गोपाल त्रिपाठी
गोरखपुर। लखनऊ और वाराणसी की तरफ से देवरिया की तरफ जाने वाले भारी वाहनों की सहूलियत को देखते हुए देवरिया बाईपास तिराहे से लेकर खोराबार तक फोरलेन सडक का निर्माण होगा। 9.50 किमी लंबा फोरलेन गोरखपुर-देवरिया मार्ग पर खोराबार में मिलेगा। पीडब्ल्यूडी द्वारा करीब 200 करोड रुपये के प्रस्तावित प्रोजेक्ट में 100 करोड रुपये जमीन के अधिग्रहण और बिजली के खंभों की शिफ्टिंग पर खर्च होंगे।
गोरखपुर-देवरिया मार्ग के शहरी इलाके में भारी वाहनों और रोडवेज बसों की आवाजाही से जाम की स्थिति बनी रहती है। जाम से निजात को लेकर पीडब्ल्यूडी ने मुख्यमंत्री की पहल पर 200 करोड से बनने वाले फोरलेन का डीपीआर तैयार किया है। देवरिया बाईपास होते हुए फोरलेन जीडीए कार्यालय, सिक्टौर होते हुए खोराबार में देवरिया मार्ग में जुड जाएगा। जिम्मेदारों का मानना है कि देवरिया बाईपास तिराहे से लेकर सहारा इस्टेट तक सडक को लेकर अधिग्रहण की आवश्यकता नहीं होगी लेकिन इसके बाद सडक के चैडीकरण के लिए जमीन का अधिग्रहण करना होगा।
शहर के विस्तार को लेकर जरुरी है फोरलेन
देवरिया बाईपास पर आवासीय योजनाओं के साथ अन्य विकास योजनाओं को लेकर सडक चैडीकरण की जरुरत महसूस की जा रही है। जीडीए समेत निजी बिल्डर इस सडक के दोनों तरफ आवासीय योजना विकसित कर रहे हैं। भविष्य में रामगढझील परियोजना और चिडियाघर को लेकर सडक पर दबाव पडना तय है। इतना ही नहीं यह सडक सिक्टौर से महादेव झारखंडी होते हुए देवरिया रोड को जोडता है।
जीडीए ने भी तैयार किया था फोरलेन का प्रस्ताव
दो वर्ष पहले जीडीए ने भी देवरिया बाईपास तिराहे से लेकर सिक्टौर तक फोरलेन निर्माण को लेकर प्रस्ताव तैयार किया था। पीडब्ल्यूडी द्वारा अनापत्ति नहीं मिलने से योजना पर अमल नहीं हो सका।
देवरिया बाईपास तिराहे से खोराबार तक करीब 9.5 किमी लंबे सडक को फोरलेन में बदलने को लेकर डीपीआर तैयार किया गया है। प्रस्ताव को मंजूरी के लिए भेजा जा रहा है। वित्तीय स्वीकृति के बाद फोरलेन का निर्माण शुरू होगा।
एसपी भारतीय, अधिशासी अभियंता, पीडब्ल्यूडी