
हमीरपुर सदर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा उम्मीदवार घोषित हो जाने के बाद यहां सियासी हलचलें तेज हो गयी हैं। किसी जमाने में कांग्रेस पार्टी से राजनैतिक सफर शुरू करने वाले युवराज सिंह यहां विधानसभा के उपचुनाव में भाजपा के कमल से चुनावी दंगल में आये हैं। उन्होंने एक बार समाजवादी पार्टी के टिकट से भी चुनाव लड़ा था लेकिन भाजपा के आगे उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा था।
हमीरपुर सदर विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव में भाजपा ने काफी जद्दोजहद के बाद युवराज सिंह पर दांव लगाया है। ये ठाकुर बिरादरी के है जिन्हें राजनीति विरासत में मिली है। इनके पिता बृजराज सिंह कांग्रेस से दो बार विधायक रहे है। वर्ष 1962 में हमीरपुर जिले के मौदहा विधानसभा सीट से बृजराज सिंह ने कांग्रेस के टिकट से चुनावी दंगल में आये थे। उन्होंने सोशलिस्ट पार्टी के मन्नीलाल गुरुदेव को पराजित कर दिया था। उन्हें 24095 मत मिले थे जबकि मन्नीलाल गुरुदेव को 15842 मत मिले थे।

वर्ष 1967 के चुनाव में बृजराज सिंह ने कांग्रेस पार्टी से दोबारा किस्मत आजमायी थी तब उन्हें जनसंघ के उम्मीदवार बसंत सिंह ने पराजित कर दिया था। बसंत सिंह को 24434 मत मिले थे वहीं बृजराज सिंह को 24353 मत मिले थे। इसे बाद 1969 में हुये विधानसभा के चुनाव में बृजराज सिंह फिर चुनाव लड़े। उन्होंने 36050 मत पाकर जनसंघ के शिवनारायण सिंह को पराजित कर दिया था।
कुछ साल बाद बृजराज सिंह ने अपने पुत्र युवराज सिंह को राजनीति में आगे किया। वर्ष 1989 के विधानसभा चुनाव में युवराज सिंह ने कांग्रेस पार्टी से चुनाव में पहली बार किस्मत आजमायी और वह पहली मर्तबा में ही निर्वाचित हो गये थे। उन्हें 27652 मत मिले थे जबकि भाजपा के बादशाह सिंह 21556 मत पाकर दूसरे स्थान पर रहे थे। 1991 में विधानसभा के चुनाव में बादशाह सिंह ने भाजपा का कमल खिलाया। उन्होंने कुल मतों में 26138 मत हासिल किये थे जबकि बसपा के बशीरुद्दीन सिद्दीकी को 18895 मत मिल सके थे। वर्ष 1993 में बशीरुद्दीन सिद्दीकी ने भाजपा के बादशाह सिंह को पराजित कर मौदहा विधानसभा की सीट पर पहली बार कब्जा किया था। उन्हें 35560 मत मिले थे जबकि बादशाह सिंह को 35448 मत मिले थे।
वर्ष 1996 में विधानसभा के चुनाव में युवराज सिंह ने कांग्रेस छोड़ सपा की साइकिल दौड़ायी थी लेकिन भाजपा के आगे उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था। भाजपा के बादशाह सिंह को 52786 मत मिले थे जबकि युवराज सिंह को 27961 मत मिले थे। मौदहा कस्बा निवासी वरिष्ठ समाजसेवी देवी प्रसाद गुप्ता ने बताया कि युवराज सिंह विधानसभा का चुनाव हारने के बाद वह एमएलसी भी बने थे। इस बार हमीरपुर सदर विधानसभा के उपचुनाव में युवराज सिंह भाजपा के टिकट से चुनावी दंगल में आये है। जिन्हें जातीय समीकरणों से जद्दोजहद भी करना पड़ सकता है।
युवराज सिंह के बाबा भी हुये थे विधायक
मौदहा कस्बे के वयोवृद्ध पत्रकार देवी प्रसाद गुप्ता ने बताया कि युवराज सिंह के बाबा पहलवान सिंह भी एक बार विधायक बने थे। उन्होंने बताया कि इनका पूरा परिवार शुरू में कांग्रेसी रहा है। युवराज सिंह तीसरी पीढ़ी के नेता है जो विरासत की राजनीति को आगे बढ़ा रहे है।
मौदहा विधानसभा के चुनाव एक नजर में
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वर्ष विजयी उम्मीदवार पराजित उम्मीदवार
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1952 तेज प्रताप सिंह बच्चा रामगोपाल गुप्ता
कुल प्राप्त मत-9017 प्राप्त मत-7262
1957 रामगोपाल गुप्ता नवलकिशोर गुरुदेव
कुल प्राप्त मत-25475 प्राप्त मत-19393
1958 रानी राजेन्द्र कुमारी चन्द्रभानु गुप्ता
कुल प्राप्त मत-32406 प्राप्त मत-25540
1962 बृजराज सिंह मन्नीलाल गुरुदेव
कुल प्राप्त मत-24095 प्राप्त मत-15842
1967 बसंत सिंह जनसंघ बृजराज सिंह
कुल प्राप्त मत-24434 प्राप्त मत-24353
1969 बृजराज सिंह शिव नारायन सिंह
कुल प्राप्त मत-36050 प्राप्त मत-9916
1974 कुंवर बहादुर मिश्रा दादा मुखर्जी
कुल प्राप्त मत-19117 प्राप्त मत-11776
1977 लक्ष्मीनारायण आनंद कुंवर बहादुर
कुल प्राप्त मत-25992 प्राप्त मत-23459
1980 कुंवर बहादुर मो.अहमद भाकपा
कुल प्राप्त मत-22043 प्राप्त मत-18659
1985 कुंवर बहादुर मो.अहमद
कुल प्राप्त मत-19422 प्राप्त मत-17749
1989 युवराज सिंह कांग्रेस बादशाह सिंह
कुल प्राप्त मत-27652 प्राप्त मत-21556
1991 बादशाह सिंह बशीरुद्दीन बसपा
कुल प्राप्त मत-26138 प्राप्त मत-18895
1993 बशीरुद्दीन बादशाह सिंह भाजपा
कुल प्राप्त मत-35560 प्राप्त मत-35448
1996 बादशाह सिंह भाजपा युवराज सिंह
कुल प्राप्त मत-52786 प्राप्त मत-27961