पूर्व केन्द्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एस जयपाल रेड्डी का बीती रात निधन हो गया। वह 77 वर्ष के थे। रेड्डी को निमोनिया बुखार हो गया था। शनिवार को तबीयत बिगड़ने पर उन्हें एआईजी अस्पताल, हैदराबाद में भर्ती किया गया था, जहां रात करीब ढाई बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। रेड्डी 5 बार लोकसभा तथा दो बार राज्यसभा के सदस्य रहे थे। इसके अलावा वह 4 बार विधायक भी रहे थे। उनके परिवार में एक बेटी और दो बेटे हैं। रेड्डी दिव्यांग थे लेकिन उन्होंने अपने और देश के विकास में दिव्यांगता को कभी आड़े नहीं आने दिया। वह मेहनती, ईमानदार और मजबूत इरादों वाले राजनेता थे।
Telangana: Former Union Minister and Congress leader, Jaipal Reddy, passes away in Hyderabad. (File pic) pic.twitter.com/kqbCJAH7jH
— ANI (@ANI) July 27, 2019
उनका जन्म 16 जनवरी 1942 को आंध्रप्रदेश के मुदगल में हुआ था। रेड्डी की गिनती संयुक्त आंध्रप्रदेश के दिग्गज नेताओं में की जाती थी। इंदिरा गांधी के कार्यकाल में आपातकाल लागू होने के विरोध में उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। बाद में वह जनता पार्टी में शामिल हो गये थे। उन्होंने 1980 के चुनाव में मेढक संसदीय सीट से इंदिरा गांधी के खिलाफ चुनाव भी लड़ा था, लेकिन पराजित हो गए थे। रेड्डी इंद्र कुमार गुजराल सरकार में सूचना और प्रसारण मंत्री थे। 1999 में उन्होंने 21 साल बाद कांग्रेस में वापसी की। कांग्रेस पार्टी ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। वह पूर्व प्रधानमंत्री नरसिंह राव के काफी करीबी माने जाते थे।
वह मनमोहन सिंह की दोनों यूपीए-1 और यूपीए-2 की सरकारों में भी शहरी विकास, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस तथा विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री थे। कांग्रेस पार्टी ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।