल जा चुका है। अपराधी दिलशाद अंसारी के भाई इकरार बिस्सीवाला ने अपने साथियों के साथ मिलकर उसी रंजिश में 21 अप्रैल 2022 को पीडिता व उसके भाई को रास्ते में जबरन रोककर गाली गलोच करते हुए जान से मारने की धमकी दी थी। कोर्ट ने मांमले को गंभीरता से लेते हुए इकरार बिस्सीवाला व उसके साथियों को कोर्ट में हाजिर होने के आदेश दिए थे लेकिन इकरार बिस्सीवाला पुत्र शफीक अहमद पिछले एक वर्ष से कोर्ट को चकमा देकर कानून का मजाक बनाते हुए मुम्बई में छिपा हुआ था। पीडिता के अधिवक्ता प्रेम कुमार शर्मा की जोरदार दलील सुनकर ए0सी0जे0एम0 कोर्ट नगीना ने शिकंजा कसते हुए इकरार बिस्सीवाला पुत्र शफीक अहमद हाल निवासी आजमी होटल मरकज मस्जिद, पाईप रोड कुर्ला (वेस्ट) मुम्बई को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस को गिरफ्तारी वारंट जारी किए तो मुम्बई व यूपी पुलिस के खौफ से इकरार बिस्सीवाला दहशत में आकर कांपने लगा और उसके पसीने छूट गए। कानून का खौफ इतना बैठ गया कि इकरार बिस्सीवाले ने गुरुवार को न्यायालय ए0सी0जे0एम कोर्ट नगीना में आनन फानन में घुटनों के बल पहुंचकर सरेंडर कर दिया। न्यायालय ने इकरार बिस्सीवाले को कई घंटो हिरासत में रखने के बाद बीस हजार के दो जमानती लेकर सशर्त जमानत दे दी है। पीडिता का कहना है कि इकरार बिस्सीवाला एक शातिर किस्म का व्यक्ति है उसने मार्च 2022 को उसके छोटे भाई सोनू को डराने के लिए नकली पुलिस भेजी थी और फोन पर भी पुलिस का नाम लेकर धमकी दी थी इतना ही नही 25 अप्रैल 2022 को इकरार बिस्सीवाल पीडिता को भी धमकी दे चुका है। नगीना पुलिस ने धमकी की रिर्काडिंग सुनकर इकरार बिस्सीवाले के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। पीडिता शगुफ्ता अंजुम ने कहा कि मुझे न्यायालय पर पूरा भरोसा है जब तक में अपराधी दिलशाद अंसारी व उसके भाई इकरार बिस्सीवाला, इसरार उर्फ कुबडा और उसके अपराधी साथियों को कोर्ट से सजा नही दिला देती तब तक मेरी कानूनी लडाई जारी रहेगी।

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