गोंडा : प्रभारी मंत्री ने कानून व्यवस्था व विकास कार्यों की समीक्षा

गोंडा। मंडल के प्रभारी मंत्री, मंत्री श्रम एवं सेवायोजन, समन्वय विभाग उ०प्र० अनिल राजभर की अध्यक्षता में व राज्यमंत्री वन, पर्यावरण, जंतु, उद्यान एवं जलवायु परिवर्तन विभाग उ०प्र० के०पी० मलिक तथा राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार वन एवं पर्यावरण अरुण कुमार सक्सेना की उपस्थिति में विकास कार्यों एवं कानून व्यवस्था की मण्डलीय समीक्षा बैठक आयुक्त सभागार में संपन्न हुई।

सरकार की सक्रियता को आम जनता महसूस करें इसके लिए हम सबको सामूहिक प्रयास करना जरूरी. प्रभारी मंत्री

प्रभारी मंत्री ने सभी विभागीय अधिकारियों से उनके विभाग द्वारा की जा रही तैयारियों की विधिवत जानकारी ली तथा अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि सभी अधिकारीगण टीम भावना के साथ कार्य करके जिले का चहुँमुखी विकास करें तथा विभिन्न विभागों द्वारा संचालित योजनाओं को धरातल पर उतारकर पात्रजनों को लाभान्वित कराना सुनिश्चित करें।

साथ ही यह भी ध्यान रखा जाए कि कोई भी गरीब, असहाय एवं बेसहारा व्यक्ति सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से वंचित न रहने पावे। उन्हें सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ व सहायता बिना किसी व्यवधान के मिलनी चाहिए। प्रभारी मंत्री जी ने कानून व्यवस्था, मनरेगा के कार्यों, पंचायत भवन, सामुदायिक शौचालय, सड़कों के निर्माण, सेतुओ का निर्माण, सोलर सिंचाई पंप, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ दिलाये।

कानून व्यवस्था की समीक्षा के दौरान पुलिस उपमहानिरीक्षक ने विभिन्न बिंदुओं की जानकारी दी। प्रभारी मंत्री ने कहा कि संबंधित पुलिस अधिकारियों को क्षेत्र में भ्रमण कराकर अपराधियों के खिलाफ कार्यवाही सुनिश्चित कराई जाए, महिला उत्पीड़न के जो मामले हैं उनको तत्काल निस्तारण कराए उसमें जो दोषी हो उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही करें।

अवैध शराब के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई सुनिश्चित कराएं। सड़क सुरक्षा को देखते हुए ब्लैक स्पॉट मुख्य मार्गों के चिन्हित किया जाए, थानों का रख रखाव मंदिर की तरह बनाए ताकि आमजन के अंदर भय न रहे और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही कराएं मिशन शक्ति के अंतर्गत महिलाओं को जागरूक किया जाए महिलाओं, बच्चियों के साथ युवाओं को भी जानकारी दें।

थानों में छोटी.छोटी समस्याएं जो प्राप्त होती है उनका निस्तारण समझौता के आधार पर किया जाए। प्रभारी मंत्री ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री की सोच है कि जब तालाब जिंदा थे तो पेयजल की समस्या नहीं थी जो तालाब विलुप्त हो गए हैं उन्हें मानक के अनुरूप खुदाई कराए।

बैठक में राज्य मंत्री के० पी० मलिक जी ने वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि हो रहे वृक्षारोपण के सापेक्ष वृक्षों की सुरक्षा का प्रबन्ध जरूर करें। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि बेसिक शिक्षा अधिकारी के साथ मिलकर शिक्षकों व छात्रों द्वारा वृक्षों को गोद लेकर वृक्षारोपण करवायें, जिससे वृक्षों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। वहीं बैठक का संचालन आयुक्त , ने किया।

मंत्री ने कहा कि सरकार की सक्रियता को आम जनता महसूस करें, इसके लिए हम सबको सामूहिक प्रयास करना जरूरी है। बैठक में मंत्री ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों से बाढ़ की तैयारियों के बारे में जानकारी ली। इस अवसर पर विधायकगण, जिला अध्यक्ष अमर किशोर कश्यप, आयुक्त , उप पुलिस महानिरीक्षक, जिलाधिकारी गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच तथा मंडल के सभी पुलिस अधीक्षक एवं मुख्य विकास अधिकारी सहित जनपद स्तरीय सभी विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।

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