परिवार नियोजन के लिए स्वास्थ्य मंत्री ने जागरूकता वैन को दिखाई हरी झंडी

 

बाराबंकी और बहराइच के विभिन्न पीएचसी, सीएचसी और माध्यमिक विद्यालयों में इस मुद्दे के समाधान के लिए काउंसलिंग डेस्क होगी

लखनऊ। ग़ैर लाभकारी संस्था मोबियस फ़ाउंडेशन द्वारा आज प्रोजेक्ट दंपति (फ़ेज़-2) का शुभारंभ किया गया। ये कार्यक्रम लखनऊ के हयात रीजेंसी होटल में आयोजित किया गया। इस अवसर पर मौजूद मोबियस फ़ाउंडेशन के संस्थापक  प्रदीप बर्मन ने आकार प्रोजेक्ट के बारे में सबको बताया। इस कार्यक्रम का शुभारंभ स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री, उत्तर प्रदेश,  सिद्धार्थ नाथ सिंह जी ने किया।

ग़ौरतलब है कि ‘मोबियस फ़ाउंडेशन’ एक गै़रलाभकारी संस्था है जो पिछले कई सालों से जनहित को समर्पित है और बहराइच व बाराबंकी ज़िलों में प्रोजेक्ट आकार चला रही है।

भारत सरकार के ‘मिशन परिवार विकास’ कार्यक्रम को समर्थन देते हुए मोबियस फ़ाउंडेशन ने ये प्रोजेक्ट ‘आकार’ शुरू किया है। जिसके तहत फे़ज़-1 में उत्तर प्रदेश के 2 जनपदों बहराइच और बाराबंकी के 200 गांवों में ‘दंपत्ति फे़ज़-1’ कार्यक्रम शुरू किया गया। जिसमें प्रचार वाली मोबाइल वैन व स्वास्थ्य कार्यकर्ता गांव-गांव जाकर स्थानीय आशा के सहयोग से सभी को जनसंख्या स्थिरीकरण के बारे में जागरूक करके उनकी काउंसलिंग की गयी। साथ ही पैम्फ़लेट, टिन प्लेट और मोबाइल के माध्यम से भी जागरूकता फैलायी गयी। ये पूरा प्रोजेक्ट, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के दिशा निर्देशों के तहत किया गया।

अब और आगे बढ़ते हुए आकार प्रोजेक्ट के तहत फे़ज़-2 में बहराइच और बाराबंकी में मौजूद प्राथमिक व उप-स्वास्थ्य केंद्रो पर काउंसलिंग डेस्क लगाना चाहते हैं, जहां डॉक्टरी सुविधा उपलब्ध नहीं है। इस काउंसलिंग डेस्क में हमारे एमबीबीएस चिकित्सक, स्वास्थ्य परामर्श के साथ-साथ जनसंख्या स्थरीकरण के बारे में उचित सलाह भी देंगे। ताकि परिवार नियोजन के प्रति जागरूकता बढ़े और परिवारों को उचित मार्गदर्शन एवं स्वास्थ्य परामर्श भी प्राप्त हो। इसके माध्यम से परिवार कल्याण विभाग, उत्तर प्रदेश की योजनाओं के बारे में जागरूकता भी फैलायी जाएगी। साथ ही वहां आवश्यकतानुसार गर्भ निरोधकों का वितरण भी होगा।

यहां पर बीपी जांचने, बीएमआई, शुगर टैस्ट आदि की सुविधा भी मौजूद रहेगी। साथ ही क्लब आकार के तहत माह के कुछ दिन ये काउंसलिंग डेस्क, उच्चतर माध्यमिक बालिका स्कूलों में भी लगायी जाएगी। जहां पर बालिकाओं को उन्हें बाल विवाह, बाल स्वास्थ्य, मातृत्व स्वास्थ्य आदि के बारे में बताया जाएगा। ताकि वे भी भविष्य के लिए तैयार रहें और जनसंख्या स्थरीकरण में योगदान दें।

मोबियस फ़ाउंडेशन के संस्थापक श्री प्रदीप बर्मन ने कहाकि जनसंख्या स्थरीकरण आज की सबसे बड़ी ज़रूरत है क्योंकि हमारे संसाधन सीमित हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि- शोध के आंकड़ों से पता चलता है कि यूपी में केवल 31.7þ जोड़े आधुनिक गर्भनिरोधक तरीकों का इस्तेमाल करते हैं, जो परिवार नियोजन के प्रति जनता की वर्तमान धारणा और व्यवहार का संकेत देते हैं। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण, 2015-16 के अनुसार, उत्तर प्रदेश में भारत की दूसरी सबसे बड़ी मातृ मृत्युदर (प्रति 100,000 जीवित जन्मों में 258 मौतें) और उच्चतम शिशु मृत्यु दर (प्रति 1,000 जीवित जन्मों में 64 मौतें) हैं।
मोबियस फाउंडेशन देशभर के विभिन्न शैक्षिक कार्यक्रमों की अगुवाई कर रहा है और परियोजना ‘अकार’ कूर्ग, कर्नाटक में आवासीय ग्रीन स्कूल परियोजना के सफल कार्यान्वयन और उत्तर प्रदेश के अटरौली गांव में एक डे स्कूल परियोजना के सफल कार्यान्वयन के बाद तीसरी सबसे बड़ी पहल है।

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री, उत्तर प्रदेश, श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह जी ने अपने संबोधन में कहा कि- मीडिया हमारे संदेश को प्रसारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हमें हर साल इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए। मैंने मोबियस फाउंडेशन की पहल को अपना समर्थन दिया है क्योंकि यूपी में प्रजनन दर काफी अधिक है। बाराबंकी और बहराइच सहित यूपी के 11 जिलों में प्रजनन दर 2.1ः है। यह कार्यक्रम यूपी जैसे भारी आबादी वाले राज्य के लिए प्रजनन दर को कम करने के लिए फायदेमंद है और मेरा उद्देश्य यूपी की प्रजनन दर को 2.1 से 2ः तक कम करना है। मोबियस फाउंडेशन जैसी और नींव को आगे आना चाहिए और इस पहल में शामिल होना चाहिए। जब एक प्रतिष्ठित एनजीओ सरकार की पहल में सहयोग करता है, तो मुझे लगता है कि लक्ष्य और लक्ष्य आसानी से प्राप्त हो जाते हैं, ”सिद्धार्थ नाथ सिंह, चिकित्सा और स्वास्थ्य मंत्री, यूपी ने कहा।

मोबियस फाउंडेशन के बारे में

2015 में स्थापित, मोबियस फाउंडेशन स्थिरता का समर्थन करने, प्रौद्योगिकियों को सशक्त बनाने और स्वस्थ व्यवहार को प्रोत्साहित करने के साथ प्रणालियों को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है। शिक्षा, पर्यावरण, जनसंख्या स्थिरीकरण पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है जो जीविका में योगदान देता है। मोबियस के पास भारतीय नागरिकों में स्थायी चेतना के कारण और प्रथाओं को आगे बढ़ाने के लिए सार्वजनिक और नागरिक भागीदारों की एक विविध रेंज के साथ सहयोग करने का एक दृष्टिकोण है। फाउंडेशन का उद्देश्य विभिन्न परियोजनाओं-शिक्षा, नवीकरणीय ऊर्जा, पुनर्चक्रण और जनसंख्या स्थिरता के माध्यम से पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी की भावना पैदा करना है।

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