गोंडा: कार्तिक पूर्णिमा का मेला आठ को, तैयारियों में जुटा प्रशासन

गोंडा।  जहां मन रमे, वही मनोरमा और जहां मन का मांगा वर मिले वही मनवर है।  मनवर पोखरे पर आठ नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा का मेला लगेगा। पुलिस ने निरीक्षण कर मेला स्थल का जायजा लिया।

 थाना इटियाथोक क्षेत्र के तिरेमनोरमा गांव  पर प्रत्येक वर्ष कार्तिक मास में पूर्णमासी को विशाल मेला लगता है। लोग यहां आकर स्थित सरोवर में स्नान कर दान आदि देते हैं। यह स्थान मुख्यालय से लगभग 19 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। प्राचीनकाल में यहां महर्षि उद्दालक मुनि का आश्रम था। यहां पर एक बड़ा सरोवर है जहां से एक नदी निकलती है जिसे मनवर या मनोरमा के नाम से जाना जाता है।

इस स्थान की उत्पत्ति की कथा महाभारत के शल्य पर्व में वर्णित है। महाराजा दशरथ के यहां पुत्रेष्टि यज्ञ करते समय श्रृंगी ऋषि ने सरस्वती देवी का आह्वान मनोरमा के नाम से किया। इससे वे मनोरमा नदी के रूप में प्रकट हुई। उद्दालक ऋषि के पुत्र नचिकेता ने मनवर से थोड़ी दूर स्थित तारी परसोइया नामक स्थान पर ऋषियों व मनीषियों को नासिकेत पुराण सुनाया था। नासिकेत पुराण में मनोरमा के महात्म्य का वर्णन इस प्रकार किया गया है।

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